Sunday, November 17, 2024
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बनी रहे राहुल गाँधी की ‘मेहरबानी’, इसलिए पुलिस से पत्रकारों को ‘डरा’ रही कॉन्ग्रेस सरकारें: Zee न्यूज के पत्रकार को गिरफ्तार करने घर पहुँची छत्तीसगढ़ पुलिस

रोहित रंजन ने ट्विटर पर बताया है कि छत्तीसगढ़ पुलिस उन्हें पकड़ने आवास पर आई है। उन्होंने ट्वीट में पूछा है कि ये कार्रवाई बिन लोकल पुलिस को जानकारी दिए की जा रही है। क्या ऐसा करना उचित है।

कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी का एक बयान जी न्यूज के शो DNA में गलत संदर्भ में चलाए जाने की गलती के बाद, छत्तीसगढ़ पुलिस अब शो के होस्ट एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने उनके घर के बाहर आ खड़ी हुई है। ये जानकारी रोहित रंजन द्वारा ट्वीट के जरिए दी गई।

क्या हुई गलती?

बता दें कि कुछ दिन पहले राहुल गाँधी का वायनाड में कार्यालय उपद्रवियों द्वारा तोड़ा गया था जिसके बाद उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि उपद्रवियों को बच्चा मानकर माफ कर रहे हैं क्योंकि उनकी हरकत बचकाना है और वह इस पर नाराज नहीं हैं।

अब चूँकि उस दौरान उदयपुर घटना पर लगातार अपडेट और प्रतिक्रियाएँ आ रही थी, तो डीएनए शो में गलती से इस बयान को उदयपुर घटना पर दिया गया बयान बताकर पेश कर दिया गया। जाहिर है ये गलती छोटी नहीं थी। लेकिन जैसे ही जी न्यूज को अपनी इस गलती का एहसास तो चैनल द्वारा माफी भी जारी की गई और ये भी बताया गया कि उनसे गलती हुई है।

रोहित की माफी

रोहित रंजन ने 2 जुलाई को ट्वीट करते हुए कहा,

“कल हमारे शो DNA में राहुल गाँधी का बयान उदयपुर की घटना से जोड़ कर ग़लत संदर्भ में चल गया था, ये एक मानवीय भूल थी जिसके लिए हमारी टीम क्षमाप्रार्थी हैं, हम इसके लिए खेद जताते हैं।”

बता दें कि चैनल द्वारा इस मुद्दे पर माफी माँग लिए जाने के बाद ये मामला शांत नहीं हुआ और 5 जुलाई यानी आज सुबग रोहित रंजन ने बताया पुलिस उन्हें पकड़ने आई है।

रोहित रंजन ने अपने ट्वीट में यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसएसपी गाजियाबाद और एडीजी लखनऊ को टैग करते हुए लिखा,

“बिन लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बार मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है। क्या ये

कानून सही है।”

दिलचस्प बात ये है कि रोहित के ट्वीट के बाद जहाँ लोग कॉन्ग्रेस शासित राज्य की पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाने लगे, वहीं रायपुर पुलिस ने अपने ट्वीट में रोहित से कहा,

“लोकल पुलिस को बताने का ऐसा कोई नियम नही। फिर भी, अब उन्हें बता दिया गया। पुलिस टीम ने तुम्हें तुम्हारी गिरफ्तारी का वारंट दिखाया। तुम्हें तो हमारे साथ कॉपरेट करना चाहिए, हमारी जाँच में सहयोग दो और पक्ष कोर्ट में रखना।”

बिन वर्दी रोहित रंजन को गिरफ्तार करने पहुँची छत्तीसगढ़ पुलिस

छत्तीसगढ़ पुलिस और यूपी पुलिस की बातचीच की एक वीडियो सामने आई है। बताया गया है कि यूपी पुलिस की इजाजत के बिना रोहित रंजन को जबरदस्ती गिरफ्तार करने की कोशिश हो रही है। इस वीडियो में यूपी पुलिस पूछ रही है कि अगर वह लोग पुलिसवाले हैं तो उनके पास वर्दी क्यों नहीं है। हालाँकि छत्तीसगढ़ पुलिस वीडियो में अपना कार्ड दिखाकर कह रही है कि ऐसे कैसे उन्हें फर्जी कहा जा रहा है। वो यूनिफॉर्म में आते तब भी उन्हें यही सब कहा जाता।

क्यों हरकत में छत्तीसगढ़ पुलिस ?

यह सर्वविदित तथ्य है कि राजस्थान में अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री की कुर्सी कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी की कृपा से मिली थी। राजस्थान में सचिन पायलट तो छत्तीसगढ़ में टीएस सिंहदेव आज भी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। लिहाजा राहुल गाँधी के पास नंबर बढ़ाने को लेकर दोनों मुख्यमंत्री तमाम जतन करते रहते हैं। पुलिस का इस्तेमाल कर पत्रकारों को डराने का सिलसिला भी इसका ही हिस्सा है। इससे पहले इसी तरह राजस्थान पुलिस न्यूज 18 के पत्रकार अमन चोपड़ा के पीछे पड़ी थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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