Wednesday, March 26, 2025
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नीतीश कुमार के काफिले के लिए 15 मिनट तक रोकी गईं 2 ट्रेनें, पूछने पर बिहार CM ने दोहराया अपना वही डायलॉग – ‘हमको नहीं पता’

बक्सर से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार को घेरा है। उन्होंने मामले की जाँच करवाने की बात कही है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बक्सर दौरे को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। खबर है कि बक्सर में नीतीश के काफिले के गुजरने के लिए एक रेलवे क्रॉसिंग के पास 2 ट्रेनों को रोक दिया गया। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने ट्रेनें रोके जाने को लेकर उच्च स्तरीय जाँच की बात कही है। वहीं जब सीएम नीतीश कुमार से पत्रकारों ने रेल रोके जाने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम नीतीश कुमार बुधवार (18 जनवरी, 2023) को समाधान यात्रा के तहत बक्सर पहुँचे थे। इस दौरान उनका काफिला पुलिस लाइन से निकल कर जिला अतिथि गृह (District Guest House) की तरफ जा रहा था। इस बीच इटाढ़ी रेलवे कॉसिंग के पास पटना-बक्सर पैसेंजर ट्रेन और कामाख्या दिल्ली एक्सप्रेस को रोक दिया गया। सीएम के काफिले के गुजरने के बाद ट्रेनों को रवाना किया गया। दावा है कि सीएम के काफिले के कारण ट्रोनों को 15 मिनट तक रोककर रखा गया।

बक्सर से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार को घेरा है। उन्होंने मामले की जाँच करवाने की बात कही है। अश्विनी चौबे ने कहा कि बक्सर में समाधान करने आए नीतीश ने व्यवधान उत्पन्न कर दिया। अश्विनी चौबे ने पूछा कि किसके आदेश पर ट्रेनों को रोका गया? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ट्रेन रोके जाने से बच्चे-बूढ़े सभी लोग परेशान हो रहे थे। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री से मामले की जाँच कराने की अपील की।

ट्रेन रोके जाने से यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रेन में सवार कुछ लोग तो पैदल ही स्टेशन की तरफ जाने लगे। एक यात्री ने स्थानीय पत्रकार को बताया कि गाड़ी रोक दिए जाने की वजह से पैदल चलना पड़ रहा है। हमें दिलदार नगर जाना है। आगे जाकर दूसरी गाड़ी पकड़ेंगे।

सीएम नीतीश कुमार ने ट्रेन रोके जाने की घटना से इनकार कर दिया है। पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, “कहाँ, किसको रोका गया? कौन सी ट्रेन रोकी गई? हमको नहीं पता। हमें पहली बार मीडिया से जानकारी मिल रही है।” बता दें पिछले कई घटनाओं पर नीतीश कुमार ने इसी तरह की प्रतिक्रिया दी है। इससे पहले 4 जनवरी को बिहार में BSSC सचिवालय सहायक की परीक्षा के पेपर आउट होने को प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुए लाठी चार्ज पर भी सीएम नीतीश ने इसी तरह का बयान दिया था। पुलिस की लाठीचार्ज में कई छात्रों के घायल होने की खबर सामने आई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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