उत्तर प्रदेश में 2017 में विधानसभा चुनाव हुए थे। कॉन्ग्रेस ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। चुनाव में औंधे मुॅंह गिरने के बाद यह गठजोड़ टूट गया। लेकिन, अब लगता है कि इस गठजोड़ ने राहुल गॉंधी पर गहरा असर छोड़ा था। यही कारण है कि सपा नेताओं की तरह ही विवादित बयान देने में वे महारत हासिल करते जा रहे हैं।
इस साल जब लोकसभा चुनाव हुए थे तो सपा नेता आजम खान ने अपनी प्रतिद्वंद्वी महिला उम्मीदवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनकी अंडरवियर का रंग खाकी है। शनिवार (28 दिसंबर 2019) को उसी जुबान में कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गॉंधी भी चड्डी तक पहुॅंच गए। बीते दिनों ही राहुल ने ‘मेक इन इंडिया’ का माखौल उड़ाते हुए कहा था कि ‘रेप इन इंडिया’ बना दिया है।
गुवाहाटी में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गाँधी ने कहा, ”हम बीजेपी और RSS को असम की हिस्ट्री (इतिहास), भाषा, संस्कृति पर आक्रमण नहीं करने देंगे। असम को नागपुर नहीं चलाएगा, असम को RSS की चड्डी वाले नहीं चलाएँगे। असम को असम की जनता चलाएगी।”
#WATCH Rahul Gandhi in Guwahati: Hum BJP aur RSS ko Assam ki history, bhasha ,sanskriti par akraman nahi karne denge. Assam ko Nagpur nahi chalayega, Assam ko RSS ke chaddi wale nahi chalayenge. Assam ko Assam ki janta chalayegi. pic.twitter.com/hzg4qaPRPv
— ANI (@ANI) December 28, 2019
उन्होंने कहा, ”असम समझौते की भावना को समाप्त नहीं किया जाना चाहिए, जिस वजह से शांति आई है।” कॉन्ग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें संदेह है कि बीजेपी की नीतियों के कारण असम हिंसा के रास्ते पर लौट रहा है। राहुल गाँधी ने कहा, ”बीजेपी जहाँ भी जाती है, नफ़रत फैलाती है। असम में युवा विरोध कर रहे हैं, अन्य राज्यों में भी विरोध हो रहा है। आप उन्हें क्यों मार रहे हैं? बीजेपी लोगों की आवाज़ नहीं सुनना चाहती।”
Rahul Gandhi in Guwahati: Wherever the BJP goes, it spreads hate. In Assam, youth is protesting, in other states protests happening as well. Why do you have to shoot and kill them? BJP doesn’t want to listen to voice of people pic.twitter.com/Xr2f4zV9tM
— ANI (@ANI) December 28, 2019
उन्होंने कहा,
”ये (NRC और NPR) नोटबन्दी नंबर 2 है। इससे हिन्दुस्तान के गरीबों को बहुत नुकसान होने जा रहा है। नोटबन्दी तो भूल जाइए, ये उससे दोगुना झटका होगा। इसमें हर गरीब आदमी से पूछा जाएगा कि वह हिन्दुस्तान का नागरिक है या नहीं। लेकिन, उनके जो 15 दोस्त हैं उनको कोई दस्तावेज़ दिखाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।”
राहुल गाँधी के इस विवादित बयान पर पलटवार करते हुए राज्यसंभा सांसद और RSS विचारक राकेश सिन्हा ने कहा, ”राहुल गाँधी देश की राजनीति के विमर्श और संस्कृति और भाषा को न्यूनतम स्तर पर ले जा रहे हैं। वे गाली-गलौज वाली भाषा का उपयोग कर राजनीति के स्तर को गिरा रहे हैं। RSS पर उनका बयान इसका ताज़ा उदाहरण है।”
,@RahulGandhi देश की राजनीति के विमर्श और संस्कृति और भाषा को न्यूनतम स्तर पर ले जा रहे है: वे गाली गलौज वाली भाषा का उपयोग कर राजनीति के स्तर को गिरा रहे हैं @RSSorg पर उनका बयान इसका ताजा उदाहरण है ।
— Prof Rakesh Sinha (@RakeshSinha01) December 28, 2019
एक ट्वीट में उन्होंने कहा है, “अब ‘चड्डी’ के बाद आगे और किस किस ‘पोशाक’ का नाम लेकर गाली देंगे? ध्यान रखिएगा देश की राजनीति को चाणक्य, चन्द्रगुप्त, गाँधी, लोहिया, दीनदयाल जी जैसे लोगो ने सींचा है।”
वहीं, दूसरी तरफ़ कॉन्ग्रेस की महासचिव प्रियंका गाँधी ने लखनऊ में CAA के मुद्दे पर मोदी सरकार को कायर करार देते हुए कहा, “जिन्होंने देशभर में NRC की चर्चा शुरू की वे आज कहते हैं कि चर्चा ही नहीं हुई। यह देश उनको पहचान रहा है। उनकी कायरता को पहचान रहा है। उनके झूठ से उब चुका है।”
Congress General Secretary for UP (East) Priyanka Gandhi Vadra in Lucknow: Jo desh bhar mein NRC ki charcha phailate hain, aaj kehte hain ki charcha hi nahi thi. Ye desh aapko pehchan raha hai, aapki kayarta ko pehchan raha hai aur aapke jhoothon se uub chuka hai pic.twitter.com/G5dOD24mXk
— ANI UP (@ANINewsUP) December 28, 2019
‘राहुल गाँधी की रैली के बाद नदवा में भड़की हिंसा, ओवैसी देश में नए जिन्ना के तौर पर कर रहे हैं काम’
8 दिन के लिए जेल भेजी गई पायल रोहतगी, लोगों ने पूछा- सावरकर के अपमान पर राहुल गाँधी की गिरफ्तारी कब
सावरकर के पोते ने कहा- राहुल गाँधी की सार्वजनिक रूप से पिटाई करें उद्धव ठाकरे