Thursday, April 25, 2024
Homeराजनीतिपंजाब में मतदान से पहले कॉन्ग्रेस का एक और विकेट गिरा: मनमोहन सरकार में...

पंजाब में मतदान से पहले कॉन्ग्रेस का एक और विकेट गिरा: मनमोहन सरकार में मंत्री रहे अश्विनी कुमार का इस्तीफा, ‘राष्ट्रीय हितों’ का दिया हवाला

अश्विनी कुमार का परिवार दो पीढ़ियों से कॉन्ग्रेस से जुड़ा रहा है। वह साल 2002, 2004 और 2010 में पंजाब से राज्यसभा सांसद रहे। मनमोहन सिंह की सरकार में अश्विनी कुमार केंद्रीय कानून मंत्री थे। इस्तीफे के बाद किसी अन्य पार्टी में शामिल होने को लेकर उनकी अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई नहीं है।

पाँच राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों (Assembly Election 2022) के बीच कॉन्ग्रेस (Congress) पर एक के बाद एक मसीबतें आ रही हैं। पार्टी की पोस्टर गर्ल्स से लेकर वरिष्ठ नेता तक कॉन्ग्रेस का हाथ छोड़ रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह (RPN Singh) के बाद अब पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार (Ashwini Kumar) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी (Soniya Gandhi) को सौंपे इस्तीफे में अश्विनी कुमार ने कहा कि वह पार्टी के बाहर रहकर राष्ट्रीय हितों की बेहतर सेवा कर पाएँगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कहा जा रहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा और गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण देने के बाद जो विवाद हुआ, उसके बाद से ही उन्होंने पद छोड़ने का मन बना लिया था। उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा, “इस मामले पर विचार करने के बाद मैं इस निष्कर्ष पर पहुँचा कि वर्तमान हालात और अपनी गरिमा को ध्यान में रखते हुए मैं पार्टी के बाहर रहकर बड़ी राष्ट्रीय समस्याओं की अच्छी तरह से सेवा कर सकूँगा।”

अपने त्याग-पत्र में उन्होंने आगे लिखा, “पार्टी के साथ अपने 46 वर्षों के लंबे जुड़ाव को विराम देते हुए पार्टी को छोड़ रहा हूँ और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा परिकल्पित उदार लोकतंत्र के वादे के आधार पर परिवर्तनकारी नेतृत्व के विचार से प्रेरित सार्वजनिक मुद्दों को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाने की उम्मीद करता हूँ।”

अश्विनी कुमार का परिवार दो पीढ़ियों से कॉन्ग्रेस से जुड़ा रहा है। वह साल 2002, 2004 और 2010 में पंजाब से राज्यसभा सांसद रहे। मनमोहन सिंह की सरकार में अश्विनी कुमार केंद्रीय कानून मंत्री थे। इस्तीफे के बाद किसी अन्य पार्टी में शामिल होने को लेकर उनकी अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई नहीं है। इधर उनके इस्तीफे पर भी कॉन्ग्रेस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पंजाब में 20 फरवरी को सभी 117 सीटों पर मतदान होने हैं। ऐसे में अश्विनी कुमार के इस्तीफे का असर वहाँ देखने को मिल सकता है।

इसके पहले 25 जनवरी को कॉन्ग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुँवर रंजीत नारायण प्रताप सिंह (RPN Singh) ने इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान उन्होंने लिखा था, “आज जब पूरा राष्ट्र गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ। जय हिंद।” आरपीएन सिंह ने बाद में भाजपा ज्वॉइन कर ली थी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण की 89 सीटों पर मतदान, 1198 उम्मीदवारों का फैसला करेंगे मतदाता, मैदान में 5 केंद्रीय मंत्री और 3 राजघरानों...

दूसरे चरण में 5 केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में हैं, जिसमें वी. मुरलीधरन, राजीव चंद्रशेखर, गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे चुनाव मैदान में हैं।

कॉन्ग्रेस ही लेकर आई थी कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षण, BJP ने खत्म किया तो दोबारा ले आए: जानिए वो इतिहास, जिसे देवगौड़ा सरकार की...

कॉन्ग्रेस का प्रचार तंत्र फैला रहा है कि मुस्लिम आरक्षण देवगौड़ा सरकार लाई थी लेकिन सच यह है कि कॉन्ग्रेस ही इसे 30 साल पहले लेकर आई थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe