Sunday, September 1, 2024
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कोरोना को ऐसे ‘गायब’ कर रहा चीन: मेटल बॉक्स में 21 दिन के लिए 2 करोड़ लोग ठूँसे गए, महिला-बच्चे-बुजुर्ग किसी को नहीं छोड़ रहा

चीन का ये नया तरीका उनकी कोविड-जीरो पॉलिसी के तहत चलाया जा रहा है जिसका मकसद है कि वो बीजिंग में होने वाले ओलंपिक्स से पहले-पहले कोरोना का नाम मिटा दें।

चीन ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए एक नया अमानवीय ढंग ईजाद किया है। इस नए तरीके में कोविड ग्रसित लोगों को मेटल के छोटे डिब्बे (Metal Boxes) में 21 दिन तक बंद करके रखा जा रहा है। चीन प्रशासन का मकसद है कि वो बीजिंग में होने वाले ओलंपिक्स से पहले-पहले अपने देश से कोरोना का नामों-निशान मिटा दें। इसी क्रम में उन्होंने महिला और बच्चे समेत 20 मिलियन (2 करोड़ ) लोगों को इस क्वारंटाइन सेंटर भेजा है। 

इस संबंध में डेलीमेल ने अपनी रिपोर्ट भी प्रकाशित की है और सोशल मीडिया के जरिए भी चीन का ये नया कारनामा उजागर हुआ है। कुछ वीडियोज सामने आई हैं जिसमें दूर-दूर तक सैंकड़ों मेटल के छोटे-छोटे डिब्बे बने दिख रहे हैं और कुछ लोग पीपीई किट पहनकर बाहर बात करते सामान बाँटते भी नजर आ रहे हैं।

संबंधित रिपोर्ट्स बताती हैं कि जियान (Xi’an), अनयांग (Anyang) और यूजोहू (Yuzhou) में कोरोना के कारण कैसे लोगों को पकड़-पकड़कर क्वारंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है। कथिततौर पर 2 करोड़ लोगों में से 1.3 करोड़ सिर्फ जियान के हैं, जो चीनी प्रशासन के कारण छोटी जेलों में रहने को मजबूर हैं। इन्हें लकड़ी के डिब्बे, टॉयलेट मिले हैं और बेवजह जबरन 2 हफ्ते का कारावास (क्वारंटाइन)। लोगों का कहना है कि अगर उनके इलाके में कोई एक व्यक्ति भी संक्रमित है तो सबको इन बॉक्स या फिर बसों में क्वारंटाइन होने को मजबूर किया जाता है वरना लॉकडाउन के कड़े प्रतिबंधों के साथ इलाके में रहना पड़ता है। 

कुछ लोगों ने शिकायत की है कि इन मेटल के डिब्बों के अंदर खाने की सामग्री बहुत थोड़ी बची है। वहीं कुछ लोगों ने दावा किया है कि वो इन कैंपों का पार्ट रह चुके हैं और उनके अनुसार, “यहाँ (मेटल के डिब्बे) में कुछ नहीं है। कोई हमें चेक करने नहीं आता। ये कैसा क्वारंटाइन हैं। हमें रात ही रात में बड़ी तादाद में ट्रांस्फर किया गया। हम में कई बुजुर्ग और बच्चे हैं। उनके लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की और लापरवाही के साथ हमें रखा गया।” यूजोहू के स्थानीय प्रशासन ने हाल में बताया था कि वहाँ 1.3 करोड़ की आबादी है। लेकिन इलाके में केवल 3 मरीज मिल जाने से पूरे क्षेत्र को लॉकडाउन में लगा दिया गया है।

बता दें कि चीन का ये नया तरीका उनकी कोविड-जीरो पॉलिसी के तहत चलाया जा रहा है जिसका मकसद है कि वो बीजिंग में होने वाले ओलंपिक्स से पहले पहले कोरोना का नाम मिटा दें। दुखद बात ये है कि चीन पहले तो 21 दिन तक लोगों को मेटल के डिब्बे में रहने को मजबूर करके अपने देश के लोगों के साथ ऐसी अमानवीयता कर रहा है और दूसरी ओर जो इसके विरुद्ध जाकर नियमों का उल्लंघन कर रहा है उन्हें जेल में डाला जा रहा है। अब तक दालियान में 3 लोगों को 4 साल से ज्यादा के लिए जेल भेज दिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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