सर्जिकल स्ट्राइक-2: जानिए कैसे IAF ने दिया पाकिस्तानी रडार सिस्टम को चकमा…

भारतीय लड़ाकू विमान (मिराज- 2000) अत्याधुनिक जैमर्स से सुसज्जित थे

भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान स्थित आतंकियों पर की गई एयर स्ट्राइक पूरी प्लानिंग और योजना बनाने के बाद की गई थी। यहाँ तक कि पाकिस्तान के रडार भी भारतीय एयरक्राफ्ट्स को नहीं पकड़ पाए। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया लेकिन पाकिस्तानी रडार भारतीय विमानों को भाँपने में नाकाम रहे। दरअसल, भारतीय ‘पैकेज’ में दो ऐसे जेट थे जो ‘इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर (EW)’ से सुसज्जित थे। इन्होने पाकिस्तानी रडार सिस्टम को ठप्प (Jam) कर दिया

सैन्य शब्दावली में ‘पैकेज’ विभिन्न कार्य करने वाले विभिन्न प्रकार के विमानों (Jets) के समूहीकरण को संदर्भित करता है। पैकेज के भीतर सामान्यतः इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर विमान और बॉम्बर्स के अलावा इनकी सुरक्षा के लिए प्रोटेक्टर जेट्स भी होते हैं। भारी पेलोड के कारण बॉम्बर्स इस स्थिति में नहीं होते हैं कि वे किसी हमले का प्रभावशाली जवाब दे सकें। इसीलिए, यह जिम्मेदारी प्रोटेक्टर जेट्स की होती है। भारतीय विमानों में लगे जैमर्स ने पाकिस्तानी रडारों को चकमा दे दिया।

एक पैकेज के भीतर न्यूनतम 10-12 से लेकर अधिकतम 39-40 की सँख्या में विमान हो सकते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे किस प्रकार के ऑपरेशन को अंजाम देने जा रहे हैं। मंगलवार (फरवरी 26, 2019) को हुई एयर स्ट्राइक में भारतीय वायुसेना (IAF) ने क़रीब 12 मिराज 2000 विनामों का इस्तेमाल किया। इनमें से 3 बॉम्बर्स थे। ये विमान ‘Multi Role’ वाले होते हैं। अर्थात यह, कि ये कई कार्यों को अंजाम देने की शक्ति रखते हैं।

वहीं दूसरी तरफ, भारतीय रडार सिस्टम काफ़ी मजबूत थे। एयर मार्शल दलजीत सिंह ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए दैनिक भास्कर से कहा:

“मिराज का रडार सिस्टम वर्तमान में सबसे बेहतर माना जाता है। इस समय पाकिस्तान के एयर सर्विलांस सिस्टम की अपेक्षा हमारे पास काफी एडवांस सिस्टम है। पाकिस्तान को बरसों से अमेरिका से बेहतरीन हथियार नहीं मिल सके हैं। उसके पास एयर सर्विलांस सिस्टम चीन और स्वीडन का है। भारत के पास इज़रायल और रूस से मिले अत्याधुनिक तकनीक के एयर सर्विलांस सिस्टम हैं। ऐसे में पाकिस्तान के लिए हमारे विमानों की टोह लेना इतना आसान नहीं है, जितना भारत के लिए है।”

लेफ्टिनेंट जनरल दीपेंद्र हुड्डा ने सीएनएन को बताया कि इस प्रोफेशनल और सुनियोजित एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय विमान पाकिस्तान के रडार सिस्टम से बच निकलने में सफल रहे क्योंकि भारतीय वायुसेना ने इसके लिए चुनिंदा रूट्स का इस्तेमाल करने के साथ-साथ अत्याधुनिक जैमिंग तकनीक का प्रयोग किया था। बता दें कि 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक का नेतृत्व हुड्डा ने ही किया था। उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी रूप से भारतीय वायुसेना पाकिस्तान से बहुत ज्यादा आगे है।

उधर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने पाकिस्तानी रडार सिस्टम का जम कर म़ाक उड़ाया। लोगों ने कहा कि पाकिस्तान के पास चीन से इम्पोर्ट किए गए रडार थे, इसीलिए उन्होंने समय पर काम करना बंद कर दिया। एक यूजर ने लिखा कि जब भारतीय वायुसेना एयर स्ट्राइक करने के लिए पाकिस्तान में घुसी, तब पाकिस्तानी सेना अपने रडार का प्रयोग पबजी गेम खेलने में कर रही थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया