Monday, March 10, 2025
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मस्जिद संचालक से ED ने जब्त की ₹73 लाख की संपत्ति, हाफिज सईद से तार जुड़े होने का शक

सलमान पैसे मिल जाने की सूचना और काम कितना हुआ, इसके फ़ोटो ईमेल से भेजता था। ₹4.70 करोड़ की सम्पत्ति अलग-अलग हवाला कारोबारियों के जरिए लिए-दिए जाने की जानकारी अब तक जाँच एजेंसियों को मिली है।

गुरुवार (2 मई) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आतंकी  फंडिंग के केस में हाफिज सईद से तार होने के शक में मोहम्मद सलमान और उसके परिवार से ₹73 लाख की सम्पत्ति जब्त की है। मामला 26 /11 के मुंबई हमले में लश्कर, जमात-उद-दावा, और फ़लाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) की आर्थिक भूमिका की जाँच का है।

FIF जमात और लश्कर का मुखौटा संगठन है, और जमात व लश्कर पर आतंकी वारदातों को अंजाम देने के चलते लगे प्रतिबंधों को धता बताने के लिए बनाया गया था। 2016 में हिंदुस्तान ने इस संगठन को आतंकी घोषित कर प्रतिबंधित कर दिया था।

मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून के तहत कार्रवाई

मोहम्मद सलमान और परिवार के खिलाफ कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून के तहत तहत की गई है। जब्त सम्पत्ति में दिल्ली में रिहाइशी फ्लैट, नकदी, और बैंक में जमा पैसे हैं. इन सबकी कुल कीमत ₹73.12 लाख बताई गई है। ED के अनुसार असल में जिहादी गतिविधियों के लिए बनी FIF ‘मानवीय’ समाज सेवा के काम कर के लोगों की आँखों में धूल झोंकती थी। वह जिहाद के लिए पैसे का इंतजाम करती थी, स्लीपर सेल बनाती थी, और नौजवानों को दशहतगर्दी के लिए उकसाती थी।

ED ने यह दावा भी किया कि FIF को हवाला के जरिए भारी मात्रा में पैसा मिलता था, जो कि दुबई के मोहम्मद कामरान द्वारा भेजा जाता था। सलमान को जब NIA ने पिछले साल गिरफ्तार किया, तो पता चला कि इसी पैसे का इस्तेमाल एक मस्जिद बनाने के लिए भी हुआ था। रिपोर्टों के अनुसार पलवल, हरियाणा के उत्तवार गाँव स्थित खुलफ़ा-ए-रशीदीन मस्जिद FIF ने इसी जिहादी पैसे से बनाई गई थी, जिसके लिए सलमान को ₹70 लाख हवाला से मिले थे।

पिछले साल भी थे ₹1.53 करोड़

मोहम्मद सलमान से पिछले साल भी ₹1.53 करोड़ की सम्पत्ति बरामद हुई थी, और वह फ़िलहाल तिहाड़ जेल में है। जाँच के दौरान पता चला था कि सलमान पैसे मिल जाने की सूचना और काम कितना हुआ, इसके फ़ोटो ईमेल से भेजता था। ₹4.70 करोड़ की सम्पत्ति अलग-अलग हवाला कारोबारियों के जरिए लिए-दिए जाने की जानकारी अब तक जाँच एजेंसियों को मिली है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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