अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर क्रोनी कैपटलिज्म को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। दावा किया है उनके भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी से मधुर संबंध हैं। उसने कहा, “मोदी और अडानी करीबी सहयोगी हैं। उनका भाग्य आपस में जुड़ा हुआ है।”
सोरोस ने यह टिप्पणी गुरुवार (16 फरवरी 2023) को जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से पहले टेक्निकल यूनिवर्सिटी आफ म्यूनिख (TUM) में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए की। सोरोस ने कहा, “अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार में धन जुटाने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहा। अडानी पर स्टॉक हेरफेर का आरोप है। उनका स्टॉक रेत की महल की तरह ढह गया है।”
अमेरिकी अरबपति ने प्रधानमंत्री मोदी पर अडानी समूह के कथित हेरफेर में शामिल होने का आरोप लगाया। कहा, “मोदी इस मसले पर चुप हैं। लेकिन उन्हें विदेशी निवेशकों और संसद में सवालों का जवाब देना होगा।”
जॉर्ज सोरोस का यह बयान हिंडनबर्ग रिसर्च की 3200 पन्नों की उस रिपोर्ट के करीब तीन हफ्ते बाद आया है, जिसमें अडानी समूह पर स्टॉक मैनुपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए थे। अडानी समूह ने 413 पन्नों के जवाब में हिंडनबर्ग के आरोपों को झूठ करार दिया था। इस रिपोर्ट को भारत, यहाँ की कंपनियों और देश के विकास पर सुनियोजित हमला बताया था।
राष्ट्रवाद और मोदी विरोधी जॉर्ज सोरोस
हंगरी मूल के अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस ने साल 2020 में वैश्विक विश्वविद्यालय की शुरूआत करने के लिए 100 करोड़ डॉलर देने की बात कही थी। उसने कहा था कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना “राष्ट्रवादियों से लड़ने” के लिए की जाएगी। सोरोस ने “अधिनायकवादी सरकारों” और जलवायु परिवर्तन को अस्तित्व के लिए खतरा बताया था।
वैश्विक नेताओं पर हमला करते हुए, सोरोस ने कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अधीन दुनिया की सबसे मजबूत शक्तियाँ- अमेरिका, चीन और रूस तानाशाहों के हाथों में हैं और सत्ता पर पकड़ रखने वाले शासकों में इजाफा हो रहा है। इसके अलावा, सोरोस ने यह भी दावा किया था कि “सबसे बड़ा और सबसे भयावह झटका” भारत में था। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भारत को “एक हिन्दू राष्ट्र बनाने” का आरोप लगाया था।
जॉर्ज सोरोस ने कहा था, “राष्ट्रवाद, जो अब बहुत आगे निकल गया है। सबसे बड़ा और सबसे भयावह झटका भारत को लगा है, क्योंकि वहाँ लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नरेंद्र मोदी भारत को एक हिन्दू राष्ट्रवादी देश बना रहे हैं।” उसने पीएम मोदी पर आरोप लगाया था कि वो कश्मीर में सख्ती कर रहे हैं, जो कि एक अर्ध-स्वायत्त मुस्लिम क्षेत्र है और वो लाखों नागरिकों को उनकी नागरिकता से वंचित करने की धमकी दे रहे हैं।