Saturday, November 16, 2024
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गिरफ्तारी के लिए पत्रकार अमन चोपड़ा के घर सामने डेरा डालकर बैठी राजस्थान पुलिस: दो मामलों में HC लगा चुका है रोक, लोग बता रहे बदले की कार्रवाई

शनिवार को राजस्थान पुलिस उस सोसाइटी में घुस गई, जहाँ अमन चोपड़ा रहते हैं और उनके दरवाजे पर वॉरंट चिपका दिया। ये सब तब हो रहा है, जब राजस्थान उच्च-न्यायालय ने ‘न्यूज़ 18’ के एडिटर अमन चोपड़ा के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से पुलिस को रोक रखा है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के नेतृत्व वाली राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार (Rajasthan Government) ‘न्यूज़ 18’ के पत्रकार अमन चोपड़ा (Aman Chopra) के पीछे पड़ी हुई है। उनके आवास के बाहर राजस्थान के 5 पुलिसकर्मियों ने डेरा डालकर बैठे हुए हैं। राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा दो मामलों में अमन चोपड़ा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने के बाद वहाँ की सरकार ने अब तीसरी FIR में उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। इससे पता चलता है कि राजस्थान की सरकार बदले की भावना से काम कर रही है।

अमन चोपड़ा के खिलाफ तीसरा मामला राजस्थान के डूंगरपुर जिले में दर्ज किया गया है। इसके पहले बूँदी और अलवर में दर्ज मामलों को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने अमन चोपड़ा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया था। डूंगरपुर के SP सुधीर जोशी ने PTI को बताया कि उनकी टीम नोएडा में ही रूकी हुई है और चोपड़ा को हर संभावित जगह तलाश कर रही है। जोशी ने आरोप लगाया कि नोएडा पुलिस उनके काम में बाधा डाल रही है।

SP जोशी के आरोपों का जवाब देते हुए सेंट्रल नोएडा के एसीपी-2 योगेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान पुलिस की टीम अमन चोपड़ा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट लेकर दोपहर करीब 3 बजे बिसरख पुलिस थाने आई थी। कानूनी प्रक्रिया पूरी की और हमारे दो कर्मी उनके साथ गए। वहाँ चोपड़ा के घर पर ताला लगा था, जिसके बाद उन्होंने वारंट को घर के बाहर चिपका दिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस ने आने की जानकारी नहीं दी थी।

शनिवार (7 मई 2022) को राजस्थान पुलिस की टीम अमन चोपड़ा के घर गई थी, लेकिन वे वहाँ नहीं मिले। इसके बाद राजस्थान के पुलिसकर्मियों ने उनके घर के बाहर डेरा डाल रखा है। हालाँकि, इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस भी वहाँ पर मौजूद है, ताकि कोई अवैध कार्रवाई न की जा सके। इसके बाद राजस्थान पुलिस के कर्मी आवश्यक कागजी कार्रवाई के लिए स्थानीय बिसरख थाने गए हैं।

बता दें कि शनिवार को राजस्थान पुलिस उस सोसाइटी में घुस गई, जहाँ अमन चोपड़ा रहते हैं और उनके दरवाजे पर वॉरंट चिपका दिया। ये सब तब हो रहा है, जब राजस्थान उच्च-न्यायालय ने ‘न्यूज़ 18’ के एडिटर अमन चोपड़ा के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से पुलिस को रोक रखा है। उनके घर के दरवाजे पर गिरफ़्तारी का वॉरंट चिपकाने के बाद राजस्थान पुलिस को यूपी पुलिस थाने लेकर गई। इस दौरान अमन चोपड़ा के घर का ताला बंद था।

इससे पहले राजस्थान पुलिस ने ‘न्यूज़ 18’ के दफ्तर में जाकर भी इस तरह की हरकतें की थीं और बाद में बयान दिया था कि अमन चोपड़ा उन्हें नहीं मिले। उनके खिलाफ राजस्थान में धार्मिक भावनाएँ भड़काने का मामला दर्ज किया गया है। राजस्थान के अलवर में जिस तरह से मंदिरों पर बुलडोजर चलाया गया और प्रतिमाएँ फेंक दी गईं, उस पर शो करने के कारण कॉन्ग्रेस सरकार उनके पीछे पड़ी है। अलवर में हिन्दू संगठनों ने भी इस कदम के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया है।

राजस्थान पुलिस की इस करतूत का लोग विरोध कर रहे हैं। भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे उच्च न्यायालय के आदेश का पूर्ण और बेशर्मी भरा उल्लंघन करार दिया। अधिवक्ता आशुतोष दुबे ने कहा कि ये नई संस्कृति बन गई है कि असली दोषियों को पकड़ने की बजाए घटना के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को ही चुप कराओ। विक्रांत ने लिखा कि महाराष्ट्र में अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार करने के बाद भी कॉन्ग्रेस ने कोई सबक नहीं सीखा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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