Thursday, April 25, 2024
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प्रियंका गाँधी की डांस टीचर लीला सैमसन पर CBI ने कसा शिंकजा, ₹7 करोड़ की हेराफेरी

वित्तीय धोखाधड़ी का मामला कलकत्ता फाउंडेशन के कुथम्बलम सभागार के नवीनीकरण से जुड़ा है। सैमसन सैमसन 06 मई 2005 से लेकर 30 अप्रैल 2012 तक फाउंडेशन की निदेशक थीं। इस दौरान नियम-कायदों को ताक पर रखकर काम करवाने का आरोप है।

केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने लीला सैमसन के खिलाफ सात करोड़ रुपए की हेराफेरी को लेकर मामला दर्ज किया है। इन पर चेन्नई कुथम्बलम सभागार के पुनरुद्धार काम में कथित अनियमितताओं का आरोप है। संगीत नाटक अकादमी की पूर्व अध्यक्ष सैमसन पद्मश्री से सम्मानित हैं। आरोप है कि उनकी निगरानी में कलकत्ता फाउंडेशन ने 7.02 करोड़ रुपए की अनुमानित परियोजना पर 62.20 लाख रुपए से अधिक खर्च किए।

लीला सैमसन गॉंधी परिवार की करीबी मानी जाती हैं। कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गॉंधी की नृत्य शिक्षिका भी रह चुकी हैं। लीला के अलावा फाउंडेशन के तत्कालीन मुख्य लेखा अधिकारी टीएस मूर्ति, लेखा अधिकारी एस रामचंद्रन, इंजीनियरिंग अधिकारी वी. श्रीनिवासन और सीआरडी के मालिक और चेन्नई के इंजीनियर्स के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि सैमसन 06 मई 2005 से लेकर 30 अप्रैल 2012 तक फाउंडेशन की निदेशक थीं। 2006 में फाउंडेशन द्वारा 1985 में बनाए गए ऑडिटोरियम के नवीनीकरण की जरूरत महसूस की गई। CBI की FIR में कहा गया है कि इस परियोजना का उद्देश्य 1985 में निर्मित कुथम्बलम ऑडिटोरियम की साउंड सिस्टम को अपग्रेड करना था। इसके अलावा सिविल इंजीनियरिंग कार्य, इलेक्ट्रिकल काम, एयर कंडीशनिंग और वास्तुशिल्प से जुड़े काम भी किए जाने थे।

CBI ने 2017 में संस्कृति मंत्रालय के तत्कालीन मुख्य सतर्कता अधिकारी महेश शर्मा की शिक़ायत के आधार पर इस मामले की जाँच शुरू की थी। शर्मा ने अपनी शिक़ायत में आरोप लगाया था कि फाउंडेशन के अधिकारियों ने जनरल फाइनेंस रूल्स का उल्लंघन करते हुए कंसल्टेंट आर्किटेक्ट CARD को रेनोवेशन के काम का ठेका दिया था।

2016 में एक जाँच के बाद संस्कृति मंत्रालय ने कहा था कि फाउंडेशन के अधिकारियों ने जनरल फाइनेंस रूल्स के उल्लंघन में कंसल्टेंट आर्किटेक्ट CARD को रेनोवेशन के काम का ठेका दिया और 7.02 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट की अनुमानित राशि से 62.20 लाख रुपए से अधिक खर्च किए।

शिक़ायत में यह भी आरोप लगाया गया कि ठेकों को देने में खुली निविदा प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था और सैमसन जीएफआर मानदंडों के बारे में निर्माण समिति के गैर-आधिकारिक सदस्यों को अवगत कराने में विफल रहीं।

लीला सैमसन लुटियंस क्लब की सबसे प्रभावशाली शख़्सियतों में से एक मानी जाती हैं। उन्हें अप्रैल 2005 में कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने कलाक्षेत्र के निदेशक के रूप में नियुक्त किया था। बाद में वे संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष बनाई गईं। अप्रैल 2011 में वे सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष बनाई गईं।

कहा जाता है कि उन्होंने प्रियंका गाँधी वाड्रा को कुछ वर्षों तक भरतनाट्यम सिखाया था। यह आरोप भी लगा था कि गाँधी परिवार के साथ नज़दीकियों के चलते ही उन्हें 2011 में यूपीए सरकार ने सेंसर बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया था।

सैमसन को 1990 में पद्मश्री, तमिलनाडु सरकार द्वारा संस्कृती, नृत्य चूडामणि, कलामीमणि (2005) और भरतनाट्यम में योगदान के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1999-2000) से सम्मानित किया गया।

लेकिन, साल 2012 में हिन्दू विरोधी सैमसन ने कलाक्षेत्र के निदेशक के पद से इस्तीफ़ा दे दिया। इसके बाद डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक गुरमीत राम रहीम सिंह की मुख्य भूमिका वाली फ़िल्म पर हुए विवाद के चलते उन्होंने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में भी अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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