Thursday, June 12, 2025
Homeराजनीतिराजस्थान के कॉन्ग्रेस नेता मोहसिन राशिद गिरफ्तार: पुलिस, RSS, बजरंग दल पर हमला करने...

राजस्थान के कॉन्ग्रेस नेता मोहसिन राशिद गिरफ्तार: पुलिस, RSS, बजरंग दल पर हमला करने को बताया था सही

मोहसिन राशिद की अन्य तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर घूम रही हैं, जिनमें वह NDTV इंडिया के संपादक रवीश कुमार के साथ तो कभी अन्य कॉन्ग्रेस नेताओं के साथ तस्वीरें खिंचवाते हुए दिखाई दे रहे हैं। साथ ही राज्य के सीएम गहलोत के साथ भी वे नजर आ रहे हैं।

राजस्थान पुलिस ने कॉन्ग्रेस पार्टी के पदाधिकारी को सोशल मी़डिया पर भड़काऊ संदेश पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कॉन्ग्रेस पदाधिकारी की पहचान मोहसिन राशिद टोंक के रूप में हुई। कोतवाली पुलिस ने 19 अप्रैल को राशिद के ख़िलाफ़ शिंकजा सका। रिपोर्ट्स के मुताबिक मोहसिन राशिद टोंक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोरोनावायरस महामारी से संबंधित संदेश और वीडियो पोस्ट किए थे, जो समुदायों के बीच नफरत और दुश्मनी को बढ़ावा देते थे। जिसके संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने उनके ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया।

खबरों के मुताबिक, राशिद को पहले मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और फिर बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत के लिए भेज दिया गया। मोहसिन कॉन्ग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राज्य महासचिव हैं। वे पार्टी की वेबसाइट के अनुसार, राजस्थान कॉन्ग्रेस की वेबसाइट के प्रभारी भी हैं।

हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं है कि 17 अप्रैल को किस पोस्ट के लिए मोहसिन को गिरफ्तार किया गया। मगर बताया जा रहा है कि 17 अप्रैल को टोंक के कसाई मोहल्ले में जो पुलिस पर हमला हुआ था, उस वाकये को लेकर मोहसिन ने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने टोंक में पुलिसकर्मियों पर हुए क्रूर हमले को सही ठहराया था।

मोहसिन ने अपनी वीडियो में पुलिस पर हमलावर हुए भीड़ के हमले को जस्टिफाई करने की कोशिश की थी और ये भी बताने का प्रयास किया था कि जहाँ हमला हुआ, वहाँ स्थानीय लोगों में अफवाह थी कि आरएसएस और बजरंग दल वाले सामान्य कपड़ों में घूम रहे हैं। इसलिए भीड़ ने पुलिसकर्मियों को आरएसएस व बजरंगदल वाला समझकर हमला कर दिया।

इतना ही नहीं, राशिद ने अपनी बात कहते हुए आरएसएस और बजरंग दल पर हमले की सोच को अप्रत्यक्ष रूप से सही ठहराते हुए और पुलिस पर हमला करने की घटना पर सभी स्थानीय लोगों की ओर से माफी माँगते हुए ये भी कहा कि अगर स्थानीय लोगों को मालूम होता कि वे पुलिसकर्मी हैं, तो वे उन पर कभी हमला नहीं करते।

यहाँ बता दें कि मोहसिन राशिद की अन्य तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर घूम रही हैं, जिनमें वह NDTV इंडिया के संपादक रवीश कुमार के साथ तो कभी अन्य कॉन्ग्रेस नेताओं के साथ तस्वीरें खिंचवाते हुए दिखाई दे रहे हैं। साथ ही राज्य के सीएम गहलोत के साथ भी वे नजर आ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि जिस संबंध में मोहसिन राशिद ने वीडियो के जरिए सफाई पेश की है। वो घटना 17 अप्रैल को राजस्थान के टोंक में घटी। जब इलाके की गश्त करने कई पुलिस टीम पर कसाई मोहल्ले के लोगों ने लाठी-डंडे और तलवार से हमला किया। इस घटना में तीन पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे। जिन्हें बाद में टोंक के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मुस्लिमों ने किया शिव मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण, हिन्दुओं ने किया विरोध तो भीड़ हुई हमलावर: पत्थर बरसाए-गाड़ियाँ जलाईं, पश्चिम बंगाल की...

श्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में भीड़ ने एक हिन्दू मंदिर पर हमला किया। उन्होंने हिन्दुओं और पुलिस पर जम कर पत्थर बरसाए।

कौशांबी में चुनावी रंजिश के चलते बुना गया ‘रेप’ का मामला, आरोपित के पिता ने दी जान तब बेगुनाह निकला सिद्धार्थ: जानें – कैसे...

SIT ने पाया कि पूरा मामला ग्राम प्रधान भूप नारायण पाल और रामबाबू के बीच चुनावी रंजिश का नतीजा था। प्रधान ने सिद्धार्थ को फँसाने की साजिश रची।
- विज्ञापन -