डच सांसद गीर्ट वाइल्डर्स (Geert Wilders) ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) का एक बार फिर समर्थन किया है। उन्होंने शर्मा का बचाव करते हुए कहा कि वह किसी भी चीज के लिए जिम्मेदार नहीं हैं और उन्हें पैगंबर के बारे में सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं माँगनी चाहिए। वहीं, भारत में सुप्रीम कोर्ट के दो जजों ने उदयपुर में कन्हैया लाल की बर्बर हत्या के लिए पूर्व भाजपा प्रवक्ता को ‘जिम्मेदार’ माना है।
वाइल्डर्स ने शुक्रवार (1 जुलाई 2022) को अपने ट्वीट में लिखा, “मुझे लगा कि भारत में शरिया अदालतें नहीं हैं। मुहम्मद के बारे में सच बोलने के लिए उन्हें कभी माफी नहीं माँगनी चाहिए। वो उदयपुर के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। कट्टरपंथी असहिष्णु जिहादी मुस्लिम जिम्मेदार हैं और कोई नहीं। नुपुर शर्मा एक हीरो हैं।”
वाइल्डर्स का ट्वीट सुप्रीम कोर्ट के कुछ न्यायाधीशों द्वारा की गई टिप्पणी के जवाब में आया है, जिसमें उन्होंने नूपुर शर्मा को कहा था कि उनकी बयान ने पूरे देश में आग लगा दी। साथ ही कट्टरपंथियों द्वारा फैलाई गई अराजकता और हिंसा के लिए भी उन्हें जिम्मेदार ठहराया था।
I thought India had no sharia courts.
— Geert Wilders (@geertwilderspvv) July 1, 2022
She should never apologize for speaking the truth about #Muhammad. She is not responsible for Udaipur. Radical intolerant jihadi Muslims are responsible and nobody else.
NupurSharma is a hero. #NupurSharma #IsupportNupurSharma
नीदरलैंड के सांसद गीर्ट वाइल्डर्स ने 29 जून को ट्वीट कर इस्लामी कट्टरपंथ को लेकर भारत को फिर से आगाह किया था। उदयपुर की घटना के बाद वाइल्डर्स ने कहा था कि कट्टरवाद, आतंकवाद और जिहादियों से हिंदुत्व को बचाना जरूरी है। उन्होंने ट्वीट किया था, “एक दोस्त होने के नाते मैं भारत को सलाह दे रहा हूँ कि असहिष्णुता के प्रति सहिष्णु होना बंद कीजिए। जिहादियों, आतंकवादियों और कट्टरपंथियों से हिंदुत्व की रक्षा कीजिए। इस्लाम का तुष्टिकरण मत कीजिए, नहीं तो यह बहुत भारी पड़ेगा। हिंदुओं को ऐसे नेता चाहिए जो शत प्रतिशत उनकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हो।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा था, “भारत में हिंदुओं को सुरक्षित होना चाहिए। यह उनका देश है। उनकी मातृभूमि है। भारत उनका है। भारत कोई इस्लामिक देश नहीं है।” गौरतलब है कि जून की शुरुआत में वाइल्डर्स ने नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए कहा था कि अपराधी और आतंकवादी अपनी धार्मिक असहिष्णुता और घृणा व्यक्त करने के लिए सड़क पर हिंसा करते हैं।
गीर्ट ने अपने अगले ट्वीट में कट्टरपंथियों द्वारा नूपुर शर्मा को दी गई धमकी का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा था, “यही है, जिसके कारण मैं बहादुर नूपुर शर्मा का समर्थन कर रहा हूँ। जान से मारने की सैकड़ों धमकियाँ। यह मुझे उनका समर्थन करने के लिए और भी अधिक दृढ़ बनाता है। क्योंकि, बुराई कभी नहीं जीत सकती। कभी नहीं।”
एक अन्य ट्वीट में वाइल्डर्स ने कहा था, “तुष्टिकरण कभी काम नहीं करता। यह केवल चीजों को और खराब करेगा। इसलिए भारत के मेरे प्यारे दोस्तों, इस्लामिक देशों से डरो मत। आजादी के लिए खड़े हों और अपने राजनेता नूपुर शर्मा का बचाव करने में गर्व और दृढ़ रहें जिन्होंने पैगंबर मुहम्मद के बारे में सच बोला था।”
बता दें कि डच सांसद ने मुस्लिम देशों की निंदा करते हुए कहा था, ”इस्लाम असहिष्णु है और इसकी विचारधारा दुनिया के लिए खतरा है। भारत को माफी माँगने के लिए कहने वाले मुल्क बेहद क्रूर शरिया शासन का पालन करते हैं और उनका मानवाधिकार का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब है।”
गौरतलब है कि राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल साहू की 28 जून 2022 को बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई थी। मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने टेलर शॉप में घुसकर कन्हैया लाल की गर्दन को काट डाला था। हत्यारों ने घटना का खौफनाक वीडियो भी बनाया था। इस मामले में कन्हैया लाल के 20 वर्षीय बेटे ने जो FIR दर्ज कराई है, उससे भी कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं।
इसके मुताबिक, हमले से पहले उनसे इस्लामी हत्यारों ने कहा था कि ‘तुमने हमारे नबी के खिलाफ लिखा इसलिए तुम्हें जीने का कोई अधिकार नहीं। तुम काफिर हिन्दुओं को हम अंजाम तक पहुँचाएँगे’।
न्यूज़ 18 के अनुसार, दर्ज एफआईआर में कन्हैया लाल के बेटे के हवाले से कहा गया है, “ये 2 हत्यारे देश के लोगों में आतंक और तनाव फैलाने के साथ निर्मम हत्याएँ करने का एक गैंग चलाते हैं। इन्होंने पूरी प्लानिंग के साथ मेरे पिता की हत्या कर दी। इसके बाद इन्होंने बाकी लोगों को भी धमकी दी है।”
FIR के मुताबिक दुकान में मौजूद 2 लोगों ने कन्हैया लाल को बचाने की कोशिश की थी। लेकिन उन दोनों पर भी हमला कर दिया गया। इस दौरान ईश्वर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका इलाज महाराणा भूपाल सिंह अस्पताल में चल रहा है।