Thursday, October 10, 2024
Homeराजनीति'प्रदेश में कमलनाथ सरकार को हिलाने वाला कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ,...

‘प्रदेश में कमलनाथ सरकार को हिलाने वाला कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ, मिला तो कर देंगे 3 टुकड़े’

एक ओर जहाँ मंत्री सज्जन सिंह ने भाजपा की मानसिकता की तुलना 'कुत्तों' से की है वहीं, मंत्री आरिफ़ अकील का कहना है कि कमलनाथ सरकार को हिलाने वाला कोई माई का लाल पैदा ही नहीं हुआ है।

कमलनाथ सरकार के दो मंत्रियों द्वारा भाजपा के लिए विवादस्पद बयान दिया गया है। खबरों के मुताबिक एक ओर जहाँ झाबुआ में लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह ने भाजपा की मानसिकता की तुलना ‘कुत्तों’ से की है वहीं, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ़ अकील ने भाजपा के लिए कहा है कि अगर किसी ने गड़बड़ की तो वे पार्टी के 3 तुकड़े कर देंगे।

एबीपी के अनुसार, एक दिन के दौरे पर झाबुआ पहुँचे सज्जन सिंह ने कहा, “बीजेपी कह रही है कि कुत्तों को स्थानांतरित कर दिया गया है। ये ठीक लगता अगर वे इसे ‘डॉग स्कॉड’ कहते। लेकिन, उन्होंने कहा कि ‘कुत्तों’ को स्थानांतरित कर दिया गया। उनकी मानसिकता कुत्तों जैसी है। क्या करें!”

वहीं मंत्री आरिफ़ अकील के मुताबिक, प्रदेश में उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। आरिफ़ अकील ने कहा, “प्रदेश में कमलनाथ सरकार को हिलाने वाला कोई माई का लाल पैदा ही नहीं हुआ। अगर किसी ने ज्यादा गड़बड़ की तो हम बीजेपी के तीन टुकड़े कर देंगे।”

कमलनाथ ने की रीमा और जया की छुट्टी

गौरतलब है कि बीते दिनों कमलनाथ सरकार ने प्रदेश से 46 स्निफर डॉग्स का स्थानांतरण किया था। जिसके बाद भाजपा ने उन पर निशाना साधा था। बीजेपी ने कहा था कि कमलनाथ सरकार का तबादले के अलावा प्रदेश के हित के किसी भी अन्य विषय पर ‘फोकस’ नहीं है। वहीं कर्नाटक की हालिया स्थिति को देखते हुए मध्य प्रदेश के राजनीतिक समीकरणों पर भी सवाल उठ रहे थे। क्योंकि मध्य प्रदेश में भी कॉन्ग्रेस पूर्ण बहुमत में न होकर सपा, बसपा एवं निर्दलीय विधायकों के समर्थन से टिकी हुई है। इन दोनों घटनाओं पर ही कमलनाथ सरकार के मंत्रियों का ये विवादस्पद बयान आया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अल्पसंख्यक हैं मिजोरम में हिंदू, फिर भी हरि मंदिर को बचाने में जुटे: असम राइफल्स के जाने के बाद राज्य सरकार के कब्जे में...

पूर्वोत्तर भारत के राज्य मिजोरम में हिन्दू असम राइफल्स की कैंटोनमेंट में स्थित अपना एक मंदिर सरकारी नियंत्रण में जाने से बचाने को लड़ रहे हैं।

बिहार में ईसाई धर्मांतरण की ग्राउंड रिपोर्ट, YouTube ने डिलीट किया वीडियो: क्या फेसबुक भी उड़ा देगा, बिग टेक कंपनियों की वामपंथी पॉलिसी कब...

पहली बार नहीं है कि किसी मामले को लेकर बड़ी टेक कंपनियों के वामपंथी रवैये पर सवाल खड़ा किया जा रहा हो। इनका प्रभाव फेसबुक पोस्ट से लेकर इंस्टा की रीच तक पर आप देख सकते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -