उन्नाव पुलिस ने तीन दलित लड़कियों को जहर दिए जाने वाली खबर पर फर्जी खबर फैलाने के आरोप में 21 फरवरी को आठ ट्विटर अकाउंट पर एफआईआर दर्ज की है। बता दें कि तीन लड़कियों में से दो की मौत हो गई, जबकि तीसरी बहन अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है।
FIR में कहा गया है कि इन ट्विटर अकाउंट्स ने झूठी जानकारी फैलाई थी कि इन लड़कियों का बलात्कार किया गया था, जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ तौर पर इससे इनकार किया गया। इन ट्विटर अकाउंट ने उनके शवों का घर वालों की मर्जी के खिलाफ अंतिम संस्कार किए जाने जैसी अफवाह फैलाकर आम जनता में आक्रोश पैदा करने का भी प्रयास किया।
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 के तहत ‘द मोजो स्टोरी’ (बरखा दत्त की समाचार एजेंसी), निलिम दत्ता (यूनीफाइड पीपुल्स मूवमेंट के अध्यक्ष), @janjagranlive (जनजागरण लाइव- समाचार एजेंसी), SurajKrBaudh (आज़ाद समाज पार्टी का प्रवक्ता), @VijayAmbedkarUP (जय भीम आईटी टीम), @Abhaykumarazad9 (भीम आर्मी सदस्य), @Rahuldkkr (गाडगे यूथ ब्रिगेड नेता) और @BhimSenaChief (नवाब सतपाल तंवर) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश फैक्ट चेक ने बरखा दत्त के ट्वीट को किया खारिज
19 फरवरी को, उत्तर प्रदेश सरकार के ही ‘उत्तर प्रदेश फैक्ट चेक’ अकाउंट ने बरखा दत्त द्वारा पोस्ट किए गए एक कथित फर्जी ट्वीट को खारिज कर दिया था। उन्नाव पुलिस ने कहा था कि ट्वीट में दावा किया गया कि पुलिस रात में लड़कियों का अंतिम संस्कार करना चाहती थी, जो भ्रामक था। दोनों लड़कियों का अंतिम संस्कार परिजनों द्वारा विधिपूर्वक किया गया है।
ट्वीट में दावा किया गया कि उन्नाव में मृत बालिकाओं का अंतिम संस्कार पुलिस रात में करना चाहती थी।#InfoUPFactCheck: उन्नाव पुलिस द्वारा अवगत कराया गया कि दोनों बालिकाओं का अंतिम संस्कार परिजनों द्वारा विधिपूर्वक किया गया है। pic.twitter.com/2oG9pYjCVU
— Info Uttar Pradesh Fact Check (@InfoUPFactCheck) February 19, 2021
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडे ने अपने बयान में कहा कि उन्नाव मामले के संबंध में आठ लोगों के खिलाफ भ्रामक प्रचार करने और सोशल मीडिया पर गलत जानकारी देकर भड़काने के आरोप में मामला दर्ज किया गया।
सोशल मीडिया पर विद्वेषपूर्ण,तथ्यों से परे,भ्रमात्मक एवं अफवाहजनक जानकारियों के प्रसार द्वारा जनभावनाएं भड़काने वालों के विरुद्ध कृत कार्यवाही के संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक उन्नाव द्वारा दी गई बाइट @Uppolice pic.twitter.com/UMgyi8DJif
— UNNAO POLICE (@unnaopolice) February 21, 2021
उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के असोहा थाना अंतर्गत बबुरहा गाँव में कल एक खेत में तीन दलित लड़कियाँ बेहोशी की अवस्था में पड़ी मिली थी। उनमें से दो को कथित तौर पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि एक की हालत गंभीर है और जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
उन्नाव केस
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिला स्थित बबुरहा गाँव में बुधवार (फरवरी 17, 2021) की शाम 13 और 16 वर्ष की आयु की दो लड़कियों (क्रमशः, काजल और कोमल) के शव खेत में पड़े मिले। इनके अलावा, एक 17 वर्षीय लड़की रोशनी, गंभीर हालत में पाई गई, जिसका कि कानपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दोनों किशोरियों का पोस्टमॉर्टम करने वाले डाक्टरों का कहना था कि दोनों किशोरियों की मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई है। दोनों ने मौत से करीब 6 घंटे पहले खाना खाया था। दोनों के पेट में 100 से लेकर 80 ग्राम तक खाना मिला है। खाने में जहर होने की वजह से मौत हो गई।