प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दो दिवसीय दौरे (26 और 27 सितंबर) पर हैं। पीएम मोदी ने आज बुधवार (27 सितंबर, 2023) को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 20 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसके अलावा, पीएम मोदी छोटा उदेपुर के बोडेली में 5 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
#WATCH गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटाउदेपुर के बोडेली में 5200 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाली परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। pic.twitter.com/JWCgGnwIEq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2023
‘ब्रांडिंग नहीं बॉन्डिंग का आयोजन’
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 20 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “यह सिर्फ ब्रांडिंग का आयोजन नहीं, बल्कि बॉन्डिंग का आयोजन है। मेरे लिए यह मजबूत बॉन्ड का प्रतीक है। यह मेरे और गुजरात के सात करोड़ नागरिक के सामर्थ्य से जुड़ा हुआ है।”
#WATCH 20 साल पहले हमने एक छोटा सा बीज बोया था आज वह इतना विशाल वट-वृक्ष बन गया है। बरसों पहले मैंने कहा था कि वाइब्रेंट गुजरात सिर्फ ब्रांडिंग का आयोजन भर नहीं है बल्कि इससे बढ़ कर बॉन्डिंग का आयोजन है… यह बॉन्ड मेरे और गुजरात के सात करोड़ नागरिकों और उनके सामर्थ्य के साथ… https://t.co/SORJmBJxvR pic.twitter.com/Y87P2Tm3YT
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‘निवेश को लेकर माहौल बिगाड़ने की हुई थी कोशिश’
इस अवसर बोलते हुए पीएम ने कहा कि आज वाइब्रेंट गुजरात वटवृक्ष बन चुका है। जब मैंने इस समिट की शुरुआत की तो केंद्र के मंत्री इस आयोजन में शामिल नहीं होना चाहते थे। निवेश को लेकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई थी। गुजरात को उस दौर में अस्थिर करने की कोशिश की गई। निवेशकों को यहाँ निवेश न करने के लिए धमकाया जाता था।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैंने उस दौर में देश के दूसरे राज्यों को न्योता दिया। हमने राज्यों को कहा कि आइए और इस कार्यक्रम में राज्य का स्टॉल लगाकर फायदा उठाइए। हरियाणा, ओड़िशा और कई राज्यों ने इसका फायदा उठाया।
गोधरा को भी PM मोदी ने किया याद
वाइब्रेंट गुजरात समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने गोधरा कांड को भी याद किया और कहा, “गोधरा कांड के बाद पूरे गुजरात में हिंसा भड़क उठी थी। उस समय एक मुख्यमंत्री के रूप में मेरे पास ज्यादा अनुभव नहीं था। फिर भी मुझे गुजरात की जनता पर बहुत भरोसा था। कुछ लोग अपना एजेंडा चला रहे थे। उन्होंने गुजरात को बदनाम करने की साजिश रची और लोगों ने नकारात्मकता फैलाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने सोचा कि गुजरात नष्ट हो गया है, लेकिन हमारी सरकार ने ध्यान केंद्रित किया और गुजरात को इस नकारात्मकता से उबारने के लिए सही निर्णय लिए।”
#WATCH आज मुझे स्वामी विवेकानंद की बात याद आ रही है। हर काम को तीन चरणों से गुजरना पड़ता है, पहले लोग इसका उपहास उड़ातें है, फिर विरोध करते हैं, बाद में उसे स्वीकार कर लेते हैं।2001 में आए भीषण भूकंप से भी पहले गुजरात लंबे समय तक अकाल की स्थिति से जूझ रहा था। भूकंप से लाखों लोग… pic.twitter.com/LmYR0ytaH8
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‘गुजरात को संकट से निकालने का लिया था संकल्प’
पीएम मोदी ने समिट में आगे कहा, “जो लोग एजेंडा लेकर चलते थे वे उस समय भी घटनाओं का अपने तरीके से आँकलन करने में जुटे हुए थे। कहा गया कि गुजरात से युवा, व्यापारी, उद्योग सब पलायन कर जाएँगे। दुनिया में गुजरात को बदनाम करने की साजिश रची गई। कहा गया गुजरात कभी अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाएगा। उस संकट में मैंने संकल्प लिया कि चाहे परिस्थितियाँ जैसी भी हो गुजरात को इससे बाहर निकालकर रहूँगा। भयंकर दिनों से कैसे गुजरात को निकाला है और आज गुजरात कहाँ पहुँच गया है। जीवन में इससे बड़ा संतोष और क्या हो सकता है।”
#WATCH जो लोग एजेंडा लेकर चलते थे वे उस समय भी घटनाओं का अपने तरीके से आंकलन करने में जुटे हुए थे। कहा गया कि गुजरात से युवा, व्यापारी, उद्योग सब पलायन कर जाएंगे… दुनिया में गुजरात को बदनाम करने की साजिश रची गई। कहा गया गुजरात कभी अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाएगा। उस संकट में… https://t.co/6HDtgNcMGr pic.twitter.com/i0M6eQoros
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उन्होंने यह भी कहा कि हमने न केवल गुजरात का पुनर्विकास किया बल्कि इसके भविष्य के बारे में भी सोचा, हमने इसके लिए ‘वाइब्रेंट गुजरात’ को एक प्रमुख माध्यम बनाया. ‘वाइब्रेंट गुजरात’ को गुजरात के आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक माध्यम बनाया गया और एक चैनल बनाया गया।