Saturday, July 27, 2024
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कोरोना लक्षणों के बावजूद मैंने भीड़ में पैकेट्स बाँटे… आप ये गलती न करें: ठीक होने के बाद उद्धव के मंत्री की खुली आँखें

"मैंने कोरोना का टेस्ट कराया था। रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद मैं निश्चिंत हो गया। इसके बाद मुखे बुखार आने लगा। मुझे लगा कि ये सब अपने आप ठीक हो जाएगा। ये मेरी वो गलती थी, जिसकी मुझे बड़ी कीमत चुकानी पड़ी।"

महाराष्ट्र के हाउसिंग मंत्री और एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने कोरोना के लक्षणों के बारे में छिपाया था। उन्होंने ख़ुद इसका खुलासा किया है। कोरोना के शुरुआती लक्षण सामने आने के बावजूद जितेंद्र आव्हाड अपने विधानसभा क्षेत्र मुम्ब्रा में फ़ूड डिस्ट्रीब्यूशन प्रोग्राम में हिस्सा लेते रहे। जितेन्द्र आव्हाड ने बताया कि उन्होंने सोचा था कि उन्हें कुछ नहीं होगा। उन्होंने एक बड़ी भीड़ जुटा कर फ़ूड पैकेट्स बाँटना जारी रखा। अब उन्होंने कहा कि उन्हें इसका पछतावा है और ऐसा नहीं करना चाहिए था।

महाराष्ट्र के मंत्री जितेन्द्र आव्हाड कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो गए हैं। उन्होंने ठीक होने के बाद कहा कि कोरोना को नज़रंदाज़ नहीं करना चाहिए और इससे जुड़ी भ्रांतियों से लड़ने की ज़रूरत है। जितेन्द्र एनसीपी के नेता हैं और महाराष्ट्र की राजनीति में हमेशा चर्चा में रहते हैं। राज्य के हाउसिंग मंत्री जितेन्द्र मुलुंड के फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती थे, जहाँ से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। कोरोना से रिकवर होने के बाद वो अपने घर में ही क्वारंटाइन में हैं।

उन्हें 23 अप्रैल को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। आव्हाड ने बताया कि वो अगले कुछ दिनों तक डॉक्टरों के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने घर में ही रहेंगे। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि वो कोरोना को लेकर वो गलतियाँ न दोहराएँ, जो उन्होंने की हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जान काफ़ी मुश्किल से बची है और कोरोना के लक्षणों को शुरुआत में नज़रंदाज़ करना उनकी ग़लती थी। उन्होंने शुरू में चीजों को गंभीरता से नहीं लिया। मंत्री ने बताया:

“मैंने कोरोना का टेस्ट कराया था। रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद मैं निश्चिंत हो गया। इसके बाद मुखे बुखार आने लगा। मुझे लगा कि ये सब अपने आप ठीक हो जाएगा। ये मेरी वो गलती थी, जिसकी मुझे बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। लोगों को कोविड-19 के लक्षणों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। प्रशासन को अवगत कराना चाहिए। अगर आप इलाज में देरी करेंगे तो आपको भी इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।”

महाराष्ट्र के मंत्री आव्हाड ने नर्सों, डॉक्टरों और हॉस्पिटल कर्मचारियों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी के मुखिया शरद पवार को उनका हालचाल पूछने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि उद्धव ठाकरे के करीबी मिलिंद नार्वेकर ने उनके इलाज की सारी व्यवस्था की और एक परिवार की तरह देखभाल किया। उन्होंने बताया कि वो अभी भी काफ़ी कमजोरी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने ध्यान दिलाया कि इस रोग से जुड़े सोशल स्टिग्मा से लड़ने की ज़रूरत है क्योंकि कोरोना संक्रमितों को समर्थन की ज़रूरत होती है।

खबर आई थी कि महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आव्हाड का केवल सुरक्षाकर्मी ही नहीं, बल्कि उनसे जुड़े 16 अन्य लोग भी कोरोना पॉजिटिव हैं। इन 16 लोगों की सूची में जितेंद्र आव्हाड की सुरक्षा में तैनात 5 पुलिसकर्मी थे, कार्यरत रसोइया था, सफाई कामगार, बंगले पर कार्यरत स्टाफ और अन्य कर्मचारी थे। इनके अलावा पॉजिटिव लोगों की सूची में ठाणे मनपा का एक पूर्व नगरसेवक का नाम भी बताया जा रहा था। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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