कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के कार्यकर्ता प्रवीण नेट्टारू की हत्या की जाँच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को सौंपने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार (29 जुलाई 2022) को इसकी घोषणा की।
बता दें कि 26 जुलाई 2022 को प्रवीण नेट्टारू की मंगलुरु इलाके में कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने शफीक और ज़ाकिर नाम के 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। हत्या के प्रदेश में तनाव का माहौल है।
CM @BSBommai announced Friday that the murder of BJP Yuva Morcha member #PraveenNettaru will be handed over to the National Investigation Agency (NIA) as it appears to be “an organised crime with inter-state links”. @DeccanHerald pic.twitter.com/jWJdmtA7rM
— Bharath Joshi (@bharathjoshi) July 29, 2022
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा, “हम सब ने आपस में चर्चा करके यह तय किया है कि प्रवीण हत्याकांड की जाँच NIA को सौंपी जाएगी। यह हत्या संगठित अपराध है, जो अंतर्राज्यीय अपराधियों द्वारा की गई है। इस मामले में NIA द्वारा और अधिक तेज गति से जाँच करवाने के लिए हम गृह मंत्रालय को पत्र भेज रहे हैं।”
गौरतलब है कि प्रवीण की हत्या के बाद से उनके परिजन और भाजपा के स्थानीय नेता मामले की उच्चस्तरीय जाँच की माँग कर रहे थे। खुद मुख्यमंत्री ने मामला अन्य राज्यों के सीमा क्षेत्र में होना बताकर अपने अधिकार सीमित बताए थे। कर्नाटक पुलिस के अधिकारी लगातार केरल पुलिस के सम्पर्क में भी बने हुए थे। इधर भाजपा नेताओं ने विरोध स्वरूप इस्तीफे भी देने शुरू कर दिए थे।
एक दिन पहले मुख्यमंत्री बोम्मई ने मृतक के परिजनों से मुलाक़ात की थी और उन्हें 25 लाख रुपए का चेक सौंपा था। मुख्यमंत्री ने खुद टारगेट किलिंग के खिलाफ टास्क फ़ोर्स बनाने की घोषणा करते हुए अलग से एक मजबूत खुफिया तंत्र बनाने का एलान किया था।
इसी के साथ उन्होंने जरूरत पड़ने पर कर्नाटक में भी उत्तर प्रदेश सरकार का ‘योगी मॉडल’ लाने की बात भी कही थी। प्रवीण की हत्या के आरोपित PFI के सदस्य बताए जा रहे हैं। उधर, आरोपित शफीक के अब्बा मुस्लिम होने के नाते खुद को फँसाने का पुराना और घिसा-पिटा राग अलाप रहे हैं।