Friday, April 26, 2024
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127 साल पुरानी बाइबिल से शपथ लेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन: जानिए क्या है ऐसा करने की खास वजह

राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी के बाद बाइडेन अमेरिका के दूसरे कैथोलिक राष्ट्रपति होंगे। अमेरिकी के अधिकतर राष्ट्रपति प्रोटेस्टेंट रहे हैं, जबकि चार राष्ट्रपति Nontrinitarians थे। यह उल्लेखनीय है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के सभी राष्ट्रपति ईसाई रहे हैं।

अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन कुछ ही घंटों में शपथ लेंगे। कैपिटल हिल, हाल ही में जहाँ दंगे हुए थे, उनकी ईसाई जड़ों के गवाह बन जाएँगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइडेन साल 1893 से संभाल कर रखी गई अपने परिवार की 127 साल पुरानी बाइबिल के साथ शपथ लेंगे।

राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के बाद बाइडेन अमेरिका के दूसरे कैथोलिक राष्ट्रपति होंगे। अमेरिकी के अधिकतर राष्ट्रपति प्रोटेस्टेंट रहे हैं, जबकि चार राष्ट्रपति Nontrinitarians थे। यह उल्लेखनीय है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के सभी राष्ट्रपति ईसाई रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक यह बाइबिल बाइडेन के पिता की ओर से है। जो कि 1893 से उनके परिवार के पास है। उन्होंने अपने सभी सात शपथ ग्रहण समारोहों के लिए एक ही बाइबिल का उपयोग किया है, जिसमें अमेरिकी सीनेटर और दो बार राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान अमेरिका के उपराष्ट्रपति के तौर पर लिया गया शपथ ग्रहण शामिल हैं। डेलावेयर के अटॉर्नी जनरल के रूप में उनके दिवंगत बेटे बीयू ने भी अपने शपथ के दौरान इसका इस्तेमाल किया था।

टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, यह बाइबिल लगभग 5 इंच मोटी है और इसके कवर पर एक सेल्टिक क्रॉस बना हुआ है। पिछले महीने बाइबिल के बारे में होस्ट स्टीफन कोलबर्ट से बात करते हुए ने कहा था, “यह बाइडन की ओर से एक पारिवारिक विरासत है और सारी महत्वपूर्ण तारीख भी उसमें है। उदाहरण के लिए, हर बार जब मुझे किसी भी चीज़ के लिए शपथ दिलाई जाती है, तो वह तारीख उसमें होती है और बाइबिल पर लिखी होती है।”

गौरतलब है कि जब 2009 में बाइडन ने सीनेटर के रूप में शपथ ली, तब उन्हें उनकी यह बाइबिल नहीं मिली। जिसकी वजह से समारोह में लेट हुआ था। उस समय बाइडन के हाथ में इतनी बड़ी पुस्तक देखने के बाद, तत्कालीन उपराष्ट्रपति डिक चेनी ने कहा था, “जो, यह एक बड़ी बाइबिल है। बस उससे उन्हें मारना मत।”

उल्लेखनीय है कि, 30 अप्रैल 1789 को जॉर्ज वॉशिंगटन ने संयुक्त राज्य के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। उस शपथ समारोह के दौरान उन्होंने सेंट जॉन लॉज नंबर 1 से उधार ली गई बाइबिल का इस्तेमाल किया, जो न्यूयॉर्क में सबसे पुरानी मेसोनिक लॉज थी। उसके बाद जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश, वॉरेन जी हार्डिंग, ड्वाइट डी आइजनहावर और जिमी कार्टर सहित कई उत्तराधिकारियों ने उसी बाइबिल का इस्तेमाल किया। जॉर्ज डब्ल्यू बुश 2001 में भी उसी बाइबिल इस्तेमाल करना चाहते थे लेकिन अपनी नाजुक प्रकृति के कारण नहीं कर सके। फिर उन्होंने अपने परिवार की बाइबिल का इस्तेमाल करने का फैसला किया था।

अब्राहम लिंकन ने 1861 में अपने पहले शपथ ग्रहण समारोह में कॉन्ग्रेस की लाइब्रेरी में संग्रहित लिंकन बाइबिल का इस्तेमाल किया। वहीं राष्ट्रपति ओबामा और राष्ट्रपति ट्रम्प ने भी अपने शपथ ग्रहण समारोहों के लिए उसी बाइबिल का इस्तेमाल किया। बता दें 2013 में दूसरे शपथ ग्रहण समारोह के दौरान, ओबामा ने डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर से संबंधित एक बाइबिल का उपयोग किया था।

फ्रेंकलिन डी रूजवेल्ट सहित कई राष्ट्रपतियों ने पारिवारिक बाइबिल से शपथ लिया था। दिलचस्प बात यह है कि जॉन क्विंसी एडम्स और थियोडोर रूजवेल्ट ने समारोहों के लिए बाइबिल का उपयोग ही नहीं किया। दरअसल एडम्स को कानून की किताब से शपथ दिलाई गई थी, तो वहीं रूजवेल्ट ने एक मित्र के घर पर अपना शपथ ग्रहण समारोह पूरा किया था, क्योंकि राष्ट्रपति मैककिनले (McKinley) की मृत्यु हो गई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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