राजस्थान के बारां से कल 13 और 15 वर्षीय दो नाबालिग लड़कियों के साथ हुए बलात्कार की घटना सामने आई थी। कथिततौर पर लड़कियों को अगवा कर कोटा, जयपुर और अजमेर ले जाया गया और तीन दिनों तक उनके साथ बलात्कार किया गया था। अपने साथ हुए इस घिनौने अपराध को उन्होंने कमरे पर भी बताते हुए कहा था कि दो लड़कों द्वारा उनका अपहरण किया गया और नशीली दवाइयाँ देकर तीन दिन तक बलात्कार किया गया।
पीड़िताओं के बयान के बावजूद, राजस्थान के सीएम और कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने ट्विटर पर दावा किया कि नाबालिग लड़कियों के साथ किसी भी प्रकार की ‘जबरदस्ती’ नहीं की गई है।
जबकि बारां में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही। बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया एवं अनुसन्धान में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं, जांच आगे भी जारी रहेगी।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
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Shameful statement by a CM- Listen to victim herself 👇🏻 pic.twitter.com/g3VxVEafZ8
— Shash (@BefittingFacts) October 1, 2020
ट्विटर पर उन्होंने दावा किया, “बारां में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के तहत बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही। बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया एवं अनुसन्धान में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं, जाँच आगे भी जारी रहेगी।”
खबरों के मुताबिक, राजस्थान पुलिस ने भी सामूहिक दुष्कर्म के आरोपों से इनकार किया है। कथिततौर पर एक पुलिस वाले ने कहा है कि लड़कियों ने अपने बयान में बलात्कार के आरोप से इनकार किया। हालाँकि, दोनों नाबालिग लड़कियों के परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें धमकी देकर डराया धमकाया गया था, ताकि वे आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज न करवायें।
गौरतलब है कि कल हमनें आपको बताया था कि पीड़िताओं के पिता ने पुलिस से अपने बच्चियों के साथ हुए अपराध को लेकर न्याय की माँग की थी। अगवा की गई लड़कियों से जब पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ की तो पुलिस के सामने ही उन्हें जान से मारने की धमकी की गई थी। जिस वजह से वह अपने ऊपर हुए जुर्म के बारे में नहीं बता सकी थी।
नाबालिग लड़कियों के पिता ने पुलिस को बताया था कि दो नाबालिग आरोपित 18 सितंबर की रात को बहला फुसला कर उनकी बेटियों को भगा ले गए थे। पिता के आरोप के अनुसार, अगवा करने के बाद उन्हें अजमेर, कोटा और जयपुर ले जाकर तीन दिनों तक लगातार उनका बलात्कार किया गया। दोनों लड़कियों को 21 सितंबर को कोटा से बरामद किया गया था।
एक तरह जहाँ दोनों नाबालिग कैमरे पर नशीला पदार्थ पिलाकर सामूहिक बलात्कार करने की बात स्वीकार की। वहीं इस मामले में पुलिस और सीएम अशोक गहलोत का दावा है कि नाबालिग लड़कियों ने अपने बयान में बलात्कार के आरोपों से इनकार किया।