नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी और उसके कारण पनपते मुद्दों से जुड़ी 14 रिपोर्ट अब तक प्रकाशित की जा चुकी है। क्यों? क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला है। क्योंकि यह आस-पास के जिलों में रहने वाले हिंदुओं से जुड़ा मुद्दा है। 16 सितम्बर 2022 तक इनमें से कई रिपोर्टों पर शासन और प्रशासन ने संज्ञान लेकर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
हम खुद की पीठ नहीं थपथपा रहे… लेकिन हमारे काम से अगर सकारात्मक बदलाव आता है, शासन-प्रशासन चौकन्ना होता है… तो निश्चित ही यह हमारी जीत है, हम सही दिशा में जा रहे हैं। हमारी खबरों के बाद शासन-प्रशासन का कार्रवाई करना हमारे लिए सुखद है, हमें लगातार ऐसे ही काम करने की प्रेरणा देने वाला है।
यह रिपोर्ट एक सीरीज के तौर पर है। इस पूरी सीरीज को एक साथ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
श्रावस्ती में मदरसों के उद्देश्य की होगी जाँच
ऑपइंडिया ने 6 सितम्बर 2022 को श्रावस्ती जिले में बढ़ रही इस्लामी गतिविधियों की खबर प्रकाशित की। इस रिपोर्ट का टाइटल ‘बौद्ध आस्था के केंद्र हों या तालाब… हर जगह मजार: श्रावस्ती में घरों की छत पर लहरा रहे इस्लामी झंडे’ नाम से है। इस रिपोर्ट में हमने न सिर्फ बौद्धों और जैन मंदिरों के बगल बढ़ रही मज़ारों और दरगाहों को दिखाया था बल्कि श्रावस्ती जिले के अन्य हिस्सों में भी मज़ारों और मदरसों की जानकारी दी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब श्रावस्ती जिला प्रशासन ने जिले में बने मदरसों के ‘मकसद’ की जाँच करवाने का फैसला किया है। यह घोषणा जिला अल्पसंख्यक अधिकारी के हवाले से की गई है। इन मदरसों के सर्वे के लिए गठित टीम में SDM, BSA और जिला अल्पंसख्यक अधिकारी भी शामिल हैं।
#Shravasti
— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) September 12, 2022
मदरसा सर्वे के लिए गठित की गई टीम
टीम में SDM, BSA, अल्पसंख्यक अधिकारी
श्रावस्ती के सभी मदरसों का होगा सर्वे
नेपाल बॉर्डर से सटे मदरसों पर रहेगी नजर@dmshravasti @shravastipolice #MadrasaSurvey pic.twitter.com/tgszLn7Otg
श्रावस्ती जिले पर हमने 8 सितम्बर और 10 सितम्बर 2022 को भी अलग-अलग रिपोर्ट में जिले में बढ़ रही मजारों, दरगाहों और उससे हो रहे बदलाव को बताया था। इन रिपोर्टों को हमने क्रमशः ‘बौद्ध-जैन मंदिरों के बीच दरगाह बनाई, जिस मजार को पुलिस ने किया ध्वस्त… वो फिर चकमकाई: नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी’ और ‘पुरातत्व विभाग से संरक्षित जो जगह, वहाँ वक्फ की दरगाह-मजार: नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी, मुसीबत में बौद्ध धर्मस्थल’ हेडलाइन से प्रकाशित किया था।
इन रिपोर्टों के प्रकाशित होने के बाद 16 सितम्बर 2022 को श्रावस्ती पुलिस ने भारत-नेपाल से सटे गाँवों का दौरा किया। पुलिस ने इसे शाँति और सुरक्षा की नजर से की गई गश्त बताया है।
#shravastipolice#पैदल_गश्त
— shravasti police (@shravastipolice) September 16, 2022
पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद कुमार मौर्य के निर्देशानुसार चौकी प्रभारी राजपुर मोड़ मय एसएसबी टीम द्वारा शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत इंडो नेपाल बॉर्डर सटे गांवों में पैदल गस्त किया गया एवं संदिग्ध वाहनों व्यक्तियों को चेक किया गया।#UPPolice pic.twitter.com/BQ1V8LrdY3
सोनौली सीमा पर मदरसों की जाँच के लिए पहुँची टीम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मदरसों की जाँच करने वाली एक टीम भारत-नेपाल सीमा के महराजगंज जिले के सोनौली क्षेत्र के पास गाँव सुकरौली के मदरसा अरबिया अहले सुन्नत मिस्बाहुल उलूम पहुँची है। यहाँ उसने शिक्षा के गुणवत्ता की जाँच की, जिसमें कई विषयों की पढ़ाई और उन्हें पढ़ने वाले बच्चे औसत स्तर से भी खराब पाए गए।
जरवा बॉर्डर सहित पूरी नेपाल सीमा पर बढ़ी पुलिस गश्त
12 सितम्बर 2022 को ऑपइंडिया ने अपनी रिपोर्ट संख्या 10 में बलरामपुर जिले के नेपाल सीमा के जरवा बॉर्डर का जिक्र किया था। इस रिपोर्ट में हमने बलरामपुर से जरवा जाते हुए रास्ते में मिले अलग-अलग जगहों के मस्जिद, मजारों और मदरसों को दिखाया था। इस रिपोर्ट की हेडलाइन ‘SSB बेस कैंप हो या सड़क, गाँव हो या खेत-सुनसान… हर जगह मस्जिद-मदरसे-मजार: UP के बलरामपुर से नेपाल के जरवा बॉर्डर तक OpIndia Ground Report’ थी।
हमारी रिपोर्ट प्रकाशित होने के ठीक अगले दिन यानी 13 सितम्बर 2022 को बलरामपुर पुलिस ने जरवा बॉर्डर पर पैरामिलिट्री SSB के साथ साझा गश्त किया। बलरामपुर पुलिस ने इसकी जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर पर शेयर की है।
SPBalrampur के निर्देशन में जनपद के थाना को0 जरवा पुलिस टीम व एस0एस0बी0 50वी बटालियन द्वारा इन्डो, नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा के दृष्टिगत पैदल गस्त। #PolicePatrolling pic.twitter.com/QdNToOzGHK
— BALRAMPUR POLICE (@balrampurpolice) September 13, 2022
इसके अलावा ऑपइंडिया ने बलरामपुर जिले में इस्लामी गतिविधियों पर अलग-अलग दिनों में अलग-अलग रिपोर्ट प्रकाशित की। इसमें 14 सितम्बर 2022 को ‘गाँवों में अरबी-उर्दू लिखे हुए नल, UAE के नाम की मुहर: ज्यादा दाम देकर जमीनें खरीद रहे नेपाली मुस्लिम – OpIndia Ground Report’ हेडलाइन के साथ जबकि 13 सितम्बर 2022 को ‘हिंदू बच्चों का खतना, मंदिर में शादी के बाद लव जिहाद और आबादी असंतुलन के साथ बढ़ते पॉक्सो मामले: नेपाल बॉर्डर पर बलरामपुर जिले में OpIndia Ground Report’ हेडलाइन की रिपोर्ट शामिल है।
इन रिपोर्टों के प्रकाशित होने के बाद बलरामपुर पुलिस ने 14 सितम्बर 2022 को ही सशस्त्र सीमा बल (SSB) के साथ नेपाल सीमा पर चौकसी के मुद्दे पर विशेष मीटिंग की।
#AddlSPblr श्रीमती नम्रिता श्रीवास्तव द्वारा भारत-नेपाल सीमावर्ती समस्त थानो के अधिकारी/कर्मचारी गण व SSB के साथ मीटिंग की गई। इस मीटिंग में भारत- नेपाल सीमा पर अवैध आवा गमन/ तस्करी की रोंक थाम हेतु सुरक्षा सम्बन्धी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।#BalrampurPolice pic.twitter.com/U1CDq9nLA9
— BALRAMPUR POLICE (@balrampurpolice) September 14, 2022
अवैध कब्जेदारों से जूझते महंत को सुरक्षा का वादा
