पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि वो फिलहाल कुछ वक्त के लिए पब्लिक लाइफ और एक्टिव पॉलिटिक्स से ब्रेक लेना चाहते हैं।
प्रशांत किशोर ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को लिखे पत्र में कहा, “मैं आपके प्रधान सलाहकार का पद नहीं संभाल सकता हूँ। मुझे अभी यह तय करना बाकी है कि भविष्य में क्या करना है। इसलिए आपसे निवेदन है कि मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करें। मुझे चुनने के लिए धन्यवाद।”
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर को इसी साल मार्च के महीने में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधान सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया था। इसे लेकर सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वो प्रशांत किशोर के साथ मिलकर राज्य के लोगों की बेहतरी के लिए काम करेंगे।
इस बीच मीडिया रिपोर्ट की मानें तो कॉन्ग्रेस की डूबती नैया को पार लगाने के लिए कॉन्ग्रेस आलाकमान प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल कराने की तैयारी कर रहा है। यह हवा तेज इसलिए भी पकड़ी क्योंकि पिछले महीने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार (13 जुलाई 2021) को कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक के दौरान प्रियंका गाँधी, केसी वेणुगोपाल और पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
हालाँकि, वो मीटिंग छत्तीसगढ़ में गहराए राजनीतिक संकट को लेकर थी, लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें जल्द ही पार्टी में किसी बड़े पद पर शामिल किया जा सकता है।
प्रशांत किशोर की पारी की स्क्रिप्ट तैयार
रिपोर्ट के मुताबिक, कॉन्ग्रेस में प्रशांत किशोर को शामिल किए जाने का ब्लू प्रिंट लगभग तैयार कर लिया गया है। प्रशांत किशोर की सलाह पर पार्टी में एक विशेष सलाहकार समिति का गठन किया जाएगा, जो सीधे पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी को रिपोर्ट करेगा।
इसके अलावा कॉन्ग्रेस को पुनर्जीवित करने के प्रशांत किशोर के ब्लू प्रिंट पर बीते तीन सप्ताह के दौरान गहन चर्चाएँ की गई हैं। माना जा रहा है कि उनको महासचिव का पद दिया जा सकता है, ताकि वो सीधे सोनिया गाँधी को रिपोर्ट कर सकें। अब देखना ये है कि वो कॉन्ग्रेस की डूबती नैया को किस तरह से पार लगा पाते हैं।