देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की और कोविड-19 के संबंधों में राज्यों की स्थिति का जायजा लिया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों को कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए कुछ सुझाव भी दिए। यह बैठक वर्चुअली आयोजित हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज की समीक्षा में कुछ बातें हमारे सामने स्पष्ट हैं। उन पर हमें विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश फ़र्स्ट वेव के समय की पीक को क्रॉस कर चुका है, और इस बार ये ग्रोथ रेट पहले से भी ज्यादा तेज है।
आज की समीक्षा में कुछ बातें हमारे सामने स्पष्ट हैं, उन पर हमें विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
— PMO India (@PMOIndia) April 8, 2021
पहला- देश फ़र्स्ट वेव के समय की पीक को क्रॉस कर चुका है, और इस बार ये ग्रोथ रेट पहले से भी ज्यादा तेज है: PM @narendramodi
महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत कई राज्यों पर पीएम मोदी ने कहा कि ये राज्य फ़र्स्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं। कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं। हम सबके लिए ये चिंता का विषय है। इसके लिए हमें माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर फोकस करना होगा।
दूसरा- महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य फ़र्स्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं।
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कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं। हम सबके लिए ये चिंता का विषय है।
ये एक serious concern है: PM @narendramodi
लोगों के व्यवहार में हुए परिवर्तन के विषय में पीएम मोदी ने कहा कि इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत अधिक कैजुअल हो गए हैं। अधिकतर राज्यों में प्रशासन भी कैजुअल नज़र आ रहा है। ऐसे में कोरोना केस की इस अचानक बढ़ोत्तरी ने मुश्किलें पैदा की हैं।
तीसरा- इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत अधिक casual हो गए हैं। अधिकतर राज्यों में प्रशासन भी नज़र आ रहा है।
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ऐसे में कोरोना केसेस की इस अचानक बढ़ोतरी ने मुश्किलें पैदा की हैं: PM @narendramodi
हालाँकि, उन्होंने यह भी कहा कि इन तमाम चुनौतियों के बावजूद हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव है, संसाधन हैं और वैक्सीन भी है। जनभागीदारी के साथ-साथ हमारे परिश्रमी डॉक्टर्स और हेल्थ-केयर स्टाफ ने स्थिति को संभालने में बहुत मदद की है और आज भी कर रहे हैं।
इन तमाम चुनौतियों के बावजूद, हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव है, संसाधन हैं, और वैक्सीन भी है।
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जनभागीदारी के साथ-साथ हमारे परिश्रमी डॉक्टर्स और हेल्थ-केयर स्टाफ ने स्थिति को संभालने में बहुत मदद की है और आज भी कर रहे हैं: PM @narendramodi
देश के युवाओं से सहयोग की अपेक्षा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि युवा अपने आसपास जो भी व्यक्ति 45 साल के ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने में हर संभव मदद करें। उन्होंने 11 अप्रैल से 14 अप्रैल की अवधि को टीका उत्सव के रूप में मनाने की सलाह दी।
हमारा प्रयास यही होना चाहिए कि इस टीका उत्सव में हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करें।
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मैं देश के युवाओं से भी आग्रह करूंगा कि आप अपने आसपास जो भी व्यक्ति 45 साल के ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने में हर संभव मदद करें: PM @narendramodi
पीएम मोदी ने कहा कि टेस्टिंग को बढ़ाकर ही कोरोना वायरस के संकट से बाहर निकला जा सकता है। उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर टेस्ट को अधिक मात्रा में बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस से लड़ने में टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति पर बल देना होगा। हालाँकि उन्होंने लॉकडाउन की संभावनाओं से पूरी तरह इनकार किया है। उन्होंने कहा कि इसके स्थान पर टेस्टिंग बढ़ाने की ओर ध्यान दिया जाए।
‘Test, Track, Treat’, Covid appropriate behaviour और Covid Management, इन्हीं चीजों पर हमें बल देना है: PM @narendramodi
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भारत में कोरोना वायरस संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को देश भर में 1,26,789 नए संक्रमण के मामले सामने आए। इसके साथ ही भारत में केसों की कुल संख्या बढ़कर 12,928,574 हो गई है। देश में ऐक्टिव केसों की संख्या भी बढ़कर लगभग नौ लाख हो चुकी है।