ऑपइंडिया ने 9 सितम्बर 2022 को हनुमान गढ़ी की जमीन पर कब्जा, झारखंडी मंदिर सरोवर में ताजिया: नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी, असर UP के बलरामपुर में – OpIndia Ground Report’ हेडलाइन से अपनी 7 वीं रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस रिपोर्ट में हिन्दू मंदिरों पर अवैध कब्जेदारी के जिक्र के साथ वहाँ हनुमान गढ़ी के महंत महेंद्र दास जी महराज की सुरक्षा का भी जिक्र किया था।
इस रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए बलरामपुर पुलिस ने बताया कि अदालत के द्वारा पास किए गए हर आदेश का जिले में पालन करवाया जाएगा। इसी के साथ पुलिस ने यह भी बताया कि किसी भी जरूरतमंद द्वारा सुरक्षा माँगे जाने पर उन्हें उपलब्ध करवाई जाएगी।
— BALRAMPUR POLICE (@balrampurpolice) September 10, 2022
सिद्धार्थनगर बॉर्डर पर भी बढ़ी पुलिस चौकसी
5 सितम्बर 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट में ऑपइंडिया ने बताया था कि सिद्धार्थनगर-नेपाल सीमा पर कई अपराधियों और तस्करों को समय-समय पर दबोचा गया है। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया था कि किस-किस प्रकार के तस्कर मौके का कैसे फायदा उठाने की फिराक में रहते हैं।
ताजा जानकारी के मुताबिक सिद्धार्थनगर पुलिस ने नेपाल सीमा पर SSB के साथ मिल कर चौकसी बढ़ा दी है। सिद्धार्थनगर पुलिस SSB के साथ मिल कर सीमाओं पर चौकसी ‘ऑपरेशन कवच’ के तहत कर रही है।
आपरेशन कवच के अन्तर्गत पुलिस व सशस्त्र सीमा बल के संयुक्त टीम द्वारा अपराधियों पर अंकुश लगाने हेतु जनपद के सीमाई थानाक्षेत्रो में पैदल गश्त किया गया ।#UPPolice #Footpatrolling #siddharthnagpol#ऑपरेशन_कवच#SSB pic.twitter.com/OnkTyTuN8m
— SiddharthnagarPolice (@siddharthnagpol) September 15, 2022
न सिर्फ इन्हीं जिलों बल्कि नेपाल सीमा से लगे पीलीभीत, लखीमपुर, महराजगंज जैसे जिलों में भी पुलिस ने सीमाओं पर गस्त और चौकसी को बढ़ा दिया है।
#MaharajganjPolice
— MAHARAJGANJ POLICE (@maharajganjpol) September 16, 2022
थाना बरगदवा पुलिस द्वारा एसएसबी के साथ थाना क्षेत्र से लगे इंडो-नेपाल बॉर्डर क्षेत्र में स्थित विभिन्न घाटों/पगडंडी रास्तों पर तस्करी की रोकथाम व सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ बनाए रखने हेतु ज्वाइंट पेट्रोलिंग/कांबिंग व वाहन चेकिंग किया जा रहा है।#UPPolice pic.twitter.com/DaDk51fDCK
अन्य मीडिया संस्थान भी उतरे नेपाल बॉर्डर पर
3 सितम्बर 2022 को ऑपइंडिया द्वारा हैशटैग #NepalUPBorderIslamisation के साथ शुरू की गई सीरीज की पहली खबर ‘कभी था हिंदू बहुल गाँव, अब स्वस्तिक चिह्न वाले घर पर 786 का निशान: भारत के उस पार भी डेमोग्राफी चेंज, नेपाल में घुसते ही मस्जिद, मदरसा और इस्लाम’ हेडलाइन के साथ प्रकाशित हुई थी।
इस खबर के प्रकशित होने के बाद कई अन्य मीडिया संस्थानों ने भी नेपाल बॉर्डर से जुड़ी खबरों को प्रकाशित करना शुरू कर दिया। कुछ मीडिया संस्थानों ने तो अपने रिपोर्टर भी भेजे हैं और अब वहाँ से वो लोग भी ग्राउंड रिपोर्ट कर रहे हैं।
यह ऑपइंडिया की जीत है। रिपोर्ट चाहे कोई भी मीडिया संस्थान करे, उस रिपोर्ट से अगर देशहित-हिंदूहित का काम होता है, तो यह सबके लिए खुशी की बात है। जितने ज्यादा मीडिया हाउस इस मुद्दे (नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी और पनपते मस्जिद-मदरसे) को उठाएँगे, जल्द से जल्द कट्टरपंथी इस्लामी मानसिकता का फन शासन-प्रशासन कुचलेगा।
पढ़ें पहली रिपोर्ट : कभी था हिंदू बहुल गाँव, अब स्वस्तिक चिह्न वाले घर पर 786 का निशान: भारत के उस पार भी डेमोग्राफी चेंज, नेपाल में घुसते ही मस्जिद, मदरसा और इस्लाम – OpIndia Ground Report
पढ़ें दूसरी रिपोर्ट : घरों पर चाँद-तारे वाले हरे झंडे, मस्जिद-मदरसे, कारोबार में भी दखल: मुस्लिम आबादी बढ़ने के साथ ही नेपाल में कपिलवस्तु के ‘कृष्णा नगर’ पर गाढ़ा हुआ इस्लामी रंग – OpIndia Ground Report
पढ़ें तीसरी रिपोर्ट : नेपाल में लव जिहाद: बढ़ती मुस्लिम आबादी और नेपाली लड़कियों से निकाह के खेल में ‘दिल्ली कनेक्शन’, तस्कर-गिरोह भारतीय सीमा पर खतरा – OpIndia Ground Report
पढ़ें चौथी रिपोर्ट : बौद्ध आस्था के केंद्र हों या तालाब… हर जगह मजार: श्रावस्ती में घरों की छत पर लहरा रहे इस्लामी झंडे, OpIndia Ground Report
पढ़ें पाँचवीं रिपोर्ट : महाराणा प्रताप के साथ लड़ी थारू जनजाति बहुल गाँव में 3 मस्जिद, 1 मदरसा: भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी का ये है ‘पैटर्न’ – OpIndia Ground Report
पढ़ें छठी रिपोर्ट : बौद्ध-जैन मंदिरों के बीच दरगाह बनाई, जिस मजार को पुलिस ने किया ध्वस्त… वो फिर चकमकाई: नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी – OpIndia Ground Report
पढ़ें सातवीं रिपोर्ट : हनुमान गढ़ी की जमीन पर कब्जा, झारखंडी मंदिर सरोवर में ताजिया: नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी, असर UP के बलरामपुर में – OpIndia Ground Report
पढ़ें आठवीं रिपोर्ट : पुरातत्व विभाग से संरक्षित जो जगह, वहाँ वक्फ की दरगाह-मजार: नेपाल सीमा पर बढ़ती मुस्लिम आबादी, मुसीबत में बौद्ध धर्मस्थल – OpIndia Ground Report
पढ़ें नौवीं रिपोर्ट : 2 मीनारों वाली मस्जिदें लोकल, 1 मीनार वाली अरबी पैसे से… लगभग हर गाँव में मदरसे: नेपाल बॉर्डर के मौलाना ने बताया इसमें कमीशन का खेल – OpIndia Ground Report
पढ़ें दसवीं रिपोर्ट : SSB बेस कैंप हो या सड़क, गाँव हो या खेत-सुनसान… हर जगह मस्जिद-मदरसे-मजार: UP के बलरामपुर से नेपाल के जरवा बॉर्डर तक OpIndia Ground Report
पढ़ें 11वीं रिपोर्ट : हिंदू बच्चों का खतना, मंदिर में शादी के बाद लव जिहाद और आबादी असंतुलन के साथ बढ़ते पॉक्सो मामले: नेपाल बॉर्डर पर बलरामपुर जिले में OpIndia Ground Report
पढ़ें 12वीं रिपोर्ट : गाँवों में अरबी-उर्दू लिखे हुए नल, UAE के नाम की मुहर: ज्यादा दाम देकर जमीनें खरीद रहे नेपाली मुस्लिम – OpIndia Ground Report
पढ़ें 13वीं रिपोर्ट : नए बने ओवरब्रिज के नीचे मज़ार-कर्बला, सड़क किनारे मस्जिद-मदरसे-दरगाह: नेपाल के बढ़नी बॉर्डर हाइवे पर ‘हरा रंग’ हावी – OpIndia Ground Report
पढ़ें 14वीं रिपोर्ट : ‘4 और 14 वाली नीति से एकतरफा बढ़ रही आबादी… उस गाँव में मस्जिद बनाने की कोशिश, जहाँ नहीं एक भी मुस्लिम’ : UP-नेपाल बॉर्डर से OpIndia Ground Report