Monday, July 14, 2025
Homeराजनीतिब्रेअकप के बाद भी मेडिकल छात्रा का पीछा करता था राखिल, केस नहीं दर्ज...

ब्रेअकप के बाद भी मेडिकल छात्रा का पीछा करता था राखिल, केस नहीं दर्ज कराना चाहता था परिवार: सिर व छाती में गोली मार की हत्या

पुलिस का कहना है कि उस वक़्त छात्रा और उसके परिवार ने राखिल या उसके परिवार के खिलाफ कोई FIR नहीं दर्ज कराई थी और वो इस मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते थे। अतः सिर्फ चेतावनी देकर ही उसे छोड़ दिया गया था।

केरल के कोतमंगलम में एक डेंटल छात्रा की हत्या के बारे में पता चला है कि हत्यारे ने आक्रोश में इस वारदात को अंजाम दिया था। हत्यारा राखिल और मृतक छात्रा मनसा 1 साल तक रिलेशनशिप में थे। इसके बाद मनसा ने राखिल से दूरी बनाने का मन बना लिया था। इसके बावजूद राखिल उसका पीछा कर रहा था। बता दें कि राखिल ने इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद खुद को भी गोली मार ली।

करीब एक महीने पहले राखिल ने मनसा के कॉलेज तक उसका पीछा किया था। वो मनसा द्वारा इस रिश्ते को तोड़े जाने के बाद गुस्से में था। उसके इस तरह से पीछा करने से मनसा का परिवार भी परेशान था। छात्रा के पिता बतौर होमगार्ड कार्यरत हैं। इन दोनों ने स्थानीय डीएसपी सदानंद से संपर्क कर के राखिल की शिकायत की थी। पुलिस ने राखिल और उसके परिवार वालों को बुला कर फटकार भी लगाई।

डिप्टी एसपी ने राखिल से कहा कि मनसा उससे संपर्क नहीं रखना चाहतीं, इसीलिए वो उनका पीछा करना बंद कर दे। साथ ही परिवार को भी चेताया था। हालाँकि, पुलिस का कहना है कि उस वक़्त छात्रा और उसके परिवार ने राखिल या उसके परिवार के खिलाफ कोई FIR नहीं दर्ज कराई थी और वो इस मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते थे। अतः सिर्फ चेतावनी देकर ही उसे छोड़ दिया गया था।

लेकिन, राखिल इस घटना के बाद ‘परेशान’ रहने लगा था और उसने कोतमंगलम आकर इस घटना को अंजाम दिया। इस घटना में उसने 4 राउंड गोलियाँ चलाईं। हत्या के लिए देशी पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था। एक गोली उसने मिसफायर भी कर दी थी, क्योंकि मृतका के सिर और छाती में एक-एक गोली लगी थी। अंत में राखिल ने खुद के सिर में गोली मारी। कलमस्सेरी मेडिकल कॉलेज में शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ है।

ये भी पता चला है की नेल्लीकुझी इंदिरा गाँधी कॉलेज में पढ़ने वाली मेडिकल छात्रा की हत्या से पहले एक महीने तक उसका पीछा किया गया था। राखिल ने कॉलेज के पास ही एक कमरा किराए पर लिया था। हत्या की साजिश रचने से पहले उसने मनसा के कमरे से मात्र 100 मीटर की दूरी पर कमरा लिया था, ताकि उसके हर क्रियाकलाप पर नजर रख सके। उसने मनसा के कमरे में घुस कर उसकी हत्या की

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

पहले ‘पायलट की गलती’ वाली खबर चलाई, फिर फ्यूल कंट्रोल स्विच पर किया गुमराह: क्या एअर इंडिया हादसे में विदेशी मीडिया ने पहले ही...

लगता है कि सारा दोष पायलटों पर मढ़ के बोइंग की साख को बचाने के लिए किया जा रहा है। पायलटों को बलि का बकरा बनाना बोइंग की पुरानी आदत रही है।

भारत-नेपाल सीमा पर इस्लामी कट्टरपंथियों का डेरा, मस्जिद-मजार जिहाद के लिए दक्षिण भारत से आ रहा मोटा पैसा: डेमोग्राफी भी बदली, ₹150 करोड़ फंडिंग...

भारत-नेपाल सीमा पर डेमोग्राफी बदलने का बड़ा खेल उजागर हुआ है। यहाँ आयकर विभाग को 150 करोड़ की फंडिंग के सबूत मिले हैं।
- विज्ञापन -