अदिति सिंह और राकेश सिंह की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने के लिए कॉन्ग्रेस ने इलाहाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने कॉन्ग्रेस के दोनों विधायकों को नोटिस जारी कर जवाब माँगा है। मामले में अगली सुनवाई 14 जुलाई को होगी।
विधायक अदिति सिंह एवं राकेश सिंह के खिलाफ कांग्रेस पहुंची हाइकोर्ट, कहा- सदस्यता समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को करें निर्देशित https://t.co/sodykXyxQT
— Bhasker News (@BhaskerNews) June 20, 2020
सुनवाई जस्टिस पंकज कुमार जायसवाल और जस्टिस दिनेश कुमार सिंह की बेंच ने की। मामले में याची अराधना मिश्रा के वकील केसी कौशिक का तर्क था कि अदिति और राकेश 2017 में कॉन्ग्रेस के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुँचे थे। लेकिन बाद में दोनों ने पार्टी विरोधी गतिविधियाँ शुरू कर दी।
कॉन्ग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को निर्देशित करने की अपील की है। कॉन्ग्रेस ने इनकी सदस्यता समाप्त करने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के पास पहले से ही अर्जी दे रखी है।
याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में कहा था कि सदस्यता समाप्त करने वाली अर्जियां तीन सप्ताह के भीतर निस्तारित कर दी जाएँ। लेकिन इस मामले में तीन माह बाद भी स्पीकर ने अर्जी निस्तारित नहीं की है।
अदिति सिंह रायबरेली सदर से विधायक हैं। हाल में उन्होंने कई मसलों पर पार्टी स्टैंड के खिलाफ जाकर अपनी राय सार्वजनिक तौर पर जाहिर की है। अटकलें लगाई जा रही है कि वे बीजेपी में जा सकती हैं। वहीं रायबरेली के हरचंदपुर विधानसभा सीट से कॉन्ग्रेस विधायक राकेश सिंह भाजपा में शामिल हो चुके एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के सगे भाई हैं।
अदिति सिंह ने 12 जून, 2020 को पार्टी के सभी व्हॉट्सअप ग्रुपों को छोड़ दिया था। इससे पहले अदिति सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कॉन्ग्रेस का नाम हटाते हुए उसकी जगह अपना हैंडल @AditiSinghRBL कर लिया था।
उनके ट्विटर से INC (Indian National Congress) हटाते ही ट्विटर ने अदिति के आईडी से ब्लूटिक हटा दिया था। इस दौरान अदिति सिंह ने अपने सोशल मीडिया की प्रोफाइल से कॉन्ग्रेस के नाम सहित राहुल और सोनिया गाँधी की फोटो भी हटा दी थी।
पिछले दिनों ये खबरें भी आईं थीं कि अदिति सिंह को कॉन्ग्रेस ने महिला विंग के महासचिव पद से हटा दिया गया है। नवंबर में अदिति की विधायक की सदस्यता खत्म करने को लेकर भी कॉन्ग्रेस ने यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को नोटिस दिया गया था।