प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (12 मार्च 2024) को 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के साथ जैसलमेर के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में “भारत शक्ति” युद्धाभ्यास के साक्षी बने। इस युद्धाभ्यास में स्वदेशी हथियारों की मारक क्षमता और तीनों रक्षा बलों की ऑपरेशनल ताकत का प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरंद्र मोदी ने कहा कि आज हमारा पोखरण एक बार फिर भारत की आत्मनिर्भरता, भारत के आत्मविश्वास और भारत के आत्मगौरव की त्रिवेणी का साक्षी बना है। उन्होंने कहा कि यही पोखरण है, जो भारत की परमाणु शक्ति का साक्षी रहा है और यहीं पर हम आज स्वदेशीकरण से सशक्तिकरण का दम भी देख रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दस वर्षों में हमने देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अथक प्रयास किये हैं और एमएसएमई और स्टार्टअप को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, “आने वाले वर्षों में जब हम दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनेंगे, तो भारत का सैन्य सामर्थ्य भी नई बुलंदी पर होगा। भारत को तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में राजस्थान की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। विकसित राजस्थान, विकसित सेना को भी उतनी ही ताकत देगा।”
#WATCH | Rajasthan | Prime Minister Narendra Modi, along with delegates from more than 30 countries, witnesses exercise "Bharat Shakti" at the Pokhran field firing range in Jaisalmer. pic.twitter.com/4nAbuQMeWr
— ANI (@ANI) March 12, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के डिफेंस सेक्टर की तारीफ की और कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं कि भविष्य में भारत की सेना और भारत का डिफेंस सेक्टर कितना बड़ा होने वाला है। इसमें युवाओं के लिए रोजगार और स्व-रोजगार के कितने अवसर बनने वाले हैं। कभी भारत दुनिया का सबसे बड़ा डिफेंस इम्पोर्टर हुआ करता था, जबकि आज भारत डिफेंस सेक्टर में भी एक बड़ा निर्यातक बनता जा रहा है। आज भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 2014 की तुलना में 8 गुना से ज्यादा बढ़ चुका है।
#WATCH पोखरण, जैसलमेर (राजस्थान): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित त्रि-सेवा अभ्यास "भारत शक्ति" में हिस्सा लिया। pic.twitter.com/FR8w38Jepn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2024
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, “बीते 10 वर्षों में भारत ने अपना लड़ाकू हवाई जहाज बनाया है। भारत ने अपना एयरक्राफ्ट कैरियर बनाया है, सी295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भारत में बनाए जा रहे हैं। हवाई जहाजों के लिए आधुनिक इंजन का निर्माण भी भारत में होने वाला है। आज देश में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरीडोर बन रहे हैं। इनमें अब तक 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हुआ है। आज हेलीकॉप्टर बनाने वाली एशिया की सबसे बड़ी फैक्टरी भारत में काम करना शुरू कर चुकी है।”
पोखरण में ‘भारत शक्ति 2024’ युद्धाभ्यास
पोखरण में भारतीय सेना के तीनों अंगों थल सेना, वायुसेना और नौसेना ने हिस्सा लिया। इस अभ्यास में स्वदेशी हथियार प्रणालियों, अर्जुन टैंक, धनुष होवित्जर, तेजस लड़ाकू विमान और एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर ने अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। रक्षा क्षेत्र में भारत की ‘आत्मनिर्भरता’ के इस प्रदर्शन को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय भी मौजूद रहे।
इस युद्धाभ्यास में नौसेना के मार्कोस, वायुसेना के गरुड़ और थलसेना की स्पेशल फोर्सेस अभ्यास के लिए बनाए गए दुश्मन के इलाके में घुसकर ऑपेरशन किया। इस दौरान आसमान से ड्रोन और वायुसेना की मदद भी ली गई, तो लंबी दूरी के हथियारों और आर्टिलरी गन से लक्ष्यों पर सटीक निशाना लगाकर उन्हें नष्ट करने का भी अभ्यास किया गया।