जर्मन कोर्ट ने अफगान के दो इस्लामी स्टेट से जुड़े आतंकियों को स्वीडिश संसद पर हमले की योजना बनाने और पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश रचने के आरोप में कई वर्षों की जेल की सजा सुनाई है। बताया जा रहा है कि इन्होंने ये कुरान जलाए जाने की घटना के विरोध में किया था।
जेन हायर रीजनल कोर्ट ने इन दोनों को आतंकवादी संगठन इस्लामी स्टेट का सदस्य होने और हत्या की साजिश रचने के आरोप में दोषी पाया। कोर्ट ने 30 वर्षीय एक आरोपित को 5 साल और छह महीने तथा 24 वर्षीय दूसरे आरोपित को 4 साल और 2 महीने की सजा सुनाई।
BREAKING:
— Visegrád 24 (@visegrad24) February 27, 2025
A German court today sentenced 2 Afghans linked to ISIS for planning a terror attack on the Swedish Parliament in retaliation for Quran burnings. The men planned to shoot MPs.
One was sentenced to 5.5 years, the other to 4.
They came as asylum seekers in 2015 & 2016 pic.twitter.com/WvOslMz8ej
सजा के खिलाफ आरोपित अभी अपील कर सकते हैं। दोनों आरोपितों में से एक का नाम इब्राहीम एमजी है और दूसरे का रामिन एन हैं। ये दोनों पूर्वी जर्मनी के थुरिंगिया राज्य के गेरा में रहते थे और आपस में एक दूसरे को जानते थे। इनका संबंध इस्लामिक स्टेट समूह से था।
Germany (🇩🇪): Two Afghan nationals, aged 30 and 24, have been handed prison sentences in Germany for planning an attack on the Swedish parliament and for supporting the Islamic State militant organisation, a regional court said on Thursday.
— Vineet (@cozyduke_apt29) February 27, 2025
The older man, named only as Ibrahim… https://t.co/7aDhoyPeUH pic.twitter.com/SExxjkjVMF
बताया जा रहा है कि ये दोनों आतंकी ऑनलाइन प्रचार के माध्यम से कट्टरपंथी बनाए गए थे। पुलिस ने पिछले साल इन दोनों को मार्च में गिरफ्तार किया गया था। उस समय ये लोग चेक गणराज्य से लौट रहे थे। जहाँ जाकर इन्होंने हमले के लिए हथियार प्राप्त करने का प्रयास किया था।
कोर्ट के मुताबिक, दोनों अफगानियों को कुछ समय से निगरानी में रखा गया था। जर्मन अधिकारियों ने बताया कि ये दोनों व्यक्ति इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रांत (ISIS-K) से जुड़े हुए थे। इन्हें यूरोप में हमले करने का आदेश प्राप्त किया था। उनके द्वारा किए गए प्रयासों में पुलिस और अन्य लोगों को मारने की योजना शामिल थी।