Saturday, November 16, 2024
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‘भारत के बारे में कुछ बुरा नहीं बोलूँगी – गिरफ़्तारी के सवाल पर लंदन में बोली थीं इंदिरा गाँधी’: पत्रकार ने राहुल की ऐसे कर दी बोलती बंद, देखें वीडियो

गौरतलब है कि राहुल गाँधी ने ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बोलते हुए भारत को बदनाम करने की 'नापाक' कोशिश की थी। इस कार्यक्रम में बोलने के बाद देश में राहुल की जमकर किरकिरी हुई थी।

कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करते हुए भारत को बदनाम करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बोलते हुए उन्होंने देश में ‘लोकतंत्र पर खतरा’ वाले प्रोपेगेंडा को आगे बढ़ाया था। हालाँकि अब उनके इस प्रोपेगेंडा और भारत विरोधी बयान पर उन्हें एक पत्रकार ने इंदिरा गाँधी से सीख लेने की सलाह दी है।

दरअसल, राहुल गाँधी लंदन में आयोजित ‘भारत पत्रकार संघ (IJA)’ के कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में उन्होंने एक बार फिर देश को बदनाम करने की कोशिश की। हालाँकि, वहाँ मौजूद एक पत्रकार ने उन्हें बताया कि इंदिरा गाँधी से जब उनकी गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने साफ तौर कह दिया था कि वह भारत के बारे में कोई भी गलत बात नहीं करना चाहती हैं।

‘भारतीय पत्रकार संघ’ के कार्यक्रम में राहुल गाँधी को इंदिरा गाँधी के बारे में बताते हुए एक पत्रकार ने कहा, “मोरारजी देसाई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद इंदिरा गाँधी लंदन आई थीं। तब यहाँ आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे एक पत्रकार ने उनके भारत में जेल जाने के अनुभव को लेकर सवाल किया था। इस सवाल के जवाब में इंदिरा गाँधी ने कहा था कि वह इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के बारे में कोई भी बुरी बात नहीं करना चाहतीं। अब आप लगातार भारतीय मीडिया पर हमला कर रहे हैं। आपने कैंब्रिज में दिए भाषण में भी यही किया था। मैं आशा करता हूँ कि आप इंदिरा गाँधी द्वारा कही गई बातों से कुछ सीखेंगे।”

गौरतलब है कि राहुल गाँधी ने ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बोलते हुए भारत को बदनाम करने की ‘नापाक’ कोशिश की थी। इस कार्यक्रम में बोलने के बाद देश में राहुल की जमकर किरकिरी हुई थी। हालाँकि, इसके बाद भी उन्होंने भारत विरोधी सुर अलापना बंद नहीं किया। अब उन्होंने लंदन में भारत पत्रकार संघ के कार्यक्रम में भी कैंब्रिज वाली बात दोहराई है।

राहुल गाँधी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र के ढाँचे पर बर्बर हमले हो रहे हैं। मीडिया से लेकर न्यायपालिका, संसद सभी पर हमला हो रहा है। भारत में लोगों की आवाज उठाने में मुश्किल हो रही है। उन्होंने यह भी कहा, “भाजपा चाहती है कि भारत चुप रहे, क्योंकि वे (सरकार) चाहते हैं कि जो भारत का है उसे ले सकें और इसे अपने करीबी दोस्तों को दे सकें। यही विचार है, जनता का ध्यान भटकाना और फिर भारत की संपत्ति को तीन, चार, पाँच लोगों को सौंप देना।”

उन्होंने बीबीसी के ऑफिस पर इनकम टैक्स विभाग की हुई कार्यवाही को लेकर बात करते हुए कहा, “‘बीबीसी को अब इसके बारे में पता चल गया है, लेकिन यह सब पिछले नौ साल से भारत में लगातार चल रहा है। हर कोई जानता है कि पत्रकारों को डराया जाता है। उन पर हमला किया जाता है और धमकी दी जाती है। सरकार की लाइन पर चलने वाले पत्रकारों को पुरस्कृत किया जाता है। अगर बीबीसी सरकार के खिलाफ लिखना बंद कर दे तो सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सभी मामले गायब हो जाएँगे।”

बता दें कि इससे पहले राहुल गाँधी ने कैंब्रिज में भारत विरोधी दुष्प्रचार किया था। अपने भाषण के दौरान उन्होंने बड़ी संख्या में नेताओं के फोन में पेगासस होने का दावा किया था। कहा था कि उनके फोन में भी पेगासस था। उनकी मानें तो इंटेलीजेंस अधिकारियों ने उन्हें फोन का सँभलकर इस्तेमाल करने की सलाह दी थी, क्योंकि फोन की रिकॉर्डिंग की जा रही थी। राहुल गाँधी ने भारत में लोकतंत्र पर हमले होने की बात भी कही। कहा कि मीडिया, न्यायपालिका और लोकतंत्र पर प्रहार हो रहा है। अल्पसंख्यकों और जनजातीय लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।

अपने भाषण में राहुल गाँधी ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार के खिलाफ कुछ मुद्दों पर बात करने के लिए उन्हें कुछ नेताओं के साथ गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया गया था। उन्होंने समाचार पत्रों के स्क्रीनशॉट और पार्लियामेंट के बाहर प्रदर्शन की एक तस्वीर दिखाते हुए यह दावा किया। हालाँकि, न तो तस्वीर न ही स्क्रीनशॉट इस बात की पुष्टि कर रहे थे कि राहुल गाँधी को गिरफ्तार किया गया था क्योंकि इस तरह की कोई घटना घटी ही नहीं थी।

राहुल गाँधी ने जिस तस्वीर को पार्लियामेंट के बाहर प्रोटेस्ट का बताया था वह दरअसल साल 2020 के हाथरस कांड के बाद की तस्वीर है। हाथरस जाने के रास्ते पर यमुना एक्सप्रेस वे के पास राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को रोक लिया गया था। उस वक्त इलाके में कर्फ्यू लगा हुआ था। राहुल गाँधी फिर भी हाथरस जाने की जिद कर रहे थे ऐसे में उन्हें कुछ घंटो के लिए उन्हें हिरासत में लिया गया था।

संबोधन के दौरान कई झूठ बोल चुके राहुल गाँधी ने अपने उपर दायर मुकदमों को झूठा करार दिया। राहुल ने दावा किया कि उनपर ऐसे क्रिमिनल केस चलाए जा रहे हैं जो नहीं होने चाहिए थे। बता दें कि देश में लगभग 5 दशकों तक राज करने वाले परिवार पर हजारों करोड़ रुपए के घोटाले के मामले चल रहे हैं। खुद राहुल गाँधी बेल पर हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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