Sunday, November 10, 2024
Homeराजनीतिजिस गर्भवती महिला के पेट में लात मारी थी वामपंथी नेता ने, अब वो...

जिस गर्भवती महिला के पेट में लात मारी थी वामपंथी नेता ने, अब वो BJP के टिकट पर लड़ रहीं चुनाव

"इन्हें CPM गुंडों ने पेट पर मारा था, जब वह गर्भवती थीं। इस हमले में उन्होंने साढ़े चार माह का बच्चा खो दिया। आज वह बालुसरी में भाजपा की प्रत्याशी हैं और वामंपथ के अमानवीय व बर्बर शासन को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

केरल में 2 साल पहले मार्क्सवादी पार्टी के स्थानीय नेता के कारण अपने साढ़े 4 महीने के गर्भ को खोने वाली महिला को लेकर खबर है कि उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर लिया है और इस बार वह बालुसरी से पंचायत चुनावों में भाजपा की प्रत्याशी हैं।

केरल में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव बीएल संतोष ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा,

“ये श्रीमती ज्योत्स्ना जोस हैं। इन्हें सीपीएम गुंडों ने पेट पर मारा था, जब वह गर्भवती थीं। इस हमले में उन्होंने साढ़े चार माह का बच्चा खो दिया। आज वह बालुसरी पंचायत में भाजपा की प्रत्याशी हैं और वामंपथ के अमानवीय व बर्बर शासन को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

साल 2018 में ज्योत्स्ना जोस के साथ हुई घटना के संबंध में प्रकाशित इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया है कि महिला के परिवार ने पहले शिकायत दर्ज करवाई हुई थी लेकिन तब पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। हालाँकि हमले के बाद इस संबंध में कोडेनचेरी पुलिस ने 7 गिरफ्तारियाँ कीं और आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया।

दरअसल, ये पूरा मामला जमीनी विवाद को लेकर हुआ था। कुछ लोगों ने जबरन घर में घुस कर महिला के परिवार को धमकाया था और उनसे गाली गलौच की थी। जब महिला की ओर से शिकायत लिखवाई गई तो इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ। बाद में उसी रात एक मीडिएटर लोगों के साथ उनके घर में आया और महिला के पति व बच्चे पर हमला किया।

जब महिला ने बीच-बचाव करना चाहा तो उसके हाथ बाँध दिए गए और आदमियों से उसे मारने को कहा गया। महिला ने इस दौरान दावा किया था कि उसके पेट पर हमला करने वालों में एक सीपीआईएम नेता थंबी था।

बता दें कि हमले में गर्भवती महिला के प्लेसेंटा (गर्भ में जिससे बच्चे को खून, खाना जाता है) पर ब्लड क्लॉट हो गए थे, जिसकी वजह से उन्हें अपना बच्चा गँवाना पड़ा। बाद में महिला ने अपने नाम से दो थानों में शिकायत दी थी और यह जान कर सीपीएम के कई नेता थंबी का नाम कंप्लेन से निकलवाने के लिए लगातार उन पर दबाव बनाने लगे थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘नहीं होगा कोई जागरण’: लुटियंस दिल्ली में TMC सांसद साकेत गोखले ने माता की चौकी में डाला विघ्न, स्थानीय निवासी बोले- हर साल होता...

स्थानीय लोगों के मुताबिक वे चाहते थे कि जागरण कम आवाज में होने दिया जाए। मगर सांसद आए और उन्होंने जागरण रुकवाने के लिए पुलिस को भेज दिया।

‘कॉन्ग्रेस प्रत्याशी ने की थी आतंकी याकूब मेमन के लिए दया की माँग’: सैयद मुज़फ्फर हुसैन के हस्ताक्षर वाला पत्र वायरल, नेता ने ‘फर्जी’...

मुंबई से कॉन्ग्रेस प्रत्याशी सैयद मुज़फ्फर हुसैन ने याकूब मेमन की दया याचिका पर अपने हस्ताक्षर वाले पत्र को फर्जी बताते हुए FIR दर्ज करवाई है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -