Saturday, July 27, 2024
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‘जम्मू-कश्मीर में बाहरी लोग’ पर राजनीति करने में जुटे राहुल गाँधी… कुछ दिन पहले ही आधार कार्ड देख 4 हिंदुओं को इस्लामी आतंकियों ने मार डाला था

"पहले जम्मू के लोग व्यापार करते थे। जम्मू-कश्मीर को जम्मू-कश्मीर के लोग चलाते थे। आज बाहर के लोग जम्मू और कश्मीर को चला रहे हैं। सारा व्यापार बाहर के लोग करते हैं, जम्मू-कश्मीर के लोग देखते रह गए।"

भारत जोड़ो यात्रा अपने अंतिम चरण में कश्मीर पहुँच चुकी है। इस बीच 24 जनवरी, 2023 को जम्मू के सतवारी चौक के पास आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गाँधी ने विवादित बयान दिया था। राहुल गाँधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को बाहरी चला रहे हैं। उनके बयान का यह वीडियो अब वायरल हुआ है। देश भर में उनके इस बयान की निंदा की जा रही है।

वायरल वीडियो में राहुल गाँधी कह रहे हैं, “पहले जम्मू के लोग व्यापार करते थे। जम्मू-कश्मीर को जम्मू-कश्मीर के लोग चलाते थे। आज बाहर के लोग जम्मू और कश्मीर को चला रहे हैं। हमारी आवाज (जम्मू-कश्मीर के लोगों की) उसको प्रशासन नहीं सुनता। सारा व्यापार बाहर के लोग करते हैं, जम्मू-कश्मीर के लोग देखते रह गए।” राहुल आगे कहते हैं कि देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी जम्मू कश्मीर में है।

राहुल गाँधी के इस बयान को ट्विटर पर शेयर करते हुए राजनीतिक विश्लेषक और लेखक जावेद इकबाल शाह ने लिखा कि जो राहुल गाँधी जम्मू-कश्मीर में स्थानीय बनाम बाहरी की बात कर रहे हैं, क्या वो दिल्ली या उत्तर प्रदेश में इस तरह की भाषा का प्रयोग कर सकते हैं? उन्होंने आगे लिखा कि जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी कॉन्ग्रेस और उसकी सहयोगी कश्मीरी राजनीतिक पार्टियों के 70 साल के कुशासन का परिणाम है। उन्होंने लिखा कि हजारों कश्मीरी जम्मू-कश्मीर के बाहर काम और व्यापार करते हैं।

द ब्रेन डॉक्टर नाम के यूजर ने लिखा कि तमिलनाडु में राहुल गाँधी द्रविड़ियन पहचान की बात कर रहे थे। जम्मू-कश्मीर में दूसरे राज्य के मजदूरों और प्रशासन के खिलाफ बोल रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि पूरी की पूरी भारत जोड़ो यात्रा ही विभाजनकारी है।

फिल्म मेकर और ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ट्विटर पर लिखा, “राहुल गाँधी के अनुसार कोई भी व्यक्ति जो भारत के किसी दूसरे हिस्से से जम्मू और कश्मीर में आता है, वह बाहरी है। बाहर के लोग ठीक वही हैं, जो हम सभी को कहा जाता है। वह किसकी भाषा बोल रहे हैं?”

आपको याद दिला दें कि राहुल गाँधी का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब जम्मू-कश्मीर में इस्लामी आतंकी टारगेट किलिंग्स को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे समय में जब पहचान पत्र देखकर हिंदुओं की हत्या की जा रही है, राहुल गाँधी जम्मू-कश्मीर में बाहरी बनाम स्थानीय जैसे बयान देकर आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। दूसरों पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप लगाने वाले राहुल गाँधी जो भारत जोड़ने निकले हैं, खुद विभाजनकारी बयान देते फिर रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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