अमेरिका ने स्पष्ट कहा है कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और जिसे भी कोई शक हो वो नई दिल्ली जाकर खुद इसे देख सकता है। बता दें कि अमेरिकी सरकार का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी अमेरिका दौरे पर हैं और वहाँ विभिन्न कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ माहौल बनाने में लगे हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्र्पति जो बायडेन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डिनर कार्यक्रम भी इसी महीने होना है।
व्हाइट हाउस की ‘नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल’ में बतौर स्ट्रेटेजिक कम्युनिकेशन्स सेक्रेटरी काम कर रहे जॉन किर्बी ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि लोकतांत्रिक संस्थानों की मजबूती और सेहत चर्चा का विषय बना रहे। हम कभी इसमें शर्माते नहीं हैं और दोस्तों के बीच ये चलता रहता है। दुनिया में किसी के साथ भी हम अपनी चिंताओं को साझा कर सकते हैं। पीएम मोदी का दौरा गहरे और मजबूत दोस्ती एवं साझेदारी को आगे लेकर जाएगा।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बायडेन भी पीएम मोदी के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार हैं। 22 जून को पीएम मोदी यूएस हाउस में सीनेट और रेप्रेसेंटेटिव्स की जॉइंट मीटिंग को भी संबोधित करेंगे। अमेरिका में किसी विदेशी अतिथि के लिए ये सबसे बड़ा सम्मान होता है। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का ये छठा अमेरिका दौरा होगा। उधर राहुल गाँधी अमेरिका जाकर भारत में सत्ताशाही होने के आरोप मढ़ रहे हैं।
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— News18 (@CNNnews18) June 6, 2023
अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने भी पीएम मोदी के दौरे को लेकर बयान दिया है। विभाग के प्रिंसिपल डिप्टी सेक्रेटरी वेदांत पटेल ने कहा कि भारत के साथ साझेदारी अमेरिका के सबसे बड़े रिश्तों में से एक है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था, कारोबार और सुरक्षा के क्षेत्र में अमेरिका-भारत के संबंध और मजबूत होंगे। अमेरिकी सांसदों ने पीएम मोदी को पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके संबोधन में भारत के भविष्य को लेकर उनके विजन और दोनों देशों की चुनौतियों के बारे में पता चलेगा।