टेस्ला कंपनी के मालिक व दुनिया के सबसे अमीर आदमियों की सूची में शामिल एलन मस्क के हाथ में ट्विटर के जाने के बाद अब कंपनी में होने वाले बदलावों को लेकर खबरें मीडिया में हैं। बताया जा रहा है कि ट्विटर पर मस्क का आधिकारिक तौर पर मालिकाना हक होने के बाद कंपनी के सीईओ यानी कि पराग अग्रवाल की कंपनी से छुट्टी हो सकती है। उनके अलावा ट्विटर में लॉ मामलों की देखरेख करने वाली व ट्रंप के अकॉउंट बैन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली लॉ हेड विजया गड्डे भी काम से जाएँगी।
बता दें कि इससे पहले मस्क को लेकर खबरें आई थीं कि वह ट्विटर कंपनी के शीर्ष प्रबंधन से खुश नहीं है और शायद इसमें बदलाव करें। इसके बाद कंपनी के कर्मचारियों को अपनी नौकरी जाने का डर सताने लगा। लेकिन उन्हें इस बात का आश्वासन दिया गया कि अभी कंपनी के कागजी कार्रवाई पूरी होने में 6 माह का समय है और कम से कम तब तक उनकी नौकरी सेव है।
अब इन्हीं खबरों के बीच रॉयटर्स ने रिपोर्ट की है कि एलन मस्क कंपनी के लिए नया सीईओ खोजने में जुट गए हैं जिसका मतलब है कि अग्रवाल का सीईओ पद से जाना तय है। इससे पहले अग्रवाल को लेकर बताया गया था कि अगर मस्क अपनी नई कंपनी से उसके पुराने सीईओ, जो कि पराग अग्रवाल हैं, को 12 महीने से पहले हटाते हैं तो उन्हें 43 करोड़ डॉलर (₹33,00,93,80,000) उन्हें देने पड़ेंगे।
वहीं लीगल हेड विजया गड्डे की बात करें तो उनके पद पर भी गाज गिर सकती है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार विजया गड्डे ने पिछले साल बतौर ट्विटर लीगल हेड 17 मिलियन डॉलर यानी कि 130 करोड़ रुपए की कमाई की थी। कथिततौर पर गड्डे को निकालने पर मस्क को उन्हें 12.5 मिलियन डॉलर (₹95,95,75,000) देने होंगे।
गौरतलब है कि ट्विटर में पराग अग्रवाल ने पिछले वर्ष ही जैक डॉर्सी को रिप्लेस किया था। वही विजया गड्डे इस कंपनी से 2011 से साथ जुड़ी हुई हैं। हाल में उन्हें लेकर खबर आई थी कि ट्विटर के बिकने के बाद उन्होंने एक टीम मीटिंग की थी जिसमें उन्होंने कंपनी के भविष्य को लेकर चिंता जताई थी और फूट-फूट कर रोई भी थीं। वह ट्विटर वही विवादित अधिकारी हैं जिनका नाम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति का ट्विटर बैन करवाने और हंटर बाइडेन की स्टोरी सेंसर करवाने वालों में लिया जाता है।