Sunday, April 20, 2025
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महाराष्ट्र: विधानसभा चुनाव से पहले NCP-कॉन्ग्रेस के 4 विधायकों ने दिया इस्तीफा, BJP में होंगे शामिल!

महाराष्ट्र में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने दावा किया था कि कॉन्ग्रेस और NCP के तकरीबन 50 विधायक उनके सम्पर्क में हैं और जल्द ही वो बीजेपी में शामिल होंगे।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल-बदल का सिलसिला शुरू हो गया है। राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) और कॉन्ग्रेस पार्टी के कई नेताओं का बीजेपी में शामिल होना जारी है। ताजा सियासी घटनाक्रम में कॉन्ग्रेस के 1 और एनसीपी के 3 विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इनमें कॉन्ग्रेस के विधायक कालिदास कोलाम्बकर, NCP के विधायक शिवेन्द्र राजे भोसले, वैभव पिचाड और संदीप नाइक शामिल हैं। चारों ने स्पीकर हरिभाऊ बागड़े से मुलाकात कर अलग-अलग इस्तीफा सौंपा।

जानकारी के मुताबिक, चारों विधायक राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में औपचारिक तौर पर बुधवार (जुलाई 31, 2019) को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। कालिदास कोलाम्बकर ने पहले ही घोषणा कर दी है कि कि वह पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होंगे। इसके अलावा NCP के कद्दावर नेता और शरद पवार के करीबी माने जाने वाले मधुकर पिचाड के बेटे वैभव ने कहा कि उन्होंने अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाकर उनकी राय जानने की कोशिश की थी। उनके ज्यादातर समर्थक चाहते हैं कि वो बीजेपी में शामिल हो जाएँ। 

गौरतलब है कि हाल ही में महाराष्ट्र में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने दावा किया था कि कॉन्ग्रेस और NCP के तकरीबन 50 विधायक उनके सम्पर्क में हैं और जल्द ही वो बीजेपी में शामिल होंगे। इससे पहले, 26 जुलाई को NCP की महिला विंग की अध्यक्ष चित्रा वाघ ने पार्टी के अंधकारमय भविष्य को देखते हुए इस्तीफ़ा दे दिया था और पार्टी के मुंबई प्रमुख सचिन अहीर ने पहले से ही शिवसेना का दामन थाम लिया है।

वहीं, पार्टी के नेताओं द्वारा लगातार दिए जा रहे इस्तीफे पर शरद पवार ने 28 जुलाई को कहा था कि बीजेपी उनकी पार्टी को तोड़ रही है, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने फडणवीस और बीजेपी के अन्य मंत्रियों पर दूसरे दलों के नेताओं की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने भाजपा पर जाँच एजेंसियों और सरकारी वित्तीय निकायों का दुरुपयोग कर नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए मजबूर करने का भी आरोप लगाया। हालाँकि शरद पवार ने ये भी कहा था कि उनकी पार्टी से जो कोई नेता अलग होता है, वह दोबारा नहीं जीतता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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