राजस्थान से कॉन्ग्रेस की विधायक कृष्णा पूनिया फिर चर्चा में हैं। उन्हें जेड सुरक्षा देने की प्रदेश सरकार के फैसले पर सोशल मीडिया में लोग आपत्ति जता रहे हैं।
सादुलपुर की विधायक पूनिया की भूमिका को लेकर पिछले दिनों विष्णुदत्त विश्नोई के सुसाइड के बाद सवाल उठे थे। विश्नोई राजगढ़ थाने के एसएचओ थे। सुसाइड के बाद पूनिया पर दबाव बनाने के आरोप लगे थे।
राजगढ़ थाने के पुलिसकर्मियों ने बीकानेर रेंज के आईजी को पत्र लिख सामूहिक तबादले की गुहार लगाई थी। पत्र में पूनिया पर पुलिसकर्मियों की उच्च अधिकारियों से झूठी शिकायतें करने का आरोप लगाया गया था। साथ ही थाने में तैनात कुछ लोगों को लाइन हाजिर करने के पीछे भी उन्हें वजह बताया गया था।
बताया जा रहा ही कि सीआईडी (CID) की सूचना के आधार पर पूनिया को Z सेक्योरिटी प्रदान की गई है। गहलोत सरकार ने कॉन्ग्रेस विधायक को मिल रही धमकियों के मद्देनजर यह फैसला लिया है।
राज्य सरकार के निर्देशों पर, चुरू की एसपी तेजस्विनी गौतम ने पूनिया की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की विस्तृत जानकारी जारी की है। इस जानकारी के अनुसार 2 एसआई (सब इंस्पेक्टर) सहित 35 पुलिसकर्मी पूनिया की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएँगे।
राज्य सरकार के इस फैसले के बाद सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनिया राजस्थान में दूसरी ऐसी विधायक बन गई हैं जिन्हें अभी तक जेड सुरक्षा मिली। इससे पूर्व केवल कॉन्ग्रेस विधायक सचिन पायलट को ये सुरक्षा प्रदान की गई थी। अब इस निर्देश के बाद 2 एसआई समेत सभी पुलिसकर्मी कृष्णा पूनिया के घर पर शनिवार से तैनात होंगे।
इस निर्देश के तहत 2 सुरक्षागार्ड विधायक के पति व द्रोणाचार्या कोच वीरेंद्र पूनिया के भी साथ रहेंगे। तैनात किए गए सभी सुरक्षा गार्डों का वेतन और सुरक्षा लिहाज से विधायक को प्रदान की गई कारों को सारा खर्चा मिलाकर हर माह 20 लाख रुपए का खर्चा आएगा। जबकि सुरक्षागार्डों के वेतन पर हर महीने कुल 16.5 लाख का खर्चा है।
हद होती है राजनीति को ।
— आत्मनिर्भर मोटा भाई ☠️ (@MotaBhai_R) July 5, 2020
जो एक व्यक्ति की कातिल है उसको @ashokgehlot51 ये सुविधा देकर क्या दिखाना चाहते है क्या अशोक गहलोत @SachinPilot की तुलना एक कातिल महिला से करना चाहते है।
और कहा सो रही है राजस्थान की @BJP4Rajasthan की विंग हद है दलगत राजनीति की।।
राजस्थान सरकार के इस फैसले के बाद सादुलपुर की विधायक को लेकर दोबारा से सोशल मीडिया पर चर्चाएँ शुरू हो चुकी हैं। लोगों का गहलोत सरकार से पूछना है कि आखिर गहलोत ये सुविधा देकर क्या दिखाना चाहते है?
गौरतलब है कि पिछले दिनों विष्णुदत्त बिश्नोई की आत्महत्या के बाद ये खबर आई थी कि कॉन्ग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया के दबाव में आकर राजगढ़ पुलिस थाने के एसएचओ ने ऐसा कदम उठाया। इस संबंध में एथलीट से विधायक बनने वाली कॉन्ग्रेस नेता पर खूब आरोप लगे थे।
अब हाल में इसी संबंध में हरियाणा के गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के नाम पर एक फेसबुक पेज बनाकर अप्रत्यक्ष रूप से पूनिया को मारने की धमकी दी गई थी। धमकी में कहा गया था कि एसएचओ विष्णुदत्त विश्नोई की मौत के पीछे जिन लोगों को हाथ था उन्हें परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। दिलचस्प यह है कि विष्णुदत्त विश्नोई मामले में भी लॉरेंस विश्नोई का नाम सामने आया था।
कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया की जान को खतरा, मिली Z श्रेणी की सुरक्षाhttps://t.co/mZCFBKtcWo@BJP4Rajasthan
— ETVBharat Rajasthan (@ETVBharatRJ) July 4, 2020
कृष्णा पूनिया का कहना है कि उन्हें धमकियाँ फोन पर नहीं मिली। लेकिन सीआईडी की सूचना पर राज्य सरकार ने जेड कैटेगरी की सुरक्षा दी है।