नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ जामिया में हुई हिंसा के बाद कई लोगों ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। लेकिन,कॉन्ग्रेस इसको आधार बनाकर सिर्फ़ भाजपा पर हमलावर रही और पार्टी के अलग-अलग नेताओं ने अपनी बयानबाजियों के जरिए लोगों में डर बसाने की कोशिश की। इसी बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर भड़काऊ बयान देकर आग में घी डालने का काम किया।
#Breaking | @INCIndia leader @digvijaya_28 sparks row by connecting the Jamia violence to the 2002 Gujarat riots.
— TIMES NOW (@TimesNow) December 18, 2019
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टाइम्स नाऊ की खबर के अनुसार उन्होंने जामिया हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी सरकार पर सवाल उठाया और कहा कि कोई मुस्लिम नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर 2002 के गुजरात दंगों के बाद यकीन नहीं कर सकता। उनके अनुसार 2002 के बाद से ही मुस्लिमों ने मोदी और शाह पर अपना विश्वास खो दिया।
गौरतलब है कि गाँधी परिवार के करीबी और कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का ये बयान उस समय आया है जब मोदी सरकार लगातार लोगों से शांति कायम रखने की बातें कर रही है। दूसरी ओर कॉन्ग्रेस जिस ढंग की राजनीति इस मुद्दे पर कर रही है, उस पर खुद लोग ही आरोप लगा रहे हैं कि वो लोगों में डर फैलाने का काम कर रही है।
बता दें कि इससे पहले दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ कई बार विवादित बयान दिए हैं। लेकिन इस बार मामला भड़के माहौल को शांत कराने का था। लेकिन यहाँ भी दिग्विजय सिंह ने अपनी राजनीति की रोटियाँ सेंकनी चाही और देश में शांति की अपील करने के बजाए ऐसे विवादित बयान दे डाले।
अमित शाह हिंदुस्तान के मुसलमानों को कहते हैं उन पर विश्वास करो। यदि गोधरा कांड Sohrabuddin कांड असम की NRC सूची और उनके मुसलमानों के ख़िलाफ़ बयान देखें तो क्या वे बयान और मोदी शाह के कदम मुसलमानों में विश्वास पैदा करते हैं? बिलकुल नहीं।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) December 16, 2019
इससे पहले भी दिग्विजय सिंह ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था, “मोदी-शाह कहते हैं कि उन पर विश्वास करो। नोटबंदी में किया था क्या नतीजा निकला? अमित शाह हिंदुस्तान के मुसलमानों को कहते हैं कि उन पर विश्वास करो। यदि गोधरा कांड, सोहराबुद्दीन कांड, असम की एनआरसी सूची और उनके मुसलमानों के खिलाफ बयान देखें तो क्या वे बयान और मोदी शाह के कदम मुसलमानों में विश्वास पैदा करते हैं? बिलकुल नहीं। आप मुसलमानों के प्रति नफरत भरे बयान और कदम उठाना बंद करो तो मुसलमान अपने आप विश्वास करेगा।”
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