Thursday, November 30, 2023
Homeराजनीतिकिसी ने अफवाह फैलाई है, इसको राजनीतिक चश्मे से न देखें: बांद्रा मस्जिद की...

किसी ने अफवाह फैलाई है, इसको राजनीतिक चश्मे से न देखें: बांद्रा मस्जिद की भीड़ पर सवालों को टाल गए CM उद्धव

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उद्धव ठाकरे से फोन पर बात कर के स्थिति का जायजा लिया और केंद्र सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। बांद्रा में जुटी भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है। अकेले महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 2455 मामले हैं। केवल मुंबई की ही बात करें तो यहाँ कोरोना के 1540 मरीज हैं, जितने किसी राज्य में भी नहीं हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आखिरकार मुंबई के बांद्रा में स्थित मस्जिद के सामने हज़ारों प्रवासी मजदूरों की भीड़ जुटने पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में मजदूर इसीलिए जुट गए, क्योंकि वो समझ रहे थे कि 14 अप्रैल के बाद देश भर में लॉकडाउन खुल जाएगा और वो सभी अपने-अपने घरों को जा सकेंगे। उद्धव ने कहा कि मजदूर ऐसा सोचते थे कि ट्रेनें चालू हो जाएँगी। साथ ही उन्होंने ये भी आशंका जताई कि कुछ लोगों ने मिल कर अफवाह फैलाई होगी। हालाँकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।

साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो सभी को बताना चाहते हैं कि अगर वो महाराष्ट्र में हैं तो सुरक्षित हैं। उद्धव ने कहा कि अभी कोरोना वायरस से लड़ने का समय है, इसीलिए किसी को भी चिंता नहीं करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना को किसी प्रकार का राजनीतिक रंग दिए जाने या फिर इससे राजनीति किए जाने का वो कड़ा विरोध करते हैं। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र सरकार सबका ख्याल रख रही है और राज्य पूरे देश को कोरोना से लड़ने की नई दिशा दिखा रहा है।

उधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उद्धव ठाकरे से फोन पर बात कर के स्थिति का जायजा लिया और केंद्र सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। बता दें कि बांद्रा में जुटी भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है। अकेले महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 2455 मामले हैं। केवल मुंबई की ही बात करें तो यहाँ कोरोना के 1540 मरीज हैं, जितने किसी राज्य में भी नहीं हैं। ठाकरे ने बेशक बॉलीवुड से ट्वीट करवा के ये दिखाया कि वो बेस्ट सीएम हैं लेकिन उर्वशी रौतेला ने जैसे ही बताया कि सभी सितारों को बने-बनाए ट्वीट्स दिए गए थे, पूरी साज़िश की पोल खुल गई। 

कुछ लोगों का यह भी सवाल है कि अगर ये मजदूर घर जाने के लिए जमा हुए हैं तो इनके हाथों में थैले या बैग वगैरह क्यों नहीं हैं? भीड़ मस्जिद के पास ही क्यों जमा हुई और अल्लाह का नाम लेकर समझाने के पीछे क्या तुक है? महाराष्ट्र में 30 अप्रैल तक का लॉकडाउन पहले से ही घोषित था तो आज हंगामा क्यों हो रहा है? उद्धव ठाकरे इन सभी सवालों पर चुप्पी साध गए और उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

1 दर्जन से अधिक कंपनियाँ-संस्थाएँ, कैंप करते PMO अधिकारी, विशेष उड़ानें, ऑक्सीजन प्लांट… यूँ ही नहीं हुआ सुरंग से 41 मजदूरों का रेस्क्यू, PM...

PMO, RVNL, ONGC, SJVNL, THDC, DRDO, DST, भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, BRO, NDRF, NDMA, उत्तरकाशी जिला प्रशासन और उत्तराखंड सरकार इसमें समन्वय बना कर काम करती रही।

सुरेंद्र राजपूत: 17 साल पहले जिन्होंने 5 साल के प्रिंस को निकाला था बोरवेल से, उनकी बनाई पुली ट्रॉली के कारण 41 मजदूरों के...

सुरेंद्र राजपूत ने सिलक्यारा सुरंग में रैट माइनर्स टीम के लिए पुली ट्रॉली बनाई। इस ट्रॉली से सुरंग से मलबा बाहर निकालने में मदद मिली।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
419,000SubscribersSubscribe