पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद स्थित जांगली क्षेत्र में नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) को लेकर चल रहा विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। हिंसा इतनी ज्यादा भड़क गई कि दो लोगों की मौत हो गई। इस घटना में तीन लोगों के घायल होने की भी ख़बर है। एक मृतक की पहचान अनारुल बिस्वास के रूप में हुई है। उसके शरीर पर गोलियों के निशान मिले हैं। ये घटना बुधवार (जनवरी 29, 2020) के दिन हुई, जब इलाक़े में बंद का आयोजन किया गया था। तभी हिंसा भड़क गई। बंद का आयोजन ‘भारतीय नागरिक मंच’ ने किया था।
आरोप है कि बंद के दौरान ही तृणमूल कॉन्ग्रेस के ब्लॉक प्रमुख ताहिरुद्दीन शेख का काफिला वहाँ पहुँचा और उसमें शामिल लोगों ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चला दी। इस गोलीबारी में 2 लोग मारे गए और 3 घायल हुए। गोलीबारी की ख़बर फैलते ही क्षेत्र में हिंसा भड़क गई और लोगों ने बवाल शुरू कर दिया। कई दोपहिया वाहनों में आग लगा दी गई और कई कारों को भी आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा की खबरें सामने आने के बाद पुलिस की टीम को मौके पर भेजा गया ताकि स्थितियों पर नियंत्रण किया जा सके।
तृणमूल कॉन्ग्रेस के स्थानीय नेताओं ने तहीरुद्दीन शेख पर लगे आरोपों को ख़ारिज कर दिया है। टीएमसी का कहना है कि इस वारदात के पीछे सीपीएम व कॉन्ग्रेस नेताओं का हाथ है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि उसके कार्यकर्ता जब वहाँ से गुजर रहे थे, तब कॉन्ग्रेस और सीपीएम के स्थानीय नेताओं ने उन पर हमला कर दिया। वहीं पुलिस की मानें तो सीएए को लेकर जांगली में दो समूहों के बीच बहस शुरू हो गई जो झड़प में बदल गई। फ़िलहाल घायलों का इलाज मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में किया जा रहा है।
#Anti-CAAprotests | Two persons were killed and one injured in a clash between TMC and a local group in West Bengal’s #Murshidabad district on Wednesday, police saidhttps://t.co/7Hpkjf2J1X
— Firstpost (@firstpost) January 29, 2020
ख़बरों के अनुसार, मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में देशी बमों का भी इस्तेमाल किया गया। फ़िलहाल तीनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।