पश्चिम बंगाल के पत्रकार शेख शफीकुल इस्लाम को प्रशासन की तरफ से धमकी दी गई है। बता दें कि शफीकुल इस्लाम को इसलिए धमकी दी गई है, क्योंकि वे अपने वेब न्यूज चैनल आरामबाग टीवी से लगातार प्रशासन की कमियों को उजागर कर रहे थे। उनकी पत्रकार की पत्नी ने दावा किया है कि 5-6 मई कर दरम्यानी रात लगभग 30 से 40 लोग उनके घर के पास जमा हो गए और उनके परिवार को धमकी दी गई।
पत्रकार की पत्नी का कहना है कि वो इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, कि जो लोग आए थे, वो पुलिस के थे या नहीं। वो आगे कहती हैं कि उनके परिवार को उनके पति की रिपोर्टिंग की वजह से निशाना बनाया जा रहा है। वो कहती हैं कि इस तरह से जान के खतरे को देखते हुए वो न्यूज रिपोर्टिंग को छोड़ देंगे। पिछले सप्ताह ही उनके न्यूज चैनल पर कई FIR दर्ज होने की वजह से वह पहले से ही पुलिस कार्रवाई का सामना कर रही हैं।
शफीकुल इस्लाम की पत्नी ने कहा कि उन्हें अपने पति के जीवन का डर नहीं है, बल्कि वो अपने बच्चों को लेकर डरती हैं, इसलिए उन्होंने न्यूज चैनल बंद करने का फैसला किया। उन्होंने दावा किया कि गुंडों ने उसके दरवाजे पर धमाका किया और उनके परिवार को डराया-धमकाया, जिसकी वजह से वो पूरी रात सो नहीं सके। वह कहती हैं कि शफीकुल इस्लाम ने हमेशा सच्चाई के लिए बात की है और कभी झूठी खबर नहीं फैलाई है। उन्होंने राजनीति की निंदा करते हुए कहा कि ये सब सिर्फ यहीं पर होता है।
शफीकुल इस्लाम ने भी देर रात एक यूट्यूब अपलोड करते हुए इस घटना की जानकारी देते हुए कहा कि हो सकता है कि कल को उनकी जबरन गिरफ्तारी हो जाए, उनकी बेरहमी से पिटाई की जाए। लेकिन उन्हें उम्मीद है कि उनके दर्शक उनका समर्थन करेंगे।
आरामबाग टीवी ने कोरोनावायरस महामारी के दौरान राज्य में विभिन्न क्लबों को दान देने पर ममता बनर्जी सरकार से सवाल किया था। शफीकुल इस्लाम और उनके चैनल के एक रिपोर्टर सूरज अली के खिलाफ यह कहते हुए नोटिस भेजे गए कि उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 468, 469, 471, 500, 505, 120B के तहत मामला दर्ज किया गया है, लेकिन नोटिस में FIR के सही कारण का उल्लेख नहीं किया गया है। शफीकुल ने कहा कि ये उनके वेब चैनल को बंद कराने की साजिश है, लेकिन वो इसके आगे नहीं झुकेंगे। वो अदालत में इसका डटकर मुकाबला करेंगे।