Monday, November 11, 2024
Homeराजनीतिसाल की आखिरी मन की बात: CAA विरोधी हिंसा पर बोले पीएम- युवाओं को...

साल की आखिरी मन की बात: CAA विरोधी हिंसा पर बोले पीएम- युवाओं को अराजकता नहीं पसंद

रेडियो कार्यक्रम के दौरान पीएम ने जम्मू-कश्मीर के हिमायत प्रोग्राम का भी ज़िक्र किया। बताया कि इसकी वजह से 18000 युवाओं को ट्रेनिंग मिली। 5000 युवाओं को रोज़गार मिला। बिहार में स्कूल के पूर्व छात्रों द्वारा शुरू किए गए संकल्प 95 का भी उन्होंने जिक्र किया।

रविवार (29 दिसंबर 2019) को रेडियो कार्यक्रम मन की बात का 60वाँ एपिसोड प्रसारित हुआ। यह इस साल का आखिरी मन की बात था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को बधाई देते हुए इसकी शुरुआत की। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के नाम पर हुई हिंसा के आलोक में कहा कि देश के युवा अराजकता पसंद नहीं करते। उन्हें अव्यवस्था से चिढ़ है। प्रधानमंत्री का यह संबोधन सीएए को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों में छात्रों का जिक्र आने से जोड़ कर देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के युवा हर दिन कुछ नया करना चाहते हैं। आज के युवा एक बेहतर सिस्टम पंसद करते हैं। अगर कोई सिस्टम सही से काम न करे तो वे बेचैन हो जाते हैं। उन्होंने कहा, “मैं इसे अच्छा मानता हूँ। नई पीढ़ी को अराजकता पसंद नहीं है। अव्यवस्था से उन्हें चिढ़ है। जातिवाद, परिवारवाद जैसी अव्यवस्था को वो पसंद नहीं करते हैं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि युवावस्था की क़ीमत को आँका नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा, “ये जीवन का सबसे मूल्यवान कालखंड होता है। आपका जीवन इस पर निर्भर करता है कि आप अपनी युवावस्था का उपयोग किस प्रकार करते हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि हम अलग-अलग कॉलेजों में, यूनिवर्सिटी में और स्कूल में पढ़ते तो हैं, लेकिन पढ़ने के बाद Alumni meet एक बहुत सुहाना अवसर होता है। इस अवसर पर सभी नौजवान पुरानी यादों में खो जाते हैं, इसका एक अलग ही आनंद है।”

उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत में ये दशक न सिर्फ़ युवाओं के विकास के लिए होगा, बल्कि युवाओं के सामर्थ्य से देश का विकास करने वाला भी साबित होगा। भारत को आधुनिक बनाने में युवा पीढ़ी की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है।

मन की बात कार्यक्रम में बिहार का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के पश्चिमी चंपारण की एक कहानी बताए बिना वे रह नहीं सकते। यहाँ भैरवगंज हेल्थ सेंटर में लोग हेल्थ चेकअप कराने आए। यह कार्यक्रम सरकार का नहीं था, बल्कि यह एक स्कूल के पुराने छात्रों द्वारा उठाया गया क़दम था। इसका नाम संकल्प 95 था।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अपील की कि 2022 में देश के लोग स्थानीय सामानों को ख़रीदने पर जोर दें। उन्होंने कहा कि ये काम सरकारी नहीं होना चाहिए। देश के युवा छोटे-छोटे ग्रुप और संगठन बनाकर लोगों को स्थानीय सामान ख़रीदने पर ज़ोर दें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में सूर्यग्रहण, प्राचीन भारत के मनीषियों आर्यभट्ट, भास्कराचार्य का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को खगोल शास्त्र के बारे में रूचि विकसित करनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर के हिमायत प्रोग्राम का ज़िक्र किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम की वजह से 18000 युवाओं को ट्रेनिंग मिली, जबकि 5000 युवाओं को रोज़गार भी मिला। उन्होंने कहा कि हिमायत कार्यक्रम स्किल ट्रेनिंग से जुड़ा हुआ है। साथ ही उन्होंने सभी देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएँ भी दीं।

अपने पिछले मन की बात कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अयोध्या के रामजन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले पर बात की थी, उन्होंने देशवासियों के द्वारा इस फैसले को स्वीकार किए जाने पर उनका धन्यवाद किया था। उन्होंने कहा था कि 130 करोड़ भारतीयों ने फिर यह साबित कर दिया कि उनके लिए देशहित से बढ़कर कुछ भी नहीं है।

अयोध्या में राम मंदिर: मोदी बोले- फ़ैसले के बाद 130 करोड़ भारतीयों ने साबित किया देशहित से बढ़कर कुछ नहीं

कौन हैं ‘प्लॉगर’ रिपुदमन बेल्वी और सिस्टर थ्रेसिया? PM मोदी ने ‘मन की बात’ में की जिनकी चर्चा

मीडिया को हेडलाइन मैटीरियल न मिले तो लोकतंत्र रुक नहीं जाता: नरेंद्र मोदी की ‘खरी-खरी’ मन की बात

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

साकेत गोखले ने जहाँ बंद करवाया जागरण, वहाँ भजनों के बिना हुई आरती, भंडारा में भी आने से डर रहे थे स्थानीय: ऑपइंडिया से...

दिल्ली में जहाँ TMC सांसद साकेत गोखले ने रुकवाया दुर्गा जागरण, वहाँ के हिन्दुओं ने कहा कि अगर आज चुप रहे तो कल रोकी जाएगी होली और दीवाली भी।

स्विट्जरलैंड में 1 जनवरी से नहीं पहन सकेंगे बुर्का-नकाब, मुँह ढकने पर देना पड़ेगा 97000 रुपए तक जुर्माना: नया कानून बना, जानें क्या होंगे...

ये कानून स्विस संसद के निचले सदन में 151-29 वोट से पारित हुआ है। स्विट्जरलैंड में इस कानून को 1 जनवरी 2025 से लागू किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -