मोदी सरकार को लेकर विदेशी मीडिया की घृणा नई नहीं हैं। कोरोना संक्रमण की आड़ लेकर भी उन्होंने भारत सरकार को बदनाम करने के लिए हाल के दिनों में कई आधारहीन और भ्रामक दावे किए हैं। इसी कड़ी में न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) ने अपनी एक रिपोर्ट में भारत में Covid-19 संक्रमण से होने वाली मौतों को लेकर आँकड़ा दिया है। ये आँकड़ें किस आधार पर दिए गए हैं, इसका कुछ पता नहीं है। इस रिपोर्ट का एक ही उद्देश्य मालूम होता है, Covid-19 संक्रमण से भारत की लड़ाई को मलिन करना।
.@nytimes की ख़बर में भारत में #COVID19 से होने वाली मौतों की संख्या को लेकर दी गई जानकारी आधारहीन और झूठी है, उसके दावे सबूतों पर नहीं बल्कि विकृत आकलन पर आधारित है। @PMOIndia #Unite2FightCorona pic.twitter.com/pVKTIBhQFi
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 27, 2021
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई मौतों पर तीन स्तर में आँकड़े देते हुए बताया है कि भारत में इस संक्रमण से सबसे अच्छी हालत में भी लगभग 600,000 लोग मर चुके हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने सबसे अधिक संभावना 1.6 मिलियन अर्थात 16,00,000 लाख लोगों के मरने की जताई है। साथ ही सबसे खराब हालत में भारत में संक्रमण से हुई मौतों की संख्या 4.2 मिलियन अर्थात 42 लाख बताई। वैसे भारत में अब तक इस संक्रमण से लगभग 3,16,000 मौतें हुई हैं।
सरकार ने न्यूयॉर्क टाइम्स की इस रिपोर्ट को नकार दिया है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पाल ने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स का अनुमान पूरी तरह से आधारहीन है। साथ ही उन्होंने मीडिया समूह की इस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह रिपोर्ट भ्रामक तथ्यों पर आधारित है जो संक्रमण से संबंधित मृत्युदर को लगभग 6 गुना बता रही है। डॉ. पाल ने बताया कि इन्फेक्शन की मृत्युदर 0.05% है, जबकि न्यूयॉर्क टाइम्स इस दर को 0.3% अर्थात वास्तविक दर से 6 गुना अधिक बता रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि भारत में हुई कोरोना वायरस संक्रमण की मौतों को बढ़ा-चढ़ाकर बताने वाली यह रिपोर्ट पूर्णतः तथ्यहीन है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने जैसे ही यह रिपोर्ट जारी की कॉन्ग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने विदेशी मीडिया की इस आधारहीन रिपोर्ट को हाथों-हाथ लेते हुए भारत सरकार पर प्रश्न उठाए। उन्होंने कहा, “आँकड़े झूठ नहीं बोलते, भारत सरकार बोलती है।“
Numbers don’t lie… GOI does. pic.twitter.com/5YLSnaeKzK
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 26, 2021
राहुल गाँधी के इस ट्वीट का जवाब देते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि पेड़ों से भले गिद्ध लुप्त हो रहे हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा धरती के गिद्धों में समाहित हो रही है।
लाशों पर राजनीति, @INCIndia स्टाइल !
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 26, 2021
पेड़ों पर से गिद्ध भले ही लुप्त हो रहे हों, लेकिन लगता है उनकी ऊर्जा धरती के गिद्धों में समाहित हो रही है।@RahulGandhi जी को #Delhi से अधिक #NewYork पर भरोसा है।
लाशों पर राजनीति करना कोई धरती के गिद्धों से सीखे।@PMOIndia @BJP4India https://t.co/29D0yWU5wS
आपको बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स से पहले चिकित्सा क्षेत्र के जर्नल लैंसेट ने भी भारत में अगस्त तक 1 मिलियन अर्थात 10 लाख से अधिक लोगों की मौत होने का अनुमान लगाया था। इस अनुमान के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एण्ड इवेल्यूएशन (IHME) के आँकड़ों का उपयोग किया गया था। हालाँकि IHME के आँकड़ें भी बिल्कुल भी विश्वसनीय नहीं दिखते हैं, क्योंकि IHME के आँकड़े भी आधारहीन तथा प्रमाणहीन थे।
देश में अब कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार कमजोर पड़ रही है। जहाँ एक ओर रोजाना मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या में कमी आ रही है वहीं स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। 10 मई को देश में 37,45,000 सक्रिय मरीज थे जो अब घटकर 24,19,000 रह गए हैं। देश में गुरुवार (27 मई) को Covid-19 संक्रमण से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 2,83,000 रही। इसी के साथ देश का रिकवरी रेट बढ़कर 90% तक पहुँच गया है।