Friday, April 19, 2024
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भागने के बाद हरियाणा में महिला के साथ रुका था अमृतपाल: महिला और गनर गिरफ्तार, रिपोर्ट में दावा- किसान आंदोलन के मृतकों के नाम पर जुटाए थे पैसे

अमृतपाल के काफिले में शामिल एक फोर्ड एंडेवर, एक इसुजु और एक मर्सिडीज को पंजाब पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस इस बात की भी जाँच कर रही है कि उसेे और जिनके नाम पर ये कारें पंजीकृत हैं, उन्हें उपहार में ये कारें कैसे मिलीं। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि अमृतपाल के पास बड़ी रकम हो सकती है।

एक तरफ खालिस्तानी भगोड़े अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस और NIA ने दर-दर की खाक छान रही है। पता चला है कि ‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया अमृतपाल 19 मार्च 2023 की कुरुक्षेत्र के शाहबाद पहुँचा था और यहाँ एक महिला के साथ रुका था। इधर पुलिस ने उसके गनर को भी दबोच लिया है।

सुरक्षा एजेंसियों ने गुरुवार (23 मार्च 2023) को अमृतपाल के गनर तजिंदर सिंह गिल को गिरफ्तार कर लिया। गिल की गिरफ्तारी खन्ना पुलिस ने की है। वह अमृतपाल की सुरक्षा में तैनात था। अमृतपाल के गायब होने के बाद से ही वह फरार चल रहा था।

खन्ना के डीएसपी हरसिमरत सिंह ने कहा, “तेजिंदर सिंह गिल के रूप में पहचाने गए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। वह अमृतपाल का गनमैन था। सोशल मीडिया पर हथियार लिए उसकी तरह-तरह की तस्वीरें हैं। जब रिकॉर्ड चेक किया गया तो पता चला कि उसके पास बंदूक का लाइसेंस नहीं है। उसके खिलाफ IPC की धारा 188 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। वह अजनाला कांड में भी शामिल था।”

तजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा अमृतपाल के हर वक्त हथियारों से लैस रहता था। इसकी तस्वीरें वह सोशल मीडिया पर भी डालता था। अमृतपाल के हमेशा साथ रहने वाला गोरखा बाबा पायल के गांव मांगेवाल का रहने वाला है। बताया जाता है कि अजनाला कांड मामले में भी उसे नामजद किया गया था।

सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता देखकर अमृतपाल पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा है। वह 19 मार्च की रात को हरियाणा के शाहाबाद पहुँचा था। अमृतपाल जिस महिला के साथ रूका था, उसे हरियाणा पुलिस ने पकड़कर पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया है। महिला के साथ-साथ कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।

अमृतपाल के भागने उत्तराखंड या यूपी के रास्ते नेपाल या पाकिस्तान भाग सकता है। सुरक्षा एजेंसियों ने BSF के साथ-साथ सभी हवाई अड्डों को सतर्क कर दिया है। नेपाल और पाकिस्तान सीमा पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। पुलिस को आशंका है कि वह फिलहाल पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में कहीं छिपा हो सकता है।

उसकी एक नई तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह अपनी बाइक और अपने एक करीबी सहयोगी पपलप्रीत सिंह के साथ एक देसी जुगाड़ गाड़ी पर बैठकर भागते हुए दिखाई दे रहा है। इस इस दौरान उसने गुलाबी पगड़ी पहनी है और काला चश्मा लगाया है। इसके पहले भी उसकी कई तस्वीरें सामने आई थीं।

सुरक्षा एजेंसियों ने अमृतपाल के एक सहयोगी दिलजीत कलसी को भी गिरफ्तार किया है। वह विभिन्न कंपनियों के माध्यम से 35 करोड़ रुपए से अधिक विदेशों से हासिल किए थे। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उसने कृषि कानूनों के विरोध प्रदर्शनों के दौरान पीड़ितों के मदद के नाम पर पैसे जुटाए थे।

एक अधिकारी के हवाले से मीडिया संस्थान ने बताया, “कुछ मामलों में यह पाया गया है कि दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के दौरान जान गँवाने वाले कुछ लोगों के परिवारों को वित्तीय सहायता देने के नाम पर पैसा प्राप्त किया गया था। एक अन्य मामले में यह पाया गया कि धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के नाम पर धन प्राप्त किया गया था।”

कलसी के अलावा जो लोग जाँच एजेंसियों के निशाने पर रहे हैं, उनमें ‘वारिस पंजाब दे’ मोगा का जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह बुक्कनवाला, बरनाला जिला अध्यक्ष सुखचैन सिंह धालीवाल (जिन्हें खालसा के नाम से भी जाना जाता है), तरनतारन जिला अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह और संगरूर जिला अध्यक्ष अवतार सिंह औलख शामिल हैं।

जाँच में यह भी पाया कि 12 अलग-अलग देशों में नेट बैंकिंग, UPI और नकदी जमा के जरिए रुपए भेजे गए। भेजे गए रुपयों में से लगभग 4-5 करोड़ रुपए ATM के जरिए निकाले गए थे। अमृतपाल फरवरी 2012 से जून 2022 तक वह दुबई में रहा। अमृतपाल अपने परिवार की कंपनी कार्गो ट्रांसपोर्ट कंपनी में मैनेजर के तौर पर काम करता था। उस दौरान की भी जाँच की जा रही है।

अमृतपाल के काफिले में शामिल एक फोर्ड एंडेवर, एक इसुजु और एक मर्सिडीज को पंजाब पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस इस बात की भी जाँच कर रही है कि उसेे और जिनके नाम पर ये कारें पंजीकृत हैं, उन्हें उपहार में ये कारें कैसे मिलीं। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि अमृतपाल के पास बड़ी रकम हो सकती है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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