Saturday, July 27, 2024
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‘भारत सरकार से सार्वजनिक माफी की माँग’: ‘ईशनिंदा’ पर बीजेपी नेताओं की कथित टिप्पणी से बिफरा इस्लामिक देश कतर, भारतीय राजदूत को किया तलब

"कतर भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद कर रहा है। इस तरह की इस्लामोफोबिक टिप्पणियों को बिना सजा के जारी रखने की अनुमति देना मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।"

भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के कथित बयान की इस्लामिक देश कतर (Qatar) ने निंदा की है। कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने विशेष तौर पर भारतीय राजदूत को पैगंबर मुहम्मद पर भाजपा नेता के द्वारा की गई टिप्पणियों की निंदा करने के लिए तलब किया था। रविवार (5 जून 2022) को जारी किए गए एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि एक नोट सौंपने के लिए आज कतर में भारतीय राजदूत डॉ दीपक मित्तल को बुलाया गया था। इसमें कतर द्वारा भाजपा नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों की निंदा की गई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, कतर के विदेश राज्य मंत्री सोल्टन बिन साद अल-मुरैखी ने भारत के राजदूत को नोट सौंपा। इसमें कहा गया है कि कतर सरकार भाजपा द्वारा जारी बयान और खुद को विवादित टिप्पणियों से अलग करने व पैगंबर पर टिप्पणी करने वाले नेताओं को सस्पेंड किए जाने के फैसले का स्वागत करती है। हालाँकि, कतर इससे खुश नहीं है और वो चाहता है कि भारत सरकार इसके लिए सार्वजनिक तौर पर माफी माँगे।

कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा, “कतर भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद कर रहा है। इस तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए कि इस तरह की इस्लामोफोबिक टिप्पणियों को बिना सजा के जारी रखने की अनुमति देना मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है और इससे आगे पूर्वाग्रह हो सकता है। ये हिंसा और नफरत के एक चक्र का निर्माण करेगा।”

यही नहीं इस्लामिक देश ने एक तरह से धमकी देते हुए कहा, “इन अपमानजनक टिप्पणियों से धार्मिक घृणा को बढ़ावा मिलेगा और दुनिया भर के दो अरब से अधिक मुस्लिम इससे नाराज होंगे। इससे भारत समेत दुनिया भर में सभ्यताओं के विकास में इस्लाम की महत्वपूर्ण भूमिका की स्पष्ट अज्ञानता का संकेत मिलता है।”

भारतीय दूतावास ने दिया जबाव

कतर के विदेश मंत्रालय के इन बयानों के बाद वहाँ पर भारतीय दूतावास ने जबाव दिया है। भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने कहा, “ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं। ये फ्रिंज एलीमेंट्स के विचार हैं।”

दूतावास ने कहा, “हमारी सभ्यता की विरासत और विविधता में एकता की मजबूत सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है।” उन्होंने कहा, “अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है।”

भारतीय दूतावास ने आगे कहा कि निहित स्वार्थ जो भारत-कतर संबंध के खिलाफ हैं, उन अपमानजनक टिप्पणियों का उपयोग करके लोगों को उकसा रहे हैं।

गौरतलब है कि आज (रविवार, 5 जून 2022) बीजेपी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बाहर कर दिया। इसमें कहा गया है कि पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है और यह उस विचारधारा के खिलाफ है, जो किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान या फिर नीचा दिखाती है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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