राजस्थान के सियासी ड्रामे के बीच हाल ही में संजय झा ने कुछ सुझाव दिए थे। जिसके बाद कॉन्ग्रेस हाईकमान के इशारे पर पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता में शामिल होने के कारण संजय झा को तत्काल प्रभाव से कॉन्ग्रेस पार्टी से निलंबित कर दिया गया। संजय झा ने महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बताया है। वहीं बुधवार (15 जुलाई, 2020) को उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा, “वह पार्टी की विचारधारा के प्रति वफादार हैं, लेकिन उनकी वफादारी किसी व्यक्ति या परिवार के प्रति नहीं है।”
कॉन्ग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट संबंधी मामले से निपटने के तरीके को लेकर पार्टी की आलोचना करने वाले झा ने कहा कि वह गाँधीवाद-नेहरूवादी विचारधारा में यकीन रखने वाले व्यक्ति हैं और यह विचारधारा अब कॉन्ग्रेस से लुप्त हो रही है।
संजय झा ने ट्वीट किया, “मेरी निष्ठा कॉन्ग्रेस की विचारधारा के प्रति है। मेरी निष्ठा किसी व्यक्ति या परिवार से नहीं है। मैं कॉन्ग्रेस में गाँधी-नेहरूवादी आदर्शवादी (कॉन्ग्रेस के भीतर लुप्त होती नस्ल) बना हुआ हूँ। मैं उन मुद्दों को उठाता रहूँगा, जो मेरी पार्टी के पुनरुत्थान के लिए मूलभूत हैं। लड़ाई अभी शुरू हुई है।”
My loyalty is to the Congress ideology. My fidelity is not to any individual or family.
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) July 15, 2020
I remain a Gandhi-Nehruvian idealist ( a vanishing breed within Congress). I will continue to raise issues that are fundamental to the resurgence of my party.
The battle has just begun.
दरअसल, राजस्थान में जारी सियासी हलचल के बीच संजय झा ने सचिन पायलट का समर्थन किया था। इसके साथ ही उन्होंने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की बात भी कहीं थी। जिसके बाद महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस के प्रमुख बालासाहेब थोरात ने झा को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासन के उल्लंघन के लिए तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया था। जिसके बाद झा ने अपने निलंबन को लेकर मंगलवार को प्रश्न किया था कि उन्होंने कौन सी पार्टी विरोधी गतिविधियाँ की हैं, जिनके कारण कॉन्ग्रेस ने उनके खिलाफ यह कदम उठाया?
बता दें, संजय झा ने पायलट का समर्थन देते हुए कॉन्ग्रेस को ट्वीट के जरिए सुझाव दिया था कि राजस्थान में सचिन पायलट को सीएम बना देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि तीन बार सीएम रह चुके अशोक गहलोत को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए ऐसे राज्यों की जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए जहाँ कॉन्ग्रेस कमजोर है। साथ ही राजस्थान प्रदेश कॉन्ग्रेस के लिए नया अध्यक्ष नियुक्त करना चाहिए।
There is a simple solution to the Rajasthan conundrum:
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) July 14, 2020
Sachin Pilot should be made CM
Mr Ashok Gehlot ( already 3 time CM ) must be given a senior organisational role to revive weak states.
A new leader appointed as head of RPCC
Where there’s a will there is a way.
एक अन्य ट्वीट में संजय झा ने लिखा, “पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, अब सचिन पायलट, अगला कौन?” जिसके बाद कॉन्ग्रेस ने उन्हें निलंबित कर दिया। महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस प्रमुख बाला साहेब थोराट ने कहा है कि झा पर पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासन तोड़ने के कारण कार्रवाई की गई है।
First, Jyotiraditya Scindia.
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) July 14, 2020
Now, Sachin Pilot.
Who next?
Watch this space!
गौरतलब है इससे पहले जून में उनको AICC प्रवक्ता के पद से भी हटाया गया था। उस वक्त संजय झा ने एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कॉन्ग्रेस पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया था।