आईबी के अंकित शर्मा की बर्बर हत्या समेत दिल्ली के हिन्दू विरोधी दंगों के प्रमुख आरोपित, फरार चल रहे आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को आज दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जहाँ एक तरफ इस समाचार से अंकित शर्मा के परिवार सहित बहुत सारे दंगा पीड़ित हिन्दुओं को कुछ संतोष हासिल हुआ होगा वहीं इसने द वायर समेत कई सारे लेफ्टिस्ट मीडिया संगठनों के लिए काम का लोड बढ़ा दिया। अंकित शर्मा की बर्बर हत्या की विभीषका को दमभर झुठलाने की कोशिशों के बाद अब प्रोपोगंडा साइट द वायर अंकित शर्मा के हत्यारोपी ताहिर हुसैन को निर्दोष सिद्ध करने में जान लगा दी है।
द वायर को दिए अपने एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ताहिर हुसैन क्लेम करता है कि वह निर्दोष है और खुद ही साम्प्रदायिक हिंसा का शिकार है। द वायर द्वारा ट्वीट की गई वीडियो क्लिप में ताहिर हुसैन को यह कहते सुना जा सकता है कि उसे न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है और उसको यह भरोसा है कि उसके साथ मुस्लिम होने के कारण अन्याय नहीं होगा।
EXCLUSIVE | “I am innocent and a victim of communal violence myself.
— The Wire (@thewire_in) March 5, 2020
I have full faith in the justice system of my country. I want to surrender before the court.”
Suspended AAP councillor and an accused in recent violence in delhi, Tahir Hussain. pic.twitter.com/RoxZhGyXq3
आज ऐसा ही कुछ क्लेम इसने आजतक को दिए अपने “एक्सक्लूसिव इंटरव्यू” में भी किया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अंकित शर्मा को दो और लोगों के साथ ताहिर हुसैन की बिल्डिंग में एक मुस्लिम भीड़ खींच कर ले गई थी, जिसकी छत पर लाठी लिए ताहिर हुसैन के साथ पेट्रोल बमों और पत्थरों के ढ़ेर को विभिन्न तस्वीरों और फुटेज में देखा जा सकता है। ताहिर हुसैन की इसी बिल्डिंग की छत से सैंकड़ों इस्लामिक फसादियों ने बगल के हिन्दू घरों और मोहल्ले की गलियों पर पेट्रोल बम, तेज़ाब, और पत्थर से हमले करने के लिए इस्तेमाल की थी।
दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के इस नेता के खिलाफ दफा 302 A के अंतर्गत दयालपुर पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया हुआ है। मजे की बात ये है कि जहाँ एकतरफ सभी न्यूज़ चैनल ताहिर हुसैन की गिरफ्तारी की खबर चला रहे हैं वहीं कुछ लेफ्टिस्ट पोर्टल उसे निर्दोष सबित करने में जुट गए हैं।
इससे पहले द वायर ने यह कहा- “ऐसा माना जा रहा है कि अंकित शर्मा की पीट-पीट कर हत्या की गई।”, न सिर्फ अंकित शर्मा के वीभत्स मर्डर को झुठलाने की कोशिश की गई थी बल्कि दिल्ली के हिन्दू विरोधी दंगों में इस्लामिक भीड़ द्वारा हिन्दुओं पर बरपाये गए कहर को भी नजरअंदाज करने का कुत्सित प्रयास किया था।
लेकिन ‘सीरियल ऑफेंडर’ द वायर की इस करतूत पर अचरज करने की कतई जरूरत इसलिए नहीं है क्योंकि वह किसी न किसी प्रकार शरजील इमाम या ताहिर हुसैन जैसे इस्लामिस्ट और दंगाइयों को एक प्लेटफॉर्म मुहैया करवाता आया है।
इसने अंकित शर्मा के बर्बर मर्डर पर भी तभी कुछ कहा था जब इस संबंध में एक एफआईआर दर्ज की गई थी, और वह भी ताहिर हुसैन को बचाने की कोशिश करते हुए। इस प्रोपोगंडा साइट ने दिल्ली के इन हिन्दू विरोधी दंगों को उलटे मुस्लिमों के खिलाफ हिन्दुओं का हमला कहा जबकि दंगों के गुनहगार, प्लानिंग, दंगों के दौरान हुई बर्बरता यह साबित करती है कि ये दंगे हिन्दुओं के नरसंहार के लिए पूरी तरह सुनियोजित थे।