Saturday, July 27, 2024
Homeराजनीति'हमारी जिंदगी भर की मजदूरी सफल हो गई' : PM मोदी के साथ भोजन...

‘हमारी जिंदगी भर की मजदूरी सफल हो गई’ : PM मोदी के साथ भोजन कर गदगद हुए मजदूर; अब्दुल्ला, सैफुल्लाह सबने जाहिर की खुशी

मालदा के रहने वाले अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन देश के पीएम उन पर फूल बरसाएँगे और उनके साथ फोटो खिंचवाएँगे।

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन मजदूरों के साथ भोजन करके एक बार फिर से पूरे देश का दिल जीत लिया। उन्होंने कल लोकार्पण के बाद राजस्थान के सालासर बालाजी निवासी महावीर और किशन को अपने दाएँ-बाएँ बिठाकर भोजन ग्रहण किया। वहीं अब्दुल्ला, राशिद और सैफुल्लाह भी इस क्षण के साक्षी बने।

आज इन सभी मजदूरों के अनुभव पर प्रकाशित एक रिपोर्ट को पीएम नरेंद्र मोदी की आधिकारिक साइट वाले ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक बंगाल के मालदा के रहने वाले अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन देश के पीएम उन पर फूल बरसाएँगे और उनके साथ फोटो खिंचवाएँगे। ऐसा लग रहा है जैसे अभी किसी खूबसूरत सपने से जागे हों लेकिन अभी उस सपने से बाहर न आ सके हों।

राशिद और सैफुल्लाह ने भी पीएम के साथ भोजन करने के बाद कहा कि उनकी जिंदगी भर की गई मजदूरी सफल हो गई। पीएम मोदी कुर्सी छोड़ उनके साथ जमीन पर बराबर बैठे और सबके साथ हर-हर महादेव का उद्घोष भी किया। पीएम के दाएँ-बाएँ बैठने वाले श्रमिकों ने खुद को सौभाग्यशाली बताया। साथ ही कहा कि उन्होंने पूरे परिवार सहित गाँव के लोगों को भी बता दिया था कि क्या होने वाला है और सभी लोग कॉरिडोर से संबंधी खबरें 1 हफ्ते पहले से देख रहे थे।

इसी तरह पीएम मोदी के आसपास बैठकर भोजन लेने वाले श्रमिकों ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की। उन्हें लंबी उम्र का आशीर्वाद दिया। वहीं पीएम ने भी कहा कि कॉरिडोर का काम उन्हीं लोगों के कारण संभव हो पाया है। वह सब अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाएँ।

बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के अवसर पर मटर-पनीर, आलू-मटर, आलू बंदगोभी और चने की सब्जी बनाई गई थी। श्रमिकों के साथ भोजन करने के दौरान पीएम ने रोटी-सब्जी साग, प्रसाद , पापड़, लड्डू लिया था और रोटी खत्म करने के बाद वह बोले- “अरे भाई मुझे भी चावल-दाल मिलेगा।” इसके बाद उन्होंने चावल दाल खाया और आखिर में खीर चखी। 

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -