Saturday, November 16, 2024
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दुनिया की सबसे ‘शक्तिशाली’ भारतीय मूल की महिला, जिसने ट्रम्प के ट्विटर हैंडल को किया सस्पेंड

पिछले कुछ वर्षों में ट्विटर की नीतियों और फैसलों में उनकी छाप रही है। वैश्विक नीतियों में ट्विटर के दखल की योजना भी उनकी ही है। PM मोदी से लेकर दलाई लामा और अमेरिकी राष्ट्रपति तक के साथ...

जैसा कि पिछले दिनों खबरों में छाया रहा, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हैंडल को ट्विटर से हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया गया। दरअसल, दुनिया के सबसे ताकतवर कहे जाने वाले पद पर बैठे व्यक्ति के ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड करने का निर्णय ट्विटर की जिस अधिकारी ने लिया था, वो भारतीय मूल की हैं। 45 वर्षीय विजया गड्डे अधिवक्ता हैं और ट्विटर की अधिकारी भी। उनके नेतृत्व में ही ये निर्णय लिया गया।

शुक्रवार (जनवरी 8, 2021) को डोनाल्ड ट्रम्प के ट्विटर हैंडल्स को पहली बार ब्लॉक किया गया था, जब कैपिटल हिल में कॉन्ग्रेस की कार्यवाही के दौरान भीड़ ने अंदर घुस कर हिंसा की। विजया गड्डे ट्विटर की लीगल पालिसी, ट्रस्ट और सेफ्टी मामलों की मुखिया हैं। उन्होंने ही अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से सूचना दी कि आगे हिंसा की आशंका के कारण डोनाल्ड ट्रम्प के हैंडल को स्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया गया है।

विजया गड्डे ने बताया कि कंपनी ने अपनी नीतियों को अमल में लाने सम्बन्धी विश्लेषण भी प्रकाशित किया है। उन्होंने इसका लिंक शेयर करते हुए लोगों से कहा कि वो यहाँ अधिक पढ़ सकते हैं। विजया गड्डे टेक्सास में बड़ी हुई हैं, जिसे डोनाल्ड ट्रम्प का राजनीतिक गढ़ माना जाता है। उनके पिता गल्फ ऑफ मेक्सिको के तेल रिफायनरीज में बतौर केमिकल इंजीनियर कार्यरत रहे हैं। इसके बाद ये परिवार ईस्ट कोस्ट की तरफ चला गया, जहाँ न्यू जर्सी में उनकी शिक्षा-दीक्षा हुई।

कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और न्यू यॉर्क लॉ यूनिवर्सिटी से कानूनी कोर्सेज पूरी करने वाली विजया गड्डे ने लगभग एक दशक तक बे एरिया में स्थित कानूनी कंपनियों में काम किया, जो टेक स्टार्टअप्स के साथ मिल कर काम करती थीं। इसके बाद 2011 में उन्होंने ट्विटर ज्वाइन किया। कॉर्पोरेट अधिवक्ता के रूप में पिछले कुछ वर्षों में ट्विटर की नीतियों और फैसलों में उनकी छाप रही है। वैश्विक नीतियों में ट्विटर के दखल की योजना भी उनकी ही है।

ओवल ऑफिस में वो CEO जैक डॉर्सी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात कर चुकी हैं और जब जैक नवम्बर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे, तब भी वो वहाँ मौजूद थीं। जैक द्वारा जारी की गई एक तस्वीर में वो दलाई लामा का हाथ पकड़े खड़ी थीं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया में ‘अब तक की सबसे शक्तिशाली सोशल मीडिया एग्जीक्यूटिव’ के रूप में उनका चित्रण किया जाता है।

InStyle मैगजीन ने उन्हें उन 50 महिलाओं की सूची में स्थान दिया था, जो दुनिया में बदलाव ला रही हैं। वो इन्वेस्टमेंट कलेक्टिव कंपनी ‘Angels’ की भी संस्थापक हैं। साथ ही वो कंपनियों में महिलाओं को बराबर वेतन मिले, इसके लिए अभियान चलाने का दावा भी करती रही हैं। 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पैसे लेकर ट्विटर पर राजनीतिक प्रचार नहीं किया जाएगा – ये निर्णय भी उनका ही था। ट्विटर के कर्मचारी समस्याओं के निवारण के लिए जैक की जगह उनसे ही संपर्क करते हैं।

बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थक ट्विटर से प्रतिबंधित होकर पहले ही ‘Parler’ एप पर जा चुके थे। अब ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम ने डोनाल्ड ट्रम्प के हैंडल्स को सस्पेंड/ब्लॉक कर दिया। वो ‘Parler’ पर गए तो उस एप को ही गूगल ने प्ले स्टोर से हटा दिया। एप्पल ने भी नोटिस थमा दिया। वामपंथी नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल को सस्पेंड करने के लिए भी अभियान चला रहे हैं और उन पर तमाम आरोप लगा रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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