महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और अब वहाँ की सत्ताधारी पार्टी शिवसेना ने इसके लिए राज्य में विपक्ष में बैठी भाजपा (BJP) को ही जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए भाजपा को राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया। पार्टी ने कहा है कि मंदिरों के खुलने और BJP की ‘मंदिर राजनीति’ की वजह से ऐसे हालात पैदा हुए हैं।
शिवसेना ने कहा कि विपक्षी दल भाजपा के दबाव के कारण मंदिरों को खोलने का निर्णय लिया गया। महाराष्ट्र में स्थिति दिन पर दिन बदतर होती जा रही है और प्रतिदिन कोरोना के 6000 से भी अधिक मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में कोरोना के कुल 44,765 सक्रिय मामले है। केरल 59,817 मामलों के साथ अब भी देश भर में नंबर-1 पर बना हुआ है और वहाँ भी हालात सुधरते नहीं दिख रहे हैं।
#Breaking | Shiv Sena hits out at BJP over the rising COVID-19 cases in Maharashtra.
— TIMES NOW (@TimesNow) February 20, 2021
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महाराष्ट्र में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 20,87,632 मामले सामने आए हैं, जो पूरे देश में सर्वाधिक है। इसके बाद 10,25,938 मामलों वाले केरल का नंबर आता है। आप देख सकते हैं कि पहले और दूसरे स्थान पर काबिज इन राज्यों के बीच दोगुने का फासला है। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना ने 51,713 लोगों की जान ली है। जानने वाली बात ये है कि दूसरे किसी भी राज्य में इस संक्रमण से इसके एक चौथाई लोग भी नहीं मरे हैं।
ऐसा नहीं है कि महाराष्ट्र टेस्टिंग के मामले में सबसे आगे है, क्योंकि उत्तर प्रदेश 3 करोड़ टेस्टिंग के साथ नंबर-1 पर काबिज है और इस मामले में महाराष्ट्र पाँचवें नंबर पर आता है जहाँ 1.6 करोड़ टेस्टिंग हुई है। सीएम उद्धव ठाकरे कह रहे हैं कि मास्क पहनना ही कोरोना के खिलाफ एकमात्र ढाल है। भाजपा विधायक आशीष सेलार ने पूछा है कि आखिर ऐसी स्थिति कैसे आई कि राज्य में दोबारा लॉकडाउन लगाने की बातें हो रही हैं?
महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री बच्चू कडु दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इससे पहले सितम्बर 2020 में भी उन्हें कोरोना हुआ था। अमरावती जिले के आँचलपुर के विधायक ने उनसे सभी से टेस्ट कराने की अपील की है, जो उनके संपर्क में आए। राज्य के दो अन्य मंत्री राजेश टोपे और जयंत पाटिल को भी कोरोना हो गया है। मार्च के पहले हफ्ते के आसपास राज्य में बजट भी आना है, ऐसे में समस्या गंभीर हो गई है।
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र सरकार ने बृहस्पतिवार (फरवरी 18, 2021) को कोरोनो वायरस मामलों में एक बार फिर उछाल आने के बाद राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लॉकडाउन सहित नए कोरोना दिशानिर्देशों की घोषणा की। तीन दिन पहले ही अकेले मुंबई में कोरोना संक्रमण के 700 नए मरीज सामने आए थे। इसके बाद महाराष्ट्र में सख्ती बढ़ा दी गई है। बीएमसी ने सार्वजनिक रूप से मास्क के बिना पाए जाने पर लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है।