उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण मामले में 21 सितंबर 2021 को मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया था। वह 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर है। एटीएस ने एक बयान में बताया था कि मौलाना सिद्दीकी अपने मदरसों, सामाजिक और मजहबी संस्थानों की आड़ में देशव्यापी धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था और इसके लिए उसे विदेश से फंडिंग भी मिल रही थी।
उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही मीडिया रिपोर्टों से लगातार चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। इस बीच फरीदाबाद के सेक्टर-17 थाने में विनोद नाम के एक शख्स ने खुद का धर्म परिवर्तन कराए जाने को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया है, “एक व्यक्ति ने शिकायत कर कहा है कि 5-6 लोगों ने बातों में फँसाकर उसका धर्म परिवर्तन किया। उन लोगों ने उसे मस्जिद में मौलवी के द्वारा कलमा पढ़वाया। FIR दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। मामले में जाँच जारी है।”
एक व्यक्ति ने शिकायत कर कहा कि 5-6 लोगों ने बातों में फंसाकर उसका धर्म परिवर्तन किया। उन लोगों ने उस व्यक्ति को मस्जिद में मौलवी के द्वारा कलमा पढ़ाया। FIR दर्ज़ कर कार्रवाई की जा रही है। मामले में जांच जारी है: फरीदाबाद पुलिस के PRO सूबे सिंह, फरीदाबाद, हरियाणा pic.twitter.com/Q0vHN9HPH7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2021
रिपोर्टों में बताया गया है कि विनोद ने मौलाना कलीम सिद्दीकी और उसके पाँच अन्य साथियों के खिलाफ जबरन धर्मांतरण का मामला दर्ज करवाया है। उसने बताया है कि 2011 में वह अपने परिवार के साथ सेक्टर-17 की प्रेम नगर की झुग्गियों में रहता था। उसके पड़ोस में कुछ मुस्लिम रहते थे जो इस्लाम का महिमामंडन कर हिंदू धर्म की बुराई करते थे।
विनोद के मुताबिक आरोपित उसे बीच-बीच में पैसे और अन्य जरूरी सामान भी दिया करते थे। उसके अनुसार उसे दिल्ली के शाहीनबाग की एक मस्जिद में ले जाकर मौलाना कलीम सिद्दीकी से मिलवाया गया था। यहाँ मौलाना ने उसे गले लगाते हुए उसका धर्मांतरण करवाया। उसे नया नाम नूर मोहम्मद दिया गया। इसके बाद उसे इस्लामी तालीम के लिए गुजरात और उत्तर प्रदेश भी भेजा गया।
विनोद का दावा है कि मौलाना का एक साथी उसे ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजने की बात भी करता था। विनोद ने बताया कि 2018 में आरोपितों के चंगुल से छूटने के बाद उसने फरीदाबाद में ही 2 साल गुमनामी से बिताए। 2020 में जब उसे अपनी बहन की शादी का पता चला तो वह अपने परिवार से मिला।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार विनोद का जब जबरन धर्मांतरण कराया गया तब वह नौवीं में पढ़ता था। विनोद ने बताया है कि 2014-15 में जब वह फरीदाबाद के सेक्टर 16 के एक स्कूल में नौंवी कक्षा में था तब उसका धर्मांतरण कराया गया था। गैस चूल्हा और सिलाई मशीन की रिपेयरिंग-बिक्री का काम करने वाला शहजाद स्कूल आते-जाते वक्त उसे अपने पास बुलाता। उसे खाने-पीने की चीजें देता और इस्लाम का बखान करता। उससे कहता कि यदि तुम मुस्लिम बन गए तो नर्क में जाने से बच जाओगे।