Saturday, July 27, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयअफगानिस्तान में IT मंत्री थे सैयद अहमद शाह, अब जर्मनी में साइकिल पर कर...

अफगानिस्तान में IT मंत्री थे सैयद अहमद शाह, अब जर्मनी में साइकिल पर कर रहे पिज्जा की डिलीवरी

उन्होंने बताया कि शुरुआत में उन्हें इस शहर में रहने के लिए कोई काम नहीं मिल रहा था, क्योंकि उन्हें जर्मन भाषा नहीं आती है। जर्मनी में बेहतर नौकरी की तलाश में वे इन दिनों पिज्जा डिलीवरी का काम कर रहे हैं, ताकि जर्मन भाषा सीख सकेें।

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद देश के पूर्व आईटी मंत्री सैयद अहमद शाह सादत को मजबूरी में जर्मनी में शरण लेना पड़ा है। इन दिनों वह आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। ईहा न्यूज ने ट्वीटर पर उनकी कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिनमें अफगानिस्तान के पूर्व मंत्री अहमद शाह जर्मनी में पिज्जा डिलीवरी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि रोजी-रोटी चलाने के लिए उन्हें मजबूरी में साइकिल पर पिज्जा डिलीवरी का काम करना पड़ रहा है। सादत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफगानिस्तान पर तालिबानी शासकों के कब्जे के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी समेत तमाम राजनेता और मंत्री देश छोड़कर भाग गए हैं। इनमें से कई लोगों ने अलग-अलग देशों में शरण ले ली है और आम लोगों की तरह जिंदगी जीने को मजबूर हैं। पूर्व मंत्री सैयद अहमद शाह सादत ने भी जर्मनी के लीपजिग शहर में शरण ली है। वो यहाँ पिछले 2 महीने से पिज्जा डिलीवरी बॉय का काम कर रहे है।

उन्होंने बताया कि शुरुआत में उन्हें इस शहर में रहने के लिए कोई काम नहीं मिल रहा था, क्योंकि उन्हें जर्मन भाषा नहीं आती है। जर्मनी में बेहतर नौकरी की तलाश में वे इन दिनों पिज्जा डिलीवरी का काम कर रहे हैं, ताकि जर्मन भाषा सीख सकेें। पिज्जा डिलीवरी के जरिए वे शहर के अलग-अलग हिस्सों में घूमकर लोगों से मिल रहे हैं, ताकि अपने आपको निखार सकें।

गौरतलब है कि सादत साल 2018 से कैबिनेट मंत्री थे, लेकिन गनी सरकार से मतभेद के कारण 2020 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। बता दें कि सैयद अहमद शाह ने साल 2005 से 2013 तक अफगानिस्तान में संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में मुख्य तकनीकी सलाहकार सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया था। वह 2016 से 2017 तक लंदन में ‘एरियाना टेलीकॉम’ के सीईओ पद पर भी रह चुके हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘ममता बनर्जी का ड्रामा स्क्रिप्टेड’: कॉन्ग्रेस नेता अधीर रंजन ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, कहा – ‘दिल्ली में संत, लेकिन बंगाल में शैतान’

अधीर ने यह भी कहा कि चुनाव हो या न हो, बंगाल में जिस तरह की अराजकता का सामना करना पड़ रहा है, वो अभूतपूर्व है।

जैसा राजदीप सरदेसाई ने कहा, वैसा ममता बनर्जी ने किया… बीवी बनी सांसद तो ‘पत्रकारिता’ की आड़ में TMC के लिए बना रहे रणनीति?...

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कुछ ऐसा किया है, जिसकी भविष्यवाणी TMC सांसद सागरिका घोष के शौहर राजदीप सरदेसाई ने पहले ही कर दी थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -