Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयनॉर्दर्न अलायंस का दावा- पंजशीर पर हमले में 350 तालिबानी ढेर, 40 पकड़े गए:...

नॉर्दर्न अलायंस का दावा- पंजशीर पर हमले में 350 तालिबानी ढेर, 40 पकड़े गए: ‘अल्लाहु अकबर’ के साथ अमेरिका-नाटो का जनाजा

खोस्त में अमेरिका और नाटो का प्रतीकात्मक जनाजा निकाला गया। इसमें हजारों स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया।

एक तरफ अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की विदाई के बाद तालिबान जश्न मना रहा है। दूसरी तरफ पंजशीर पर हमले में 350 तालिबानियों के मारे जाने और 40 के पकड़े जाने का दावा किया जा रहा है। पंजशीर वह इलाका है जहाँ अभी भी तालिबान का नियंत्रण नहीं है।

नॉर्दर्न अलायंस ने दावा किया है कि बीती रात खावक में हमला करने आए करीब 350 तालिबानी मारे गए हैं और 40 से अधिक को उसने बंधक बनाया है। इस दौरान कई अमेरिकी वाहन और हथियार भी उसके हाथ लगे हैं।

इससे पहले पंजशीर में मौजूद स्थानीय पत्रकार नातिक मालिकज़ादा ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि गुलबहार में तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के बीच लड़ाई जारी है। तालिबान द्वारा यहाँ एक पुल ध्वस्त करने और और 8 तालिबानियों के मार जाने की भी बात कही गई थी।

दूसरी ओर तालिबान ने अमेरिकी और नाटो के झंडे को ताबूत में लगाकर उनका प्रतीकात्मक जनाजा निकाला है। रिपोर्ट के मुताबिक, खोस्त के हजारों स्थानीय लोगों ने इसमें हिस्सा लिया और अफगानिस्तान से अमेरिका और उसके सहयोगी बलों की वापसी का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतरे।

रॉयटर्स के अनुसार, तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिका के देश से जाने का जश्न मनाया और कहा, “हमें इन क्षणों पर गर्व है कि हमने अपने देश को एक महान शक्ति से मुक्त किया।” मुजाहिद ने यह भी कहा कि “इस्लामिक अमीरात पूरी दुनिया के साथ अच्छे राजनयिक संबंध बनाना चाहता है।”

इस बीच प्रतीकात्मक जनाजे के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हैं।

एक अन्य वीडियो में ‘नारा-ए-तकबीर और अल्लाहु अकबर’ के नारे के साथ जनाजा निकालने के लिए जुटी भारी भीड़ देखी जा सकती है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -