चीन से शुरू हुई कोरोना नाम की आफत ने एक बार फिर से दुनिया को खौफजदा कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में ओमीक्रोन के सब वेरिएंट BF.7 और BA.5 ने कहर बरपाया हुआ है। वहीं गुजरात के वडोदरा में भी BF.7 सब वेरिएंट के एक मामले की पुष्टि हुई है। गुजरात से ही कोरोना के 2 अन्य मामले भी सामने आए हैं कहा जा रहा है कि वो भी कोरोना के BF.7 सब वेरिएंट से पीड़ित हैं। हालाँकि, फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
चीन में कोरोना ने नए सिरे से कहर मचाना शुरू किया है। चीन के मौजूदा हालात ने भारत की भी चिंता बढ़ा दी है। इसे लेकर बुधवार (21 दिसंबर, 2022) को स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से हाई लेवल मीटिंग भी बुलाई गई। मीटिंग के दौरान देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की गई। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती पवार समेत स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे। रिपोर्ट्स के मुताबिक कोविड को लेकर हर हफ्ते समीक्षा बैठक आयोजित करने की बात कही गई है।
In view of the rising cases of #Covid19 in some countries, reviewed the situation with experts and officials today.
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 21, 2022
COVID is not over yet. I have directed all concerned to be alert and strengthen surveillance.
We are prepared to manage any situation. pic.twitter.com/DNEj2PmE2W
बैठक के बाद मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि हम किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं। दूसरी तरफ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी को पत्र लिखा है और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवाने के लिए कहा है। उन्होंने दावा किया है कि भारत जोड़ो यात्रा में कई लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में कोविड दिशानिर्देशों का पालन हो अन्यथा यात्रा को रद्द कर दें।
मेरी जिम्मेदारी देश में कोरोना के फैलाव को रोकना है, मैंने मेरा दायित्व निभाया।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 21, 2022
भारत जोड़ो यात्रा में कई लोग कोरोना संक्रमित पाए गए, उसी संदर्भ में मैंने राहुल गांधी और अशोक गहलोत जी को पत्र लिखा। कांग्रेस की टिप्पणी कोरोना के प्रति उनकी लापरवाही को दर्शाती है। pic.twitter.com/rWVlH84jtt
चीन की बात करें तो वहाँ ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ के खत्म होते ही कोरोना विस्फोट हुआ है। कुछ ही दिनों में लाखों लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं। कहा यह भी जा रहा है कि कोरोना से बड़े पैमाने पर लोगों की जान गई है, लेकिन चीन इन आँकड़ों को छिपा रहा है। हालात इतने गंभीर हैं कि अस्पतालों के बेड भरे हुए हैं। मरीजों का इलाज फर्श पर किया जा रहा है। कब्रिस्तानों और अंतिम संस्कार वाले दूसरे स्थल भरे हुए हैं।
China’s only reported a few covid deaths since reopening. But situation on the ground says otherwise. Visited crowded crematorium in Beijing, people told me their loved ones died of covid
— Selina Wang (@selinawangtv) December 21, 2022
Worker at covid-designated hospital told me people are dying of covid every day @AC360 pic.twitter.com/tlvyyA3FUZ
एपिडेमोलॉजिस्ट (महामारी विशेषज्ञ) एरिक फीगल डिंग ने चीन में अचानक कोरोना के बढ़ते मामलों की प्रमुख वजहों में चीन में एंटी-कोरोना वैक्सीन को ठहराया है। उनका कहना है कि कोरोना को रोकने में चीनी वैक्सीन नाकाम रही है। इससे कोरोना के साथ उसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को बढ़ने में मदद मिल रही है।
दूसरी तरफ चीन के साथ-साथ जापान में भी कोरोना का प्रकोप देखने को मिल रहा है। रिपोर्ट्स पर भरोसा करें तो पिछले एक हफ्ते में यहाँ 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। इस दौरान महामारी ने 1687 लोगों की जान ली है। जापान में एक हफ्ते के अंदर संक्रमितों और मृतकों की संख्या में 18 प्रतिशत की उछाल देखी गई है। जापान के अलावा दक्षिण कोरिया और फ्राँस में भी हफ्ते भर में लाखों लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। पिछले सात दिनों में दक्षिण कोरिया में 4 लाख 61 हजार लोगो कोरोना पॉजिटिव हुए वहीं फ्राँस में 3 लाख 58 हजार लोगों को कोरोना हुआ